NEET Paper Leak का सरगना राकेश रंजन गिरफ्तार, 10 दिन की मिली रिमांड 

NEET Paper Leak: बिहार में नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने मुख्य सरगना राकेश रंजन (रॉकी) को गिरफ्तार कर लिया है। 

CrimeTak

11 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 11 2024 7:01 PM)

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बिहार नीट पेपर लीक मामला

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पेपर लीक का सरगना राकेश रंजन गिरफ्तार

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कहां है मुख्य आरोपी संजीव मुखिया?

Bihar NEET Paper Leak: बिहार में नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने मुख्य सरगना राकेश रंजन (रॉकी) को गिरफ्तार कर लिया है। उसे पटना से गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई को रंजन की 10 दिन की हिरासत मिली है। राजीव पेपर लीक के मुख्य सरगना संजीव मुखिया के बारे में अहम क्लू दे सकता है। 

संजीव मुखिया का भांजा है रंजन

रंजन उर्फ रॉकी रांची में होटल चलाता है और संजीव मुखिया का भांजा है। पेपर लीक होने के बाद उसे हल करने के लिए रॉकी ने ही Solvers का जुगाड़ किया था। सीबीआई को यह सफलता अमन सिंह की गिरफ्तारी के बाद मिली। सीबीआई ने अमन को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद रंजन के बारे में क्लू मिला। इसके बाद छापा मार उसे अरेस्ट कर लिया गया। पटना और कोलकाता में उससे जुड़े ठिकानों पर छापेमारी के बाद आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं। अब सीबीआई को तलाश है संजीव मुखिया की। 

सैलरी पर रखे थे लड़के!

संजीव मुखिया ने अपने नेटवर्क में लड़कों को सैलरी पर रखा हुआ था। कई करीबी लड़कों को उसने बाइक भी दे रखी थी। नालंदा और पटना जिले में संजीव मुखिया के तकरीबन 30 पेड एंप्लॉइ (Paid Employees) होने की जानकारी मिली थी। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य कई राज्यों में संजीव मुखिया के संपर्क हैं। संजीव नालंदा के होर्टिकल्चर कॉलेज में काम करता था। पेपर लीक के बाद वो लापता हो गया। 

कहां है संजीव मुखिया?

संजीव को लेकर सीबीआई की कई टीमें काम कर रही हैं। ऐसी आशंका है कि वो नेपाल भाग गया है, लेकिन पुख्ता तौर पर अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। उसे पेपर प्रिंसिपल से मिला था और आगे उसने ये पेपर फॉरवर्ड किया था, लेकिन पता चला है कि उसका नेटवर्क बहुत बड़ा है। आरोप है कि उसके गैंग ने यूपी सिपाही भर्ती पेपर का पर्चा भी लीक किया था। ऐसे में उसकी गिरफ्तारी अहम मानी जा रही है।

संजीव को पेपर लीक का आइडिया रंजीत डॉन से मिला। वो उसके साथ काम करता था। बाद में संजीव ने अपना गैंग बना लिया। संजीव गैंग पर तीन पेपर लीक करने के आरोप हैं। ये हैं, नीट यूजी, बिहार टीचर भर्ती और बिहार सिपाही भर्ती पेपर। 2016 में पहली बार संजीव मुखिया को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अब एक बार फिर वो सीबीआई की रडार पर है।

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