Kolkata Case: 'मैंने नहीं की हत्या, मुझे फंसाया गया है', आरोपी संजय रॉय अपने बयान से पलटा, अब क्या करेगी सीबीआई?

Kolkata rape and murder case Sanjay Rai Latest Statement During Polygraph Test: पॉलीग्राफ टेस्ट में कोलकाता रेप कांड का आरोपी मुकर गया है। उसने कहा कि वो मर्डर में शामिल नहीं है। उसके इस बयान से आने वाले वक्त में केस पर कोई असर पड़ेगा या नहीं, ये देखने वाली बात होगी, लेकिन सीबीआई के लिए ये परेशानी जरूर है।

CrimeTak

07 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 7 2024 12:10 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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कोलकाता केस का आरोपी बयान से पलटा

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आरोपी बोला - मैंने नहीं किया मर्डर

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अब क्या करेगी सीबीआई?

राजेश साहा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Kolkata News: आरजी कर अस्पताल में हुए बलात्कार और हत्या मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय ने हैरान कर देने वाला बयान दिया है। उसने साफ-साफ कहा है कि वो हत्यारा नहीं है, बल्कि उसे फंसाया गया है। संजय ने यहां तक कहा - मैं तो शव को देखकर भाग गया था। 

ये सनसनीखेज खुलासा आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान किया। संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट 25 अगस्त को दोपहर में हुआ था। इस दौरान तीन पॉलीग्राफ विशेषज्ञ मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि इसी दौरान आरोपी संजय रॉय अपनी बातों से मुकर गया। 

पॉलीग्राफ परीक्षण के दौरान आरोपी संजय ने बलात्कार और हत्या में अपनी संलिप्तता से पूरी तरह इनकार कर दिया। इससे पहले आरोपी संजय रॉय ने अपने वकील के सामने भी खुद को निर्दोष बताया था। वकील कविता सरकार ने हमारे सहयोगी चैनल आजतक को बताया, "जब मैंने उससे पूछा, तो उसने मुझसे कहा कि मैंने अपराध नहीं किया है, मुझे फंसाया गया है।'

अब क्या करेगी सीबीआई?

कोलकाता पुलिस ने इस मामले में एकमात्र आरोपी को गिरफ्तार किया और वो था संजय रॉय। संजय रॉय के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने कई सबूत इकट्ठा किए। इसके बाद ये मामला सीबीआई के पास गया। सीबीआई की भी अभी तक यही थ्योरी है कि कातिल कोई और नहीं, बल्कि संजय रॉय ही है। हालांकि अभी भी कई एंगल से मामले की जांच जारी है। संदीप घोष की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। 

हालांकि आरोपी संजय रॉय के खिलाफ कई सबूत है। इनमें सीसीटीवी फुटेज में उसकी मौजूदगी, अस्पताल परिसर में घुसने और बाहर निकलने के सबूत, डीएनए रिपोर्ट, मृतका और आरोपी के कपड़ों की जांच, मौका ए वारदात पर मिले सबूत जैसे कई अहम सबूत उसके खिलाफ है। 

सीबीआई को है कई Reports का इंतजार

उधर, इस मामले की जांच लगातार आगे बढ़ रही है। सीबीआई को कुछ रिपोर्ट्स का इंतजार है। पीड़िता के पिता ने यह भी आरोप लगाया था कि पुलिस ने उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की और मामले को दबाने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा था - कोलकाता पुलिस ने जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कराकर मामले को दबाने की कोशिश की थी।

इस दौरान कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस मामले के सामने आने के बाद हमें रिश्वत देने की कोशिश की थी। हमें बेटी का शव तक देखने नहीं दिया गया और तो और घंटों पुलिस स्टेशन में इंतजार कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद हमें शव सौंपा गया। इसी बीच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने हमें रिश्वत देने की कोशिश की लेकिन हमने इससे इनकार कर दिया। हालांकि अब परिवार इन आरोपों का खंडन कर रहा है

उधर, अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ ईडी ने कार्रवाई शुरू कर दी है। संदीप घोष के घर पर ईडी ने छापा मारा है। ईडी ने वित्तीय अनियमितता के मामले में पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया है। संदीप घोष फिलहाल सीबीआई की कस्टडी में हैं। संदीप घोष के एक रिश्तेदार के घर हुगली में भी ईडी ने छापा मारा था तीन जगहों पर एक साथ ईडी ने रेड की थी।

CBI की जांच में खुलासा हुआ है कि संदीप घोष ने घटना के अगले दिन रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। इस जल्दबाजी को लेकर सवाल उठे थे। अब वो चिट्ठी सामने आ गई है जिसमें सेमिनार हाल के पास रेनोवेशन का आदेश घोष ने दिया था। CBI की जांच में सामने आया है कि ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के अगले दिन ही संदीप घोष ने सेमिनार हॉल के आसपास के कमरों के रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। संदीप घोष ने 10 अगस्त को लेटर लिखकर स्टेट पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट यानी पीडब्ज्यूडी को सेमिनार हॉल से लगे कमरे और टॉयलेट का रेनोवेशन करने को कहा था। इस परमिशन लेटर पर घोष के साइन भी हैं। इस बीच पीडिता के माता पिता ने भी एक चिट्ठी में कहा कि सबूत मिटाने की हर मुमकिन कोशिश की गई। 
 

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