Fact Check: कोर्टरूम में वकीलों ने SDM साहब को उनकी ही कोर्ट में पीट दिया?, SDM को थप्पड़ मारने वाला Video कितना सच

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के गोमती जोन के डीसीपी मनीष सांडिल्य से बात करने पर उन्होंने बताया कि घटना वाराणसी के राजातालाब तहसील के SDM (न्यायिक) की कोर्ट में हुई है. 

CrimeTak

• 08:48 PM • 19 Jul 2024

follow google news

UP News: वाराणसी के SDM कोर्ट का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट किया गया है. 1 मिनट 17 सेकंड के इस वीडियो में लिखा है, 'अब SDM साहब को कौन न्याय दिलाएगा? जब जज की कुर्सी पर बैठे SDM साहब का यह हाल है तो अधीनस्थों का क्या होगा?'

SDM को थप्पड़ मारने वाला Video निकला फेक

वायरल वीडियो वाराणसी SDM कोर्ट का बताया जा रहा है. 17 जुलाई को 10:38 बजे पोस्ट किए गए वीडियो के जवाब में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के गोमती जोन ने कहा कि 'उक्त मामले में राजातालाब थाने की पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.'

पेशकार और वकीलों के बीच हुई थी मारपीट

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के गोमती जोन के डीसीपी मनीष सांडिल्य से बात करने पर उन्होंने बताया कि घटना वाराणसी के राजातालाब तहसील के SDM (न्यायिक) की कोर्ट में हुई है. 9 जुलाई 2024 को शिकायत मिली कि घटना SDM (न्यायिक) के साथ नहीं बल्कि उनके पेशकार प्रशांत कुमार सोनकर के साथ हुई है.

घटना के बाद वकीलों ने विरोध जताया और राजातालाब थाने में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. इसमें मारपीट के अलावा एससी-एसटी की धाराएं भी शामिल हैं. चार अधिवक्ता और एक अन्य शामिल हैं और मामले की जांच जारी है.

पीड़ित प्रशांत कुमार सोनकर ने शिकायत में बताया कि वह कोर्ट में पेशकार पुस्तिका का रखरखाव कर रहे थे, इसी दौरान तहसील बार राजातालाब के अधिवक्ता सर्वजीत भारद्वाज आए और उनसे बहस करने लगे. जूनियर अधिवक्ताओं के साथ मिलकर उन्होंने प्रशांत कुमार को बुरी तरह से मारा-पीटा, जिससे उनके कान से खून बहने लगा और वे बेहोश हो गए.

प्रशांत कुमार ने आरोप लगाया कि अधिवक्ता सर्वजीत भारद्वाज पहले भी कई फाइलों में जबरदस्ती अपने पक्ष में आदेश कराने का दबाव बना चुके हैं. मनोज भारद्वाज ने फोन पर गाली-गलौज और मारपीट की धमकी दी थी. घटना के बाद भी वे अपने जूनियर अधिवक्ताओं के साथ कोर्ट में आए और प्रशांत कुमार के साथ मारपीट की. गाली-गलौज और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया. प्रशांत कुमार ने उपरोक्त घटना के मद्देनजर अधिवक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp