पुतिन ने ऐसी मिसाइल की प्रोडक्शन बढ़ाई जिससे आएगी प्रलय, Nuclear weapon का होने जा रहा इस्तेमाल?

ADVERTISEMENT

पुतिन ने ऐसी मिसाइल की प्रोडक्शन बढ़ाई जिससे आएगी प्रलय, Nuclear weapon का होने जा रहा इस्तेमाल?
social share
google news

Russia-Ukraine: रूस की ओरेश्निक मिसाइल, एक ऐसी मिसाइल जिसका तापमान 4000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जो कि सूरज की सतह के समान ही होता है. यानि कि इस मिसाइल के विस्फोट की चपेट में जो भी चीज आएगी वो राख और धूल में तब्दील हो जाएगी। इसकी रेंज 1000 से 5500 किलोमीटर के बीच है जो कि यूरोप में कहीं भी हमला कर सकती है। ये मिसाइल बेहद ही तेजी से उड़ती है और इसे रोकना नामुमकिन है। ओरेश्निक मिसाइल 2.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से उड़ सकती है। ये मिसाइल कितनी ताकतवर है इसका आंकलन करना बेहद ही मुश्किल है. रूस-यूक्रेन के बीच की जंग भी भीषण चरण में पहुंच चुकी है और अब रूसी राष्ट्रपति ने बड़ा ऐलान भी कर दिया है।

सीधा निशाने पर हमला करती है मिसाइल

पुतिन ने ओरेश्निक मिसाइल सिस्टम के सीरीयल प्रोडक्शन की शुरूआत करने की घोषणा कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने कुछ संदेह को भी साफ किया है। पुतिन का कहना है कि ये ओरेश्निक मिसाइल ICBM से अगल है। ओरेश्निक सटीक टारगेटिड हथियार है, ये सीधा निशाने पर ही अटैक करती है, ये सामूहिक विनाश का हथियार नहीं है। पुतिन ने कहा कि ओरेश्निक का इसी महीने परीक्षण किया गया और वॉरहेड से लैस इस मिसाइल का यूक्रेनी शहर निप्रो पर हमला किया गया। इस अटैक में विस्फोट कई घंटों तक चलते रहे।

चार हजार डिग्री तापमान से भी ज्यादा गर्म

ओरेश्निक एक परमाणु हथियार नहीं है. लेकिन ये सुनकर इस गलतफैमी में ना रहे कि ये कोई छोटी मिसाइल है। जब बड़े पैमानों पर इस मिसाइल का इस्तेमाल किया जाता है तो ये परमाणु हथियार की तरह ही तबाही मचा सकता है। 4000 डिग्री सेल्सियस के तापमान से ये मिसाइल किसी भी चीज को धूम में बदल सकता है। पुतिन ने बताया कि इस मिसाइल का इस्तेमाल एक अहम लक्ष्य पर किया गया था, जो यूक्रेन के बड़े Industrial क्षेत्रों में से एक है और लंबे समय से मिसाइल निर्माण और सैन्य तकनीकों से जुड़ा हुआ है। यूक्रेन की सेना के लिए ये एक अहम केंद्र रहा है, जहां बैलिस्टिक मिसाइल बनाने का काम होता है।

ADVERTISEMENT

इस मिसाइल को कोई रोक नहीं सकता 

इस मिसाइल को हाइपरसोनिक वारहेड के साथ एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के रूप में आंका गया है. पुतिन ने कहा कि इस मिसाइल की स्पीड इसे Air defense और missile defense systems से बचाकर निकालने में सक्षम है, ये उनसे बचकर अपने टार्गेट पर पहुंचती है. यहां तक कि नाटो के तैनात सिस्टम भी इसे नहीं रोक सकते। इस गति के कारण, कोई भी वायु रक्षा प्रणाली, चाहे वो अमेरिकी द्वारा बनाई गई हो, इसे रोकने में असमर्थ है। पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि इसे रोका नहीं जा सकता।

जेलेंस्की को सताया डर?

अब पुतिन ने इन्ही मिसाइल के प्रोडोक्शन को बढ़ाने की घोषणा कर दी है। इस मिसाइल की खासियत ही ऐसी है कि अच्छे-अच्छे देश खौफज़दा हैं। लेकिन सवाल सबसे बड़ा ये है कि क्या ये जंग यू ही चलती रहेगी या थमेगी भी? यूक्रेनी राष्ट्रपति ने हाल ही में कहा कि यूक्रेन के कंट्रोल वाले हिस्से नाटो के कंट्रोल में दिए जाए। जेलेंस्की के मुताबिक अगर नाटो इन इलाकों में अपना कंट्रोल कर लेगा तो ये जंग खत्म हो सकती है। जेलेंस्की ने आगे कहा कि अगर हम वॉर को हॉट जोन में जाने से रोकना चाहते हैं तो उन हिस्सो को नाटो के कंट्रोल में देना होगा। ऐसा सिस्टम बनाना होगा जिससे ये तय किया जा सके कि भविष्य में कभी रूस हमला ना कर सके। युद्ध विराम की बात पर जेलेंस्कि ने कहा कि अगर सीजफायर होता है तो इस बात की गारंटी होनी चाहिए कि पुतिन वापस ना आए।
 

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    यह भी पढ़ें...

    ऐप खोलें ➜