गैंगरेप में फंसे IAS अफसर का चंडीगढ़ में 95 करोड़ का रिसॉर्ट, गिफ्ट में मिली मर्सिडीज, ED के रडार पर बिहार के कई IAS

IAS अफसर संजीव हंस की प्रापर्टी की लिस्ट शुरु तो होती है खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। यही वजह है कि पुलिस के साथ साथ ईडी ने भी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। 

CrimeTak

25 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 26 2024 12:45 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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IAS संजीव हंस के घर ED की रेड

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छापेमारी से हड़कंप

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चंडीगढ़ में 95 करोड़ का रिसॉर्ट

Bihar: इन दिनों बिहार कैडर के IAS अधिकारी चर्चा में हैं। सीनियर IAS अफसर संजीव हंस के काले कारनामों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। जैसे जैसे पुलिस गैंगरेप के आरोपों की जांच आगे बढ़ा रही है इन अफसर की काली कमाई के राज़ भी फाश हो रहे हैं। पटना के कप्तान की ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि  IAS अफसर संजीव हंस के पास करोड़ों के रिसार्ट और लग्जरी कारें हैं। जांच में पता चला है कि हंस ने चंडीगढ़ में करीब 100 करोड़ का एक रिसार्ट खरीदा है। 1997 बैच के IAS अफसर संजीव हंस पर आरोप है कि प्रीपेड मीटर के डिमांड बढ़ाने के लिए मीटर कंपनी वालों ने मर्सिडीज कार गिफ्ट में दी थी।

रेप की जांच में खुली IAS अफसर की काली कमाई

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आपको बता दें कि बिहार में सीनियर आईएएस अफसर संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ एक वकील के साथ कथित सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था। संजीव हंस राज्य के ऊर्जा विभाग में प्रधान सचिव के रूप में तैनात हैं, जबकि यादव मधुबनी जिले के झांझरपुर से पूर्व विधायक हैं। गैंगरेप का ये केस बिहार के दानापुर की एक अदालत के आदेश पर पटना पुलिस ने दर्ज किया था। महिला ने 2021 में रूपशपुर पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया था।

संजीव हंस का चंडीगढ़ में 95 करोड़ का रिसॉर्ट

दानापुर सिविल कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) नवीन कुमार श्रीवास्तव के आदेश पर बिहार कैडर 1997-बैच के आईएएस अधिकारी और पटना के रूपसपुर पुलिस स्टेशन में पूर्व विधायक के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। पुलिस की जांच के साथ साथ ईडी भी करप्शन के आरोपों की जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक IAS अफसर संजीव हंस की प्रापर्टी की लिस्ट शुरु तो होती है खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। यही वजह है कि पुलिस के साथ साथ ईडी ने भी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम ने बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व आरजेडी विधायक गुलाब यादव के खिलाफ धन शोधन की जांच के तहत बिहार, दिल्ली और पुणे में कई परिसरों पर छापे मारे हैं।

मीटर वालों से गिफ्ट में मिली मर्सिडीज

संजीव हंस मौजूदा वक्त में बिहार ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो ED को कई ऐसे सबूत मिले है, जिसमें संजीव हंस से जुड़े आईएएस अफसर और उनकी पत्नियां भी एजेंसियों के रडार पर हैं। ईडी की रेड में अहम दस्तावेज मिले हैं जो इस बात की गवाही दे रहे हैं कि संजीव हंस की पत्नी नवनीत और गुलाब यादव के साथ उनकी पत्नी एमएलसी अंबिका बिजनेस पार्टनर हैं। दोनों का पुणे में सीएनजी स्टेशन में बड़ा इनवेस्टमेंट है। इनके दिल्ली और चंडीगढ़ में करोड़ों की प्रापर्टी होने के भी सबूत मिले हैं। छापेमारी में कई कंपनियों को ठेका पट्टा देने के कागजात भी मिले हैं। संजीव हंस के घर से लाखों रुपए की विदेशी घड़ियां और कीमती सामान मिला था। 

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