Sandalwood Murder: हत्यारोपी फिल्मस्टार को बचाने के लिए नेताओं ने दिखाई सत्ता की हनक, बचने के लिए पुलिस ने चली ये चाल

GOPAL SHUKLA

14 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 14 2024 4:11 PM)

Renuka Swami Case: कर्नाटक में रेणुकास्वामी हत्याकांड में नेताओं ने सत्ता की हनक का इस्तेमाल कर एक्टर दर्शन को बचाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। ऐसे में इस पैसे और पावर के दबाव से बचने के लिए पुलिस ने एक ऐसी चाल चली जिससे केस की तफ्तीश पर किसी तरह का दबाव न पड़ सके।

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Bengaluru, Karnataka: रेणुकास्वामी हत्याकांड (Renuka Swami Murder Case) को लेकर हर रोज चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। मजे की बात ये है कि इस कांड का हर एक नया खुलासा किसी फिल्मी स्क्रिप्ट जैसा ही दिखाई देता है। लेकिन सबसे ताजा खुलासा और भी ज्यादा चौंकाने वाला है। इस खुलासे में पैसे और पावर का कॉकटेल साफ नज़र आता है। रेणुकास्वामी हत्याकांड को लेकर ये चर्चा खासी गर्म है कि 'सैंडलवुड स्टार' (Sandalwood Star) दर्शन को बचाने के लिए कर्नाटक के कुछ नेताओं ने सत्ता की हनक का इस्तेमाल करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी।  

Actor दर्शन को बनाया आरोपी नंबर 2

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एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस केस पर ज्यादा सियासी दबाव न पड़े इसलिए पुलिस ने दर्शन को "आरोपी नंबर 2" बनाने का फैसला किया है जबकि उसकी प्रेमिका पवित्रा गौड़ा को "आरोपी नंबर 1" बनाया है। हालांकि जिस वक्त फिल्म स्टार दर्शन को पुलिस ने मैसूरु के एक होटल से हिरासत में लिया उस वक्त डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने ये आरोप लगा कर तहलका मचा दिया कि राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री एक्टर दर्शन की सीधे तौर पर मदद कर रहे हैं। ये कोशिश ठीक वैसी ही है जैसी पुणे (Pune) के पोर्श कार एक्सीडेंट (Porsche Car Accident) मामले में पैसे और रसूख के दम पर एक रईस कारोबारी ने अपने नाबालिग बेटे को बचाने के लिये की थी। हालांकि कर्नाटक के गृहमंत्री (Home Minister) जी परमेश्वर ने मीडिया से बातचीत में भरोसा दिलाया है कि हम किसी के दबाव में नहीं आने वाले। 

सवालों में कर्नाटक का एक मंत्री

सूत्रों के मुताबिक दर्शन के मददगार कर्नाटक के ये मंत्री अपने सेलिब्रिटी दोस्त को बचाने के लिये पुलिस के आला अफसरों से लेकर राज्य के गृहमंत्री, यहां तक कि CM सिद्धारमैया के दफ्तर तक संपर्क करने की लगातार कोशिश कर रहे थे। जब मंत्री जी की हताशा भरी दस्तक पर कहीं कोई तवज्जो नहीं मिली तो वो गृहमंत्री जी परमेश्वर के आवास पर उनसे मिलने भी गये। 

दर्शन को Safe Passage दिलाने की कोशिश

दर्शन के ये खास दोस्त कर्नाटक सरकार के मंत्री चाहते थे कि दर्शन को केस से निकालने के लिए बेंगलुरु पुलिस को एक मौखिक आदेश जारी किया जाए। मगर उनकी हताशा तब और बढ़ गई जब गृह मंत्री ने उन्हें टका सा जवाब देकर ये कह दिया कि कानून अपना काम करेगा। इसी बीच एक्टर दर्शन के पकड़े जाने की खबर सभी टेलीविजन चैनलों पर नज़र आने लगी और पुलिस अधिकारी ये कहते पाये गए कि इस मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। 

केस कमजोर बनाने की चाल

पुलिस के सूत्रों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन कॉल रिकॉर्ड के आधार पर, पुलिस ने शुरू से ही दर्शन को 'आरोपी नंबर 1' बनाने का फैसला कर लिया था। हालांकि, दर्शन मुख्य आरोपी न बने इसके लिए सियासी लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक समेत  'सैंडलवुड' स्टार दर्शन के और हिमायती लोगों ने केस को कमजोर बनाने के लिए पुलिस के आला अफसरों पर दबाव डालने की हर मुमकिन कोशिश की। मगर दाल नहीं गल सकी। 

 

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