'साजिद को पहले भी अचानक गुस्सा आ जाता था'

Badaun Case Updates: यूपी के बदायूं में दो मासूम बच्चों की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।

Badaun Case Updates

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22 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 22 2024 2:50 PM)

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Badaun Case Updates: यूपी के बदायूं में दो मासूम बच्चों की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपी साजिद गुस्सैल प्रवृत्ति का था, जिसके लिए परिवार के सदस्यों ने उसका इलाज भी कराया था। ये खुलासा किया है उसके भाई जावेद ने। जावेद ने पुलिस को यह भी बताया कि साजिद ने एक चाकू खरीदा था, जिससे उसने डबल मर्डर को अंजाम दिया। पुलिस पूछताछ में जावेद ने बताया कि घटना वाले दिन साजिद सुबह से काफी परेशान था, इसलिए उसने बड़े भाई को दुकान बंद कर घर जाने को कहा था। साजिद का काफी समय दरगाह और मौलवी के यहां बीतता था।

मंगलवार को बाबा कॉलोनी में हुई हत्याओं के बाद से फरार चल रहे जावेद ने पड़ोसी जिले बरेली के बारादरी थाने की पुलिस चौकी में आत्मसमर्पण कर दिया था। पूछताछ के दौरान जावेद ने बताया कि घटना वाले दिन वह अपने भाई साजिद के साथ था। हत्या करने के बाद दोनों एक साथ भाग गए थे, जावेद पहले अपने ससुराल गया और वहां से दिल्ली चला गया। वहां उसके परिचितों ने उसे बताया कि पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, इसलिए उसे आत्मसमर्पण कर देना चाहिए। बदायूं जाने के बजाय, वह बरेली गया और आत्मसमर्पण कर दिया।

इससे पहले जावेद का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें वो लोगों के एक समूह से उसे पुलिस के पास ले जाने की गुहार लगाते हुए दिख रहा है।

इससे पहले बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने भी सामने आ गई है। रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि आयुष और आहान के शरीर पर धारदार हथियार से कई बार वार किए गए थे। दोनों बच्चों (आयुष और आहान) का पोस्टमार्टम 3 डॉक्टरो के पैनल ने किया था। आयुष (13) के शरीर पर 9 घाव मिले। आयुष के गले के साथ-साथ हाथ, सीने और पेट पर भी घाव थे। आहान उर्फ हनी (6) के शरीर पर 11 घाव मिले। दोनों बच्चों की मौत की वजह उनकी गर्दन पर धारदार हथियार से आए गहरे घाव से हुई थी।

उधर, बच्चों की मां ने खुलकर बयां दिया है। बच्चों की मां संगीता ने कहा, 'साजिद उसे भी मार डालना चाहता था, जब वह ऊपर की तरफ भागी तो साजिद चिल्लाने लगा और कहने लगा कि आ जा आ जा। उसके सिर पर खून सवार था, मैंने किसी तरह अपनी जान बचाई। अगर बेटा पीयूष ऊपर न गया होता और यह सब होते ना देखा होता तो घर में शायद सब एक-एक कर मारे जाते। जावेद ही अब राज से पर्दा उठा सकता है, उसको भी उसी तरह मारा जाए, जिस निर्मम तरह से 24 वार कर मेरे बच्चों को मारा गया। उसका एनकाउंटर नहीं करना चाहिए, वह राज उगलेगा।'

पिता विनोद में कहा, 'जरूर इसके पीछे कोई न कोई राज है, ऐसे ही कोई किसी के बच्चे को नहीं मार देगा। इसकी जांच होनी चाहिए। कोई तो बात है, जो सामने नहीं आ पा रही है।'

दादी ने कहा, 'सबसे छोटा वाला नीचे डांस करना चाह रहा था। जब टीवी चलाने को बोला तो पीयूष ने ध्यान नहीं दिया और वह खेल-खेल में ऊपर सेलून वाले पोर्शन में खिलौने वाली कार चलाने लगा, तभी साजिद आया था। बच्चे उसे भैया जी कहते थे उसे और वो ही बाल काटता था। उसकी दुकान किसी दिन बंद नहीं रहती थी। हर दिन खुलती थी।' 

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