तिहाड़ जेल ने दिल्ली पुलिस से मांगी खूंखार गैंगस्टर की लिस्ट, खूंखार कैदियों को अलग रखने की कवायद शुरु
Delhi Gangster News: ‘‘गैंगस्टर’’ टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में चाकू मारकर हत्या किये जाने के एक दिन बाद दिल्ली कारागार विभाग ने बुधवार को कहा कि वह बाहर सक्रिय गिरोहों के बारे में पुलिस से तत्काल सूचना देने का अनुरोध करेगा, ताकि जेल में बंद
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Delhi Gangster News: ‘‘गैंगस्टर’’ टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में चाकू मारकर हत्या किये जाने के एक दिन बाद दिल्ली कारागार विभाग ने बुधवार को कहा कि वह बाहर सक्रिय गिरोहों के बारे में पुलिस से तत्काल सूचना देने का अनुरोध करेगा, ताकि जेल में बंद इन गिरोहों के सदस्यों को अलग-अलग रखा जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
कुख्यात गोगी गिरोह के कथित चार सदस्यों ने दिल्ली की तिहाड़ जेल में, रोहिणी अदालत में गोलीबारी की घटना के आरोपी टिल्लू ताजपुरिया की मंगलवार सुबह एक धारदार हथियार से 92 बार हमला कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया कि ताजपुरिया (33) को जेल के भूतल स्थित वार्ड में बंद किया गया था। हमलावर-दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान उसी वार्ड के पहले तल पर बंद थे। हमलावरों ने उच्च सुरक्षा वाले वार्ड के पहले तल पर लगी लोहे की दो छड़ों को काटा और उन्हें फिर से वहां रख दिया, ताकि किसी को शक नहीं हो। उन्होंने बताया कि हमले से पहले उन्होंने इन सलाखों को हटाया और वे एक चादर की सहायता से नीचे उतर आए।
कारागार विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम पुलिस के साथ समन्वय करेंगे और सक्रिय गिरोहों को लेकर जानकारी प्राप्त करेंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए इन गिरोहों के सदस्यों को अलग रखा जा सके। यह एक नियमित अभ्यास है और हम फिर से पुलिस से संपर्क करेंगे।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) जेल परिसर के अंदर सुरक्षा ढांचे को लेकर नियमित लेखा परीक्षण करता है। इस दौरान वे उन क्षेत्रों का पता लगाते हैं जिनमें सुधार किया जा सकता है।’’ एक अधिकारी ने बताया कि कैदी आमतौर पर धातु की उन वस्तुओं से हथियार बनाते हैं - जो पत्थरों और टाइलों की मदद से ज्यादातर पंखों, वाटर कूलर और जाली से काटी जाती हैं।
अधिकारियों ने कहा कि अप्रैल में जेल के अंदर 53 छापे मारकर 32 गैर-धारदार और 22 धारदार हथियार बरामद किए गए थे। केंद्रीय कारागार संख्या आठ और नौ में 2,300 से अधिक विचाराधीन कैदी हैं, जबकि जेल में 1,200 कैदियों को रखे जाने की क्षमता है। इनमें 40 उच्च सुरक्षा वाले कैदी हैं। जेलकर्मी और सुरक्षाकर्मियों तीन पालियों में काम करते हैं।
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एक अधिकारी ने बताया कि जेल में कुल 975 सीसीटीवी कैमरे हैं। उन्होंने बताया कि चार में से तीन हमलावर इसी साल तिहाड़ जेल लाए गए थे। हमलावरों को अब अन्य जेल में ले जाया गया है।
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(PTI)
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