दिल्ली में गैंगवॉर की आहट, गैंगस्टर हिमांशु भाऊ बना पुलिस के लिये सिरदर्द, 40 राउंड गोलियों का जवाब दे दिल्ली पुलिस

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Delhi Burger King Shootout Investigation: बर्गर किंग मर्डर केस की तफ्तीश जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, पुलिस के सामने नई-नई चुनौतियां आ रही हैं। पहला, दिल्ली में गैंगवॉर की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। क्योंकि गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की ओर से करवाया गया ये पहला हमला नहीं है, दिल्ली और दिल्ली से सटे हरियाणा में पिछले कुछ ही दिनों में भाऊ गैंग के शूटर इसी तरह के कई शूटआउट कर चुके हैं। दूसरा, राजौरी गार्डन के बर्गर किंग रेस्टोरेंट में हुए इस हमले में तकरीबन 40 राउंड गोलियां चली हैं जिससे शूटआउट को लेकर दहशत पूरी दिल्ली में फैल गई। तीसरा, गैंगस्टर आपस में ही भिड़े यानी दिल्ली में आने वाले दिनों में गैंगवॉर की इसी तरह की घटनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता। पुलिस के सामने इस शूटआउट के बाद से फरार शूटर्स और उनकी साथी लेडी डॉन अनु को पकड़ना भी बड़ी चुनौती है। 

खाली हाथ है दिल्ली पुलिस

पुलिस ने आरोपियों की पहचान तो कर ली है, उनकी गिरफ्तारी के लिये जगह-जगह छापेमारी भी की जा रही है। दिल्ली, मुंबई, हिसार, रोहतक से लेकर कटरा और न जानें कितनी जगहों पर पुलिस टीम बैठी है, लेकिन आरोपी कहां है, फिलहाल कुछ पता नहीं चला है। अनु के बारे में भी फिलहाल पुलिस के पास कोई ठोस जानकारी नहीं है। देश की सबसे स्मार्ट पुलिस फोर्स फिसड्डी साबित होती जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये हरियाणा पुलिस की भी मदद ली जा रही है। मगर ये सच है कि दिल्ली पुलिस के लिए अब हिमांशु भाऊ परेशानी का सबब बन गया है। मई महीने में पश्चिमी दिल्ली में एक कार शोरूम पर फायरिंग हुई थी। वो भी भाऊ के गुर्गों का काम था। इसमें पुलिस ने एक आरोपी का बाद में एनकाउंटर कर दिया था। इन आरोपियों से बर्गर किंग केस को लेकर भी पूछताछ हुई है।

बर्गर किंग मर्डर केस के तार भी सीधे तौर पर हिमांशु भाऊ से जुड़ रहे हैं। हालांकि पुलिस के लिए एक राहत की बात ये है कि गैंगस्टर आपस में ही एक-दूसरे को निशान बना रहे हैं। 18 जून को बर्गर किंग में अमन जून को गोलियों से भून दिया गया। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि ये काम विदेश में बैठे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ का है, लेकिन उनकी लोकेशन और उसे पकड़ पाना पुलिस के बस की बात नहीं लग रही क्योंकि वो बेखौफ होकर एक के बाद  एक वारदात करवाता जा रहा है और इधर पुलिस के हाथ खाली हैं। इस हत्याकांड में तीन शूटरों और एक लेडी डॉन अनु के शामिल होने का भी पता चला है।  

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कौन है लेडी डॉन अनु?

हरियाणा के रोहतक की मूल निवासी अनु आपराधिक मामलों में शामिल रही है, जिसमें हरियाणा के एक प्रसिद्ध मिठाई की दुकान के मालिक पर कथित जबरन वसूली का प्रयास भी शामिल है, जिसमें कथित तौर पर हिमाशु भाऊ भी शामिल था। पुलिस की टीम रोहतक में उसके घर और दिल्ली के मुखर्जी नगर स्थित पीजी में गई, जहां वह पिछले कुछ दिनों से रह रही थी। उसने मुखर्जी नगर में आवास पाने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था। अनु साइकोलॉजी में ग्रेजुएट है और स्कूल में उसके अच्छे ग्रेड थे। अनु को पिछले कई महीनों से हरियाणा पुलिस और उसका परिवार तलाश रहा है। अनु के परिवार ने अनु की गुमशुदगी रोहतक के पुलिस थाने में लिखवा रखी है, लेकिन हरियाणा की पुलिस अनु को केवल इसीलिए ही नहीं तलाश रही, बल्कि उसके अपराधों के कारण पुलिस उसे तलाश रही है। जांच में ये बात सामने आई है कि लेडी डॉन अनु धनकड़ का भाई दिल्ली ट्रैफिक पुलिस में था। उसकी पत्नी ने उस पर दहेज का केस दर्ज कराया था। इस केस में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। इसी मामले को लेकर उसे ससपेंड भी किया गया था। 

कटरा में आखिरी बार दिखी अनु

CCTV में लेडी डॉन अनु जम्मू के कटरा रेलवे स्टेशन पर दिखी थी। वो मुंबई जाने वाली ट्रेन 12474 Bombay Swaraj Superfast में सवार हुई। यह ट्रेन 20 जून की सुबह 10:06 मिनट पर कटरा रेलवे स्टेशन से निकली थी। इससे पहले 20 जून की सुबह 9:22 बजे लेडी डॉन अनु ने एक गेस्ट हाउस का WIFI इस्तेमाल किया था। इसके बाद वो ट्रेन में जल्दबाजी में चढ़ी और सबसे आखिर में जनरल कोच पकड़ा। अन्नू के पास ट्रॉली बैग था। यहां कई सवाल उठते हैं. क्या अनु मुंबई पहुंच गई है? या फिर वो बीच में ही कहीं उतर गई? क्या अनु की ट्रेन में बुकिंग थी या फिर वो बिना टिकट ट्रेन में सवार हुई? क्या पुलिस ने इस ट्रेन के आखिरी स्टेशन की सीसीटीवी भी चेक की है?

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कौन है मृतक अमन जून?  

क्या तिहाड़ में बंद नीरज बवाना, नवीन बाली और भाऊ ने अमन को मरवाया? तिहाड़ में बंद नीरज, नवीन और गैंग के अन्य लोगों से पुलिस ने की पूछताछ. अक्टूबर 2020 में गैंगस्टर नीरज बवाना के रिश्तेदार शक्ति दादा की हत्या हुई थी। उसे 14 गोली मारी गई थीं। इस हत्याकांड में अमन पर मुखबिरी करने का शक जताया गया था। उसके बाद अमन हिमांशु गैंग के निशाने पर आ गया। पुलिस जांच में सामने आया कि हमलावरों ने अमन की हत्या का प्लान बनाया था, इसलिए उसे राजौरी गार्ड स्थित बर्गर किंग आउटलेट में एक ट्रैप के तहत बुलाया गया था। वो अनु को पिछले तीन महीनों से जानता था। दोनों की सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती हुई थी। अनु ने फेक प्रोफाइल बनाया था। अमन दूसरे गैंग से तालुल्क रखता था। घटना के बाद मृतक अमन का मोबाइल फोन गायब था। उसके पास से कोई और आईडी बरामद नहीं हुई है। उसकी जेब से एक बस टिकट और फोन चार्जर के अलावा एक गमछा बरामद हुआ था।

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कौन है अमित मलिक, जिसे भाऊ मरवाना चाहता है?

पुलिस अनु का मोबाइल रिकार्ड खंगाल रही थी तो उन्हें उसमें मलिक का नंबर दिखा। मलिक को पूछताछ के लिए बुलाया तो उसने कई खुलासे किए। अमित ने बताया कि उसकी अनु से दोस्ती थी। दोनों सोशल मीडिया के मार्फत मिले थे। सूत्रों का कहना है कि अनु ने कुछ हफ्ते पहले अमित को मुखर्जी नगर के एक रेस्तरां में मिलने के लिए कहा था, लेकिन वो नहीं आ सका। जांच में बात सामने आई कि मलिक का चचेरा भाई अमित बैसवाल राजेश सरकारी गिरोह से जुड़ा हुआ है। राजेश गिरोह और भाऊ की दुश्मनी है। ऐसा माना जा रहा है कि भाऊ मलिक और जून दोनों को निपटाना चाहता था। इस वजह से अनु दोनों के संपर्क में थी।

कौन हैं बर्गर किंग में गोली चलाने वाले शूटर्स?

दो शूटरों की पहचान कर ली गई है, जो इस साल मार्च में सोनीपत के मुरथल में एक शराब व्यापारी की हत्या में शामिल थे। अनु के साथ तीन बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। एक शूटर आशीष उर्फ लल्लू हिसार का रहने वाला है। दूसरा कालू रोहतक का रहने वाला, तीसरा कन्नू भी रोहतक का ही रहने वाला है। अब पुलिस इसमे शामिल एक पांचवे शख्स की पहचान में जुटी है। इस हत्याकांड में तीन शूटर्स और लेडी डॉन अनु के अलावा एक और शख्स भी शामिल था, जो मौके पर नहीं पहुंचा।

भाऊ का पोस्ट: क्या बदला लेने के लिये की हत्या? 

अमन की हत्या के बाद हिमांशु भाऊ ने कथित हमले की जिम्मेदारी ली थी। उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया और लिखा, ''आज राजौरी गार्डन दिल्ली में जो हत्या हुई है, उसकी जिम्मेदारी मैं हिमांशु भाऊ और मेरा भाई नवीन बाली लेते हैं। हमारे भाई शक्ति दादा के मर्डर में इसका हाथ था और उसी का बदला आज हुआ है। जो भी बाकी है, सब का नंबर आने वाला है.'' अंत में उसने लिखा, ''14 के बदले 40 घाल दी है गिनती कर लियो।'' नवीन बाली और नीरज बवाना भी इस शूटआउट में शामिल है, ऐसा लग रहा है। इस पोस्ट में गैंगस्टर नवीन बाली, नीरज बवाना, काला खरमपुर और नीरज फरीदपुर के नाम भी हैं। दिल्ली और हरियाणा में सक्रिय यह गिरोह रंगदारी मांगने के लिए कुख्यात है। यहां भी कुछ सवाल उठते हैं आखिर  हिमांशु ने नीरज बवाना के भाई का बदला क्यों लिया? क्या हिमांशु भाऊ लॉरेंस का विरोधी गुट है? क्या नीरज और हिमांशु मिल कर लॉरेंस के गैंग के लोगों को टारगेट करना चाहते हैं? क्या ये हत्या भाऊ, नीरज बवाना, नवीन बाली और काला खरमपुर और नीरज फरीदपुर ने मिलकर करवाई? 

कौन है गैंगस्टर हिमांशु भाऊ, कैसे पहुंच गया पुर्तगाल?

हरियाणा के रोहतक जिले का रहने वाला गैंगस्टर हिमांशु भाऊ जाली पासपोर्ट के जरिए साल 2022 में भारत से फरार हो गया था। वो इस वक्त पुर्तगाल में हो सकता है। वहीं से हिंदुस्तान में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। साल 2023 में इंटरपोट ने हिमांशु के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। उसके सिर पर ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। उसके और गैंग पर हत्या, धोखाधड़ी, लूट, फिरौती के 18 से ज्यादा केस दर्ज हैं। हिमांशु 22 साल का है और रतौली गांव का रहने वाला था। हिमांशु अब अपने गुर्गों के जरिए दिल्ली और हरियाणा में ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दिलवा रहा है। उसने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में दबदबा है। हिमांशु गैंग मुख्य रूप से व्यापारियों, शराब विक्रेताओं और सट्टेबाजों से भी पैसा वसूल रहा है। क्राइम ब्रांच ने हिमांशु भाऊ गैंग पर मकोका के तहत केस भी दर्ज किया है। हरियाणा पुलिस ने हिमांशु पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर रखा है। दिल्ली पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया है। उसके सबसे करीबी साहिल को कुछ सप्ताह पहले अमेरिका से हिरासत में लिया गया था। साहिल के खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। साहिल कथित तौर पर विदेश से भाऊ के साथ जबरन वसूली का रैकेट चलाता था और कई मामलों में वांछित है

कैसे हुई थी वारदात?

18 जून की रात करीब 9 बजकर 40 मिनट तीन हमलावरों ने करीब 40 राउंड फारयिंग कर अमन को मौत के घाट उतार दिया था। इसका सीसीटीवी सामने आया था। शूटर अमन की बगल वाली टैबल पर बैठे थे। अमन अपनी दोस्त अनु के साथ दूसरी टेबल पर बैठा था। मौका मिलते ही सफेद रंग की शर्ट पहना शूटर उठता है और अमन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर देता है। अमन अपनी जान बचाने के लिए कैश काउंटर की तरफ दौड़ता है लेकिन हमलावर भी फायरिंग करते हुए उसके पीछे पहुंचकर गोलियां मारते हैं। इसके बाद अनु भी आरोपियों के साथ बाहर भाग जाती है। वहां से किस तरफ आरोपी और अनु भागे,  इसकी तहीकात जारी है। घटना के दो दिन के बाद अनु की लोकेशन कटरा ट्रैक हुई, लेकिन उसके बाद से उसका कुछ भी अता-पता नहीं है।

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