Gangwar in Jail: गोल्डी बराड़ के इशारे पर हुआ जेल के भीतर गैंगवॉर, मारे गए सिद्धू मूसेवाला को मारने वाले
Moose Wala murder accused: पंजाब की जेल में हुए एक खूनी संघर्ष में दो गैंग्स्टर्स मारे गए जबकि तीसरा ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। लेकिन इस गैंगवॉर का सच सोशल मीडिया के जरिए सामने आया उसके मुताबिक जेल के भीतर ये खूनी झगड़ा खुद गोल्डी बराड़ के
ADVERTISEMENT
Gangwar in Jail: मर गए सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मारने वाले। ये कोई कहावत नहीं, बल्कि जीती जागती हकीकत है जो पंजाब की तरनतारन ज़िले की गोइंदवाल जेल से सामने आई है। और जेल से जो सच बाहर निकला उसने हड़कंप मचा दिया।
खुलासा यही है कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस के आरोपी गैंग्स्टर मंदीप तूफान और मनमोहन सिंह के साथ साथ केशव के बीच खूनी झड़प हो गई। ये झड़प इस कदर खूनी हो गई कि बुरी तरह से जख़्मी हुए मंदीप तूफान और मनमोहन की मौत तक हो गई। जबकि गैंग्स्टर केशव बुरी तरह से जख़्मी है। पुलिस के मुताबिक केशव के सिर में गहरी चोट लगी हैं जिसका इलाज गुरु नानक देव अस्पताल में किया जा रहा है।
लेकिन इस सिलसिले में जो खुलासा सामने आया है उसके मुताबिक जेल में गैंगवॉर भी गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर ही हुआ था। असल में ये खुलासा गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट से सामने आया। अपनी पोस्ट में गोल्डी बराड़ ने लिखा कि आज जो भी जेल में हुआ है उसकी जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप लेता है हमारे भाई अंकित सिरसा, कशिश, मामा केटा ने इनको मारा है। इन्होंने जग्गू के कहने पर हमारे भाई मनप्रीत भाऊ को 2 दिन पहले बैरक में मारा था और जग्गू ने हमारे साथ दोगलापन किया है। हमारी सारी मुखबरी पुलिस को दी। हमारे साथी जगरूप रूपा और मनु की मुख्भरी देकर उनका एनकाउंटर करवाया। जग्गू ने हमारा बहुत नुकसान किया और अब जग्गू के बंदे जहां-जहां नशा बेचते हैं और जग्गू के गुर्गे है उनकी खैर नहीं। वह अब बच के रहें। वह हमारे टारगेट में है। हम न नशा भेजते हैं ना हम नशा करते हैं और ना बेचने देंगे।
ADVERTISEMENT
ये वही गैंग्स्टर हैं जिन्होंने 29 मई को पंजाब के मनसा ज़िले में पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। और हत्या के बाद इस शूटआउट की पूरी ज़िम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गोल्डी बराड़ ने ली थी।
जेल के भीतर हुए इस खूनी संघर्ष में जो गैंग्स्टर मारे गए मंदीप तूफान और मनमोहन सिंह का ताल्लुक जग्गू भगवानपुरिया गैंग से है। बताया जा रहा है कि ये दोनों ही जग्गू भगवानपुरिया गैंग के खास शार्पशूटर माने जाते थे। और इन्हीं दोनों शार्प शूटरों को खासतौर पर गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए चुना था।
ADVERTISEMENT
बताया जा रहा है कि जेल में ही थाली और प्लेटों को काटकर तेजधार हथियार बनाए गए थे जिससे बदमाशों ने एक दूसरे के ऊपर जानलेवा हमला किया बदमाशों के सिर पर धारदार हथियार से चोट के निशान पाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक मनदीप सिंह तूफान की जेल में कैदियों के साथ किसी बात को लेकर झड़प हुई थी इसके बाद कैदियों ने उसे पीट-पीटकर मार डाला।
ADVERTISEMENT
बताया जा रहा है कि मनदीप सिंह तूफान राई का रहने वाला है जिसे सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पुलिस ने तरनतारन के थाना वैलोवाल के गांव खख से पकड़ा था।
गोइंदवाल जेल के सूत्रों से पता चला है कि तीनों गैंग्स्टरों के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। हमले में मनदीप और मनमोहन के सिर पर ज़्यादा गंभीर चोट लगी जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। हालांकि इसी संघर्ष में केशव को भी गहरी चोट लगी हैं लेकिन वो ज़िंदा है और उसका इलाज चल रहा है।
बताया ये भी जा रहा है कि इस गैंगवार में मारा गया मनमोहन सिंह मोहना ने ही पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की रेकी की थी। इतना ही नहीं। मोहना ही वो गैंग्स्टर है जिसने सिद्धू मूसेवाला मर्डर में शामिल शूटरों को अपने घर पर पनाह भी दी थी। पुलिस की तफ्तीश के मुताबिक उसके घर पर चार शार्ट शूटरों ने पनाह ली थी।
जबकि इस गैंगवॉर में बुरी तरह से जख्मी तीसरा गैंग्स्टर केशव ने मूसेवाला हत्याकांड में काफी अहम रोल अदा किया था। उसने हत्याकांड में शामिल गैंग्स्टरों के लिए जगह और हथियार मुहैया करवाने में मदद की थी। इसके अलावा वो सिद्धू मूसेवाला के शूटरों के साथ पंजाब से गुजरात भाग गया था। पुलिस ने केशव को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से गिरफ्तार किया था।
दरअसल मनमोहन मोना ने मुसेवाला की रेकी की थी मानसा का ही रहने वाला है, जग्गू भगवान पुरिया का खास खास था जबकि मनदीप तूफान बैक अप शूटर था मुसेवाला केस का। तूफान अमृतसर के पास का रहने वाला था पंजाब एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने पकड़ा था।
ADVERTISEMENT