Lakhimpur Kheri Incident: पहली वजह तो ये बताई जा रही है कि उन्होंने पुलिस जांच के साथ सहयोग नहीं किया दूसरी वजह ये बताई जा रही है कि वारदात के दिन वो दोपहर 2.30 बजे से 3.30 बजे के बीच कहां थे। जिसका जवाब आशीष मिश्रा पुलिस की एसआईटी के सामने नहीं दे पाए हैं। लगभग उसी वक्त आशीष मिश्रा पर किसानों को कुचलने का आरोप लगा था। अब कल आशीष मिश्रा को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। जिसके बाद एसआईटी पूरे मामले की जांच के लिए कोर्ट से आशीष की रिमांड मांग सकती है।
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पुलिस का एक्शन, 12 घंटे की पूछताछ के बाद आशीष मिश्रा गिरफ़्तार
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09 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:07 PM)
आशीष मिश्र से सुबह 10 बजकर 38 मिनट से पूछताछ चल रही थी। एसआईटी टीम के अलावा एक मजिस्ट्रेट भी इस पूछताछ में शामिल थे। बताया जा रहा है कि कुल 6 लोगों की टीम आशीष से पूछताछ कर रही थी।इस मामले को लेकर विपक्ष पूरी तरह से यूपी और केन्द्र सरकार को लेकर लामबंद है। संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की थी कि आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी और केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा का इस्तिफा अगर नहीं होता है तो वो इसको लेकर आंदोलन करेंगे।
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उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर ये गिरफ्तारी बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार अपने ऊपर किसी दाग को लगाने के लिए तैयार नहीं है। ऐसा भी हो सकता है कि आने वाले चंद दिन में अजय मिश्रा का भी इस्तिफा हो जाए क्योंकि वोटों की फसल काटने के लिए बीजेपी इस तरह का समझौता नहीं करना चाहेगी। जबकि देश में हर किसी को मालूम है कि प्रधानमंत्री की कुर्सी उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों से होकर निकलती है।
इस पूछताछ में डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी शामिल थे। आशीष मिश्रा ने अपने पक्ष में कई वीडियो पेश किए थे। उन्होंने 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पेश किया, जो बताते हैं कि वो काफिले के साथ नहीं था, दंगल मैदान में था।
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