मौत की हज़ारों ख्वाहिशें, आंखों से बहते रहे आंसू, बेटी का गला दबाता रहा बाप, यूं उजड़ गया हंसता खेलता परिवार
Kanpur Shocking: जायज़-नाजायज़ ख्वाहिशों को पूरी करने के चक्कर में कब उसका पांव चादर के बाहर निकल जाता है उसे पता ही नहीं चलता और जब पता चलता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है।
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कानपुर से रंजय सिंह की रिपोर्ट
UP Kanpur Shocking: हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले। ये वो खबर है जो हम सबसे जुड़ी है। इस तेज रफ्तार भागती दुनिया के साथ कदम से कदम मिला कर भागने के चक्कर में हम सब कहां और किधर भाग रहे हैं कभी सोचा है आपने? ख्वाहिशों का गुलाम बन कर हर ख्वाहिश को पूरी करने के चक्कर में कहीं हम और आप भी अपने पांव चादर से बाहर तो नहीं निकाल रहे?
हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले
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हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले, बहुत निकले मेरे अरमान----फिर भी कम निकले। कहते हैं कि इंसान की एक ख्वाहिश पूरी होती नहीं कि दूसरी जाग उठती है। और फिर इन्हीं जायज़-नाजायज़ ख्वाहिशों को पूरी करने के चक्कर में कब उसका पांव चादर के बाहर निकल जाता है उसे पता ही नहीं चलता और जब पता चलता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। फिर अंजाम कुछ इसी तरह सामने आता है।
जायज़-नाजायज़ ख्वाहिशों का जाल
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यूपी की औद्योगिक राजधानी कानपुर। यहीं से शहर को झकझोर देने वाली एक दर्दनाक खबर ने दस्तक दे दी। वक्त, हालात, नसीब और ख्वाहिशों ने एक हंसते-खेलते परिवार को मौत के आगोश में पहुंचा दिया। कानपुर के काशीराम कॉलोनी के रहने वाले अर्जुन जायसवाल मेडिकल के अच्छे खासे एमआर हैं। इसी नौकरी के दौरान उनका लखनऊ की रहने वाली निशा से लव अफेयर हो गया। जिसके बाद 2019 में उन्होंने घर वालों की नाराजगी के बावजूद निशा से लव मैरिज कर ली।
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खत्म हो गया हंसता खेलता परिवार
लव मैरिज के बाद परिवार चलाने के लिए अर्जुन ने अपनी नौकरी छोड़कर बैंक से लोन लेकर एक दुकान खोली। बस यहीं से अर्जुन की दुनिया बर्बादी के पायदान चढ़ती गई। अर्जुन के पास दुकान चल नहीं पाई लेकिन धीरे-धीरे बैंक लोन की किस बढ़ती गई। वह जितना दुकान से कमाता था सब बैंक लोन की किस्तों में चला जाता था। उसने एक-एक करके कर बैंकों से लोन लिया था। उसका लोन लगभग 6 लाख के लगभग था। लोन की क़िस्त ना अदा करने से बैंक के एजेंट उसे पर दबाव बना रहे थे।
पति पत्नी ने पी शराब के साथ भांग
कई लोन प्राइवेट बैंकों से था ऐसे में वह लोग उसे घर पर आकर भी तगादा करते थे पत्नी और बच्चे के सामने उसकी बेइज्जती होती थी। इस पर अर्जुन ने अपनी पत्नी निशा से साथ मिलकर पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने का प्लान बनाया। 11 फरवरी को वह सबसे पहले चार भांग की गोली लाया। खुद भी भांग के साथ शराब पी। पत्नी को भी शराब पिलाई। दोनों ने बच्चों को सुला दिया। दारू पीते ही पत्नी बेहोश हो गई। इसके बाद अर्जुन ने पहले पत्नी का गला घोंटा। इसके बाद जिस मासूम बेटी का गला दबा दिया।
बेटी का गला दबाता रहा रोता रहा
अर्जुन ने पुलिस गिरफ्तारी में जेल जाने से पहले बताया कि जब बेटी का गला घोट रहा था तो मेरे आंसू निकल रहे थे लेकिन सोच रहा था कि अगर बेटी बच जाएगी क्योंकि तू उसे पता नहीं किस तरह जिंदगी गुजारनी पड़े इसलिए कड़ा दिल करके उसका गला घोंट दिया। दोनों की हत्या करने के बाद चाकू से खुद की नस काट ली।
अब कर्ज का क्या होगा?
अर्जुन ने खुद को मारने की कोशिश की लेकिन मौके पर पहुंचे रिश्तेदारों ने अर्जिन को अस्पताल पहुंचा दिया और उसकी जान बच गई। दो दिन ट्रीटमेंट करने के बाद उसको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। पुलिस ने अब अर्जुन के बयान के आधार पर उसके खिलाफ बेटी और पत्नी की हत्या की एफआईआर दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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