Shams ki Zubani: 18 सितंबर की दोपहर ही प्लानिंग हो चुकी थी, अंकिता की ज़िंदगी के आख़िरी घंटों की कहानी
Shams ki Zubani: 18 सितंबर की दोपहर ही प्लानिंग हो चुकी थी, अंकिता की ज़िंदगी के आख़िरी घंटों की कहानी। कैसे रची गई साजिश ? आखिरी बार किस बात को लेकर हुई थी लड़ाई।
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Shams ki Zubani: शम्स की जुबानी में आज बात अंकिता मर्डर केस की। अंकिता मर्डर केस में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच लगातार आगे बढ़ रही है। आईए आपको बताते है इस मामले में कैसे साजिश की शुरुआत हुई और कैसे इसका अंत हुआ। दरअसल 18 सितंबर को इस साजिश की शुरुआत तब हुई, जब पुलकित ने अंकिता से कहा कि उसके कुछ वीवीआईपी गेस्ट आ रहे हैं। उनका ध्यान रखना पड़ेगा। हालांकि पुलकित की इतनी हिम्मत कैसे हुई, ये भी सोचने वाली बात है। उसे ये कैसे लग गया था कि ये लड़की, जिसको उसने कुछ ही दिन पहले नौकरी पर रखा है, एक कमरा दिया है, उसकी बात मान लेगी।
Shams ki Zubani: अंकिता हिम्मती लड़की थी। उसने तुरंत इस बात का विरोध किया। जैसे ही उसने इस बात का विरोध किया, तुरंत पुलकित ने बात बदल दी और कहा कि वो तो उससे कहना चाह रहा था कि वो ऐसी किसी लड़की को जानती है, जो ये काम कर सके। उसे 10 हजार रुपए भी मिल जाएंगे। ये बात अंकिता ने अपने दोस्त पुष्प को बताई थी। इतना ही नहीं, उसने पुष्प को कई बातें बताई। उसने इस रिजार्ट में चल रहे गंदे धंधे के बारे में भी बताया।
Shams ki Zubani: फिर सवाल ये भी है कि अंकिता इस बात को क्यों इग्नोर कर रही थी ? क्या नौकरी की वजह से ? या फिर वजह कुछ और थी ? जो बात समझ में आ रही है कि वो ये है कि वो इसलिए इस बात को इग्नोर कर रही थी कि क्योंकि वो गरीब लड़की थी और नौकरी उसके लिए बहुत बड़ी चीज थी। वो उसे किसी भी हाल में छोड़ना नहीं चाहती थी, लेकिन कहते है कि हर चीज की एक लिमिट होती है। अगर कोई लिमिट क्रास करेगा तो मजबूरन लड़की कदम उठाने को तैयार हो जाएगी।
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एक बार पुलकित ने भी बातचीत में कहा था कि अंकिता किसी बात को लेकर अपसेट थी, लेकिन वो क्या बात थी, इसके बारे में पुलकित ने कुछ नहीं बताया। उसको बार बार प्रताड़ित किया जा रहा था।
Shams ki Zubani: 18 सितंबर को चारों, जिसमें पुलकित, सौरभ, अंकित और अंकिता करीब 6.30 बजे रिजार्ट से ऋषिकेश के लिए निकल गए थे। चारों दो वाहनों से गए थे। पुष्प से बातचीत करने के दौरान पुलकित बोल रहा था कि हम लोग शाम को अंकिता के साथ निकले थे। ऋषिकेश में घूम रहे थे और रात 9 बजे रिजॉर्ट में वापस आ गए थे। अंकिता भी रिजॉर्ट में आई थी, इसके बाद अंकिता ने रात का खाना खाया था। सुबह वह कमरे में नहीं मिली, हम सभी उसे तलाश रहे हैं। इसके साथ ही पुलकित ने कहा कि मैंने अपना फोन अंकिता को पूरी रात के लिए दे दिया था, जबकि जांच में खुलासा हुआ था कि हत्याकांड के पहले अंकिता और अन्य आरोपियों के बीच झड़प के दौरान पुलकित का फोन नहर में गिर गया था। सीसीटीवी से साफ हो गया था कि गए थे चार लोग, लेकिन रिजार्ट वापस 3 लोग ही आए थे। अंकिता को नहर में धक्का दे दिया गया था।
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Shams ki Zubani: दरअसल, अंकिता जब पुलकित और बाकी 2 अन्य आरोपियों के साथ निकली थी, तब भी वह अपने दोस्त से बातचीत कर रही थी। अंकिता ने अपने दोस्त से कहा था कि वो 8:30 बजे कॉल करेगी, लेकिन जब अंकिता ने कॉल नहीं किया, तो उसके दोस्त पुष्प ने फोन मिलाया। लेकिन अंकिता का फोन नहीं लग रहा था। इसके बाद पुष्प ने पहले पुलकित, फिर अंकित और फिर भास्कर को फोन लगाकर अंकिता के बारे में पूछा।
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तीनों ने एक ही जैसी बात बोली। ऋषिकेश जाने से लेकर वापसी फिर अंकिता को खाना देने और सुबह अंकिता के गायब होने की बात मानों तीनों ने रट ली थी। इसके बाद पुलकित इस मामले की रिपोर्ट करता है।
Shams ki Zubani: इस पूरी बातचीत में पुष्प बार-बार जिस मैटर और मैटर में शामिल रिजॉर्ट के ही किसी स्टाफ की बात कर रहा है, आखिर वो मैटर या स्टाफ है कौन? 18 सितंबर को ही अंकिता इतनी ज्यादा अपसेट या गुस्से में क्यों थी? इसके बाद जांच में ये साफ हो गया कि आखिर सच क्या था ? आरोपी का झगड़ा अंकिता से हुआ था, लेकिन सवाल है कि किस बात को लेकर फिर झगड़ा हुआ था ? इसके बाद पुलकित ने उसे नहर में धक्का दे दिया था और ये तीनों वापस आ गए। लेकिन पुलिस ने अब तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है। आने वाले दिनों में कुछ और खुलासे होंगे।
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