सरिया खरीद के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, बड़े विज्ञापनों के जरिए बनाते थे भौकाल, दो जालसाज गिरफ्तार

Delhi Crime News: विज्ञापनों को देखकर अगर कोई ने कॉल कर देता तो इसके बाद यह खुद को इतना बड़ा कारोबारी बताते कि सामने वाला इनके झांसे में आ ही जाता है।

जांच में जुटी पुलिस

जांच में जुटी पुलिस

10 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 10 2023 5:10 PM)

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दिल्ली से हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट

Delhi Crime News: उत्तर पूर्वी दिल्ली की साइबर थाने ने दो ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है जो सोशल मीडिया पर विज्ञापन देते, विज्ञापन में खुद को लोहे के सरिया का बड़ा कारोबारी बताते। विज्ञापन के जरिए लोगों को विश्वास दिलाते इनके सरिया अच्छे हैं लेकिन बाजार से काफी सस्ते हैं। उन विज्ञापनों को देखकर अगर कोई ने कॉल कर देता तो इसके बाद यह खुद को इतना बड़ा कारोबारी बताते कि सामने वाला इनके झांसे में आ ही जाता है। अपने सामान को अच्छा बताते और सस्ता बताते। बाजार से आधे रेट पर। जब भी कोई इन्हे ऑर्डर देता तो यह उस 50% रकम एडवांस में मांगते। एक बार कोई नई एडवांस दे देता तो बस उसे नंबर को यह हमेशा के लिए बंद कर देते।

विज्ञापन में खुद को लोहे के सरिया का बड़ा कारोबारी बताते

पुलिस ने इस गैंग से जुड़े दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसके नाम दीपक कुमार और जितेंद्र कुमार है। दोनों बिहार के किसी शहर में बैठकर देश के अलग-अलग हिस्सों में सोशल मीडिया के जरिए विज्ञापन देते। विज्ञापन में खुद को लोहे का बड़ा कारोबारी बताते। 29 सितंबर को प्रद्युम्न तिवारी नाम के एक लोहे के कारोबारी ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी की उनकी अपनी दुकान है जहां पर वह लोहे की रोड और सरिया बेचने का काम करते हैं। प्रद्युम्न ने पुलिस को बताया कि 12 सितंबर को वह ऑनलाइन सर्च कर रहे थे किसी बड़े लोगे कारोबारी के बारे में इस दौरान इन्हें सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन नजर आया जो अच्छा सरिया सस्ते दाम पर दे रहा था।

सोशल मीडिया के जरिए विज्ञापन देते

इसके बाद प्रदुम्न ने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर कॉल किया। आयरन रॉड की कीमत करीब 13 लाख 33 हजार तय हुई। एग्रीमेंट के मुताबिक प्रदुम्न ने पचास प्रतिशत रकम 6 लाख सत्तर हजार दो अलग अकाउंट में जमा करा दिए। बस इसके बाद सामने वाले के मोबाइल नंबर बंद हो गए। फिर प्रदुम्न को पता लगा की वो ठगी का शिकार हो गया है। प्रदुम्न की शिकायत पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली और एक अकाउंट में जमा तीन लाख की रकम को फ्रिज करा दिया। 

50% रकम एडवांस में मांगते

इसके बाद टेक्निकल जांच और मनी ट्रेल के जरिए पुलिस ने बिहार से दोनो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़ में आए दोनो आरोपियों के पास से 15 मोबाइल फोन, 25 सिम कार्ड, अलग अलग बैंक के 20 एटीएम कार्ड, सात चेक बुक, चार पासबुक और कई दूसरे दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक दीपक और जितेंद्र को महंगी कार और हाई एंड बाइक का शौक था जिसे पूरा करने के लिए दोनो ने ये रास्ता अपनाया था। पुलिस के मुताबिक इन दोनो ने एक साल में 100 से ज्यादा लोगो के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है।


 

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