Kerala : केरल नरबलि का मास्टरमाइंड है साइको, श्रीदेवी से शफी बन मानवबलि देने की पूरी कहानी
Kerala Human Sacrifice Story in hindi : साइको रेपिस्ट है नरबलि का मास्टरमाइंड शफी. श्रीदेवी बनकर फेसबुक पर मिला था. पहली बलि से लिए थे 2 लाख रुपये. फायदा नहीं हुआ तो दूसरी बलि दिलाने की पूरी कहानी
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Kerala Women Human Sacrifice Full Story : केरल में दो महिलाओं की मानवबलि की पूरी कहानी. जिसका असली मास्टरमाइंड एक साइको है. उसे साइको रेपिस्ट भी कह सकते हैं. क्योंकि इस मास्टरमाइंड मोहम्मद शफी उर्फ राशिद का असली मकसद तंत्र-मंत्र और काला जादू (Black Magic) से सिर्फ पैसे कमाना और महिलाओं से जिस्मानी संबंध बनाना ही था. इसके लिए खुद ही साजिश रचता. खुद ही उसे अंजाम देता था. इसके लिए वो नकली औरत बनता था. जैसा कि भगवल (Bhagval Singh) और उनकी पत्नी लैला को फंसाने के लिए फेसबुक पर खुद श्रीदेवी बनकर दोस्ती की. फिर मायाजाल फैलाकर शफी से मुलाकात कराई.
जबकि शफी और श्रीदेवी दोनों एक ही शख्स थे. अपनी हवस को बुझाने के लिए उसने तमाम हथकंडे अपनाए. यही वजह है दो महिलाओं की नरबलि से पहले साल 2020 में यही शफी 75 साल की बुजुर्ग महिला से रेप की कोशिश की थी. सेक्सुअल असॉल्ट के इस केस में शफी जेल भी गया था. इसके बाद उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी. जेल भी गया. लेकिन फरवरी 2021 में जेल से फिर बाहर आ गया था. केरल पुलिस इस साइको से जुड़े और ऐसे केस की जांच कर रही है. जिसमें उसने महिलाओं को शिकार बनाया हो.
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साल 2019 में भगवल सिंह से Facebook पर श्रीदेवी बनकर की थी दोस्ती
Kerala Human Sacrifice : केरल पुलिस की जांच में सामने आया है कि नरबलि का मास्टरमाइंड मोहम्मद शफी 3 साल पहले ही देसी इलाज करने वाले भगवल सिंह से संपर्क में आया था. असल में शफी ने एक फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाया था. इस प्रोफाइल में उसने एक लड़की की तस्वीर लगाकर खुद का नाम श्रीदेवी (Bhagval Sreedevi) बताया था.
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उसी से भगवल सिंह से संपर्क करता है. धीरे-धीरे बातचीत का सिलसिला शुरू होता है. बातों ही बातों में भगवल सिंह की आर्थिक हालात के बारे में पता चला. जिसमे बताया गया कि अगर वो ज्यादा धन की जरूरत है तो उसे एक कर्मकांड कराने की जरूरत होगी. ये सिलसिला तीन सालों तक चलता रहा. जेल से आने के बाद श्रीदेवी बने शफी ने फिर से संपर्क किया. श्रीदेवी ने कभी फोन पर बात नहीं की. सिर्फ वो फेसबुक पर चैट करती थी.
चैट में ही उसने बताया था कि उसकी पहचान का एक शख्स शफी है. जो उसका कर्मकांड कराएगा जिससे उन्हें मनचाहा धनदौलत मिल जाएगी. श्रीदेवी ने ये भी कहा था कि उसने भी शफी से ही कर्मकांड कराया था और उसके पास अपार धनदौलत है. ये सुनकर भगवल को उसकी बातों पर भरोसा हो गया.
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इसके बाद श्रीदेवी के कहने पर भगवल सिंह की फोन पर शफी से बात होती है. शफी मुलाकात भी करता है. तब पता चलता है कि भगवल सिंह का अपने एरिया में बड़ा नाम है. वो नेचुरल थेरेपिस्ट हैं. प्राकृतिक तरीके से लोगों का इलाज करते हैं. इनके खुद की पहली पत्नी से हुई बेटी विदेश में सेटल है. दूसरी पत्नी लैला से हुआ बेटा भी विदेश में नौकरी करता है. ऐसे में उनसे काफी पैसा ऐंठ सकता है. इसलिए उन्हें और पैसों का लालच दिखाकर तंत्र-मंत्र और नरबलि दिलाने के लिए तैयार कर लेता है.
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पहली महिला की नरबलि के बाद 2 लाख रुपये लिए थे
पुलिस की जांच में पता चला कि शफी अपने तंत्र-मंत्र और काला जादू का जाल फैलाकर भगवल सिंह को नरबलि दिलाने के लिए तैयार कर लिया. इसके लिए शफी ने खुद ही एक महिला को नरबलि देने के लिए झांसे में ले लिया. इसके एवज में देसी डॉक्टर थेरेपिस्ट भगवल सिंह से 2 लाख रुपये का सौदा भी तय कर लिया. इसके बाद 8 जून को लॉटरी एजेंट रोजलीन को भगवल सिंह के घर बुला लिया था. चूंकि रोजलीन को भी पैसों की जरूरत थी. उसे शफी ने लालच दिया था कि उसे एक ब्लू फिल्म की शूटिंग में एक्टिंग के लिए चुना गया है. इससे उसे 10 लाख रुपये मिलेंगे.
ये कहकर वो रोजलीन को भगवल सिंह के घर पर बुला लिया था. यहां पर शफी ने पहले से ही तंत्र-मंत्र और फिर फिल्म की शूटिंग के लिए पूरा सेट भी तैयार कर लिया था. इसके बाद ब्लू फिल्म की शूटिंग के तहत महिला को बेड पर लिटा दिया फिर उसके हाथ-पैर बांध दिए गए थे. इसके बाद शफी ने ही कहा था कि उसे बंधक से छुड़ाने के लिए जो एक्टर आएगा वो उससे पहले फिजिकल रिलेशन बनाएगा. फिर खुद शफी उस महिला के प्राइवेट पार्ट में चाकू डाल देता है. मीडिया रिपोर्ट में ये भी आया है कि उस महिला के दोनों स्तन को भी चाकू से काट दिया जाता है.
इसके बाद उसके शरीर के 56 टुकड़े किए जाते हैं. नरबलि देते समय भगमल और उसकी पत्नी दोनों ने मांस को पकाकर खाया भी था. लेकिन पुलिस को इससे जुड़ा अभी कोई सबूत नहीं मिल पाया है. पहली नरबलि देने के बाद शफी ने भगवल से 2 लाख रुपये लिए थे. इसके बाद वो चला गया था. ये कहकर कि जल्द ही उन्हें बहुत बड़ा धन लाभ होगा. लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी भगवल को नरबलि से कोई फायदा होता नहीं दिखा. इसके बजाय उलटे उनके 2 लाख रुपये का नुकसान भी हो गया.
पहली नरबलि असफल, इसलिए सितंबर में दी दूसरी मानव बलि
पहली नरबलि से कोई फायदा नहीं होने पर भगवल सिंह लगातार शफी से शिकायत करने लगे. इसके बाद शफी ने भगवल सिंह को इसकी असली वजह बताई. ये कहा कि उनके घर पर जो साया है वो काफी बड़ा है. जिसकी वजह से फायदा नहीं हो रहा है. इसलिए एक और महिला की नरबलि देनी होगी. इसके बाद ही शफी ने दूसरी महिला को टारगेट करना शुरू किया. उसी दौरान उसके निशाने पर आईं पदमम्.
उन्हें अपने झांसे और पैसों का लालच देकर तैयार कर लिया. इसके बाद 26 सितंबर 2022 को 50 साल की पदमम् को भगमल के घर ले जाकर उसी तरीके से नरबलि दी जाती है. लेकिन पदमम् केस में पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर शफी को शक के घेरे में लेकर हिरासत में ले लेती है. जिसके बाद केरल पुलिस ने इस पूरे मानवबलि केस का खुलासा करती है. अब पुलिस ये पता लगा रही है कि शफी ने और कितने ऐसे कर्मकांड किए हैं.
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