घूमना किसे पसंद नहीं होता लेकिन अगर दोस्त के साथ घूमने की बात आए तो उसका मजा ही कुछ और होता है.
बीच समंदर 29 दिनों तक फंस गए दो दोस्त!
सोलोमोन्स द्वीप से घूमने निकले 2 दोस्त जीपीएस ट्रैकर के ख़राब होने के कारण समंदर 29 दिनों तक में भटकते रहे, दोनों दोस्तों ने कहा ये हर चीज से एक अच्छा ब्रेक था, Read crime news in Hindi on Crime Tak.
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12 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:07 PM)
लेकिन लिवे नानजिकाना और जूनियर कोलोनी नाम के दो दोस्तों के साथ जो हुआ वो जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
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दरअसल ये दोनों दोस्त एक आईलैंड से घूमने निकले थे और अचानक इनके जीपीएसब ट्रैकर ने काम करना बंद कर दिया. जिसके बाद ये समुद्र में ही 29 दिनों तक लापता रहे. अब इस चुनौती से सुरक्षित बच कर आने के बाद दोनों दोस्तों ने कहा है कि ये हर चीज से एक अच्छा ब्रेक था.
दरअसल लिवे नानजिकाना अपने दोस्त जूनियर कोलोनी के साथ 3 सितंबर को मोनो आईलैंड से 60-हॉर्सपावर की एक छोटी मोटर बोट पर घूमने निकले थे.
द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक उनके ट्रैकर ने अचानक काम करना बंद कर दिया इसके बाद उनके लिए पर्यटन खुद के जीवन के अस्तित्व को बचाने की लड़ाई में बदल गया.
दोनों दोस्त सोलोमन द्वीप के नाविक हैं और न्यू जॉर्जिया द्वीप की यात्रा के दौरान जीपीएस सिस्टम खराब होने के बाद लक्ष्य से भटक कर बहने लगे. उनके पास खाने के लिए बस संतरे की एक बोरी थी.
दोनों दोस्तों ने कहा उन्होंने पहले यात्रा की थी लेकिन इस बार भारी बारिश और हवा के ने उनके जहाज को उड़ा दिया जिससे उनका जीपीएस ट्रैकर क्षतिग्रस्त हो गया.
इसका नतीजा यह हुआ कि वे मोनो द्वीप पर अपने शुरुआती बिंदु के उत्तर पश्चिम में 29 दिनों तक 400 किलोमीटर पानी में तैरती रहे.
खराब मौसम से उनकी स्थिति और भी बदतर बन गई .जीपीएस की खराब हो जाने के बाद उनके लिए खुद को बचाए रखना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा था.
उन्होंने कहा हम नहीं देख सकते थे कि हम कहां जा रहे थे और इसलिए हमने इंधन को बचाने के लिए इंजन को बंद करने और प्रतीक्षा करने का फैसला किया दोनों दोस्त संतरे, नारियल और वर्षा के जल से जीवित रहते हुए 29 दिनों तक बिना किसी दिशा के 400 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में समुद्र में तैरते रहे.
उन्होंने पापुआ न्यू गिनी के तट पर एक मछुआरे को देखा जिसे देख कर उनको उन्होंने राहत की सांस ली. 29 दिनों में दोनों इतने कमजोर हो गए थे कि जब 2 अक्टूबर को पोमियो शहर पहुंचे तो उन्हें नाव से उठाकर पास के घर में ले जाना पड़ा.
नानजिकाना ने कहा कि उन्होंने एक्सपीरियंस से कुछ पॉजिटिव चीजें सीखी हैं. उसने कहा, "मुझे नहीं पता था कि जब मैं वहां था तो क्या हो रहा था. उन्होंने कहा, "मैं घर वापस जाने के लिए उत्सुक हूं लेकिन मुझे लगता है कि यह हर चीज से एक अच्छा ब्रेक था."
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