भारतीय महिलाओं को गाली देने वाली अमेरिकी महिला को मिली ऐसी सजा, कहा था "भारतीयों से नफरत करती है"
दो साल पहले एक अमेरिकी महिला का भारतीय मूल की महिलाओं को गालियां देने वाला वीडियो आपको जरूर याद होगा. उस अमेरिकी महिला ने एक रेस्तरां के बाहर भारतीय मूल की चार महिलाओं को न सिर्फ भारत लौट जाने के ताने दिये थे बल्कि उनके साथ मारपीट की कोशिश भी की थी. अब इस मामले में महिला को दोषी करार देकर जेल की सजा सुनाई गई है.
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Texas, US: आपको वो मामला जरूर याद होगा जब टेक्सास (Texas) में एक अमेरिकी महिला ने भारतीय मूल की चार महिलाओं के साथ मारपीट की कोशिश की थी, साथ ही उन्हें धमकी देकर भारत वापस जाने को कहा था. साल 2022 का ये वीडियो खूब वायरल (viral video) हुआ था और अमेरिका से लेकर भारत तक लोगों ने इस अमेरिकी महिला के नस्लभेदी व्यवहार पर नाराजगी जाहिर की थी. अब इस मामले में नया अपडेट सामने आया है. अपराध में शामिल महिला को एक अमेरिकी कोर्ट ने दोषी ठहराया गया है. 59 साल की एस्मेराल्डा अप्टन (Esmeralda Upton) को इस मामले में 40 दिन की जेल (Texas woman jailed) की सजा सुनाई गई है. साथ ही कोर्ट ने अगले दो साल तक महिला को Community Supervision Probation में रखने के आदेश भी दिये हैं. यानी इस महिला पर अगले दो साल तक नजर रखी जाएगी ताकि नस्लभेद से जुड़ी उसकी किसी भी गलत हरकत पर फौरन कार्रवाई की जा सके.
महिलाओं को वापस भारत जाने को कहा
दरअसल अगस्त 2022 में अमेरिका के एक रेस्तरां के बाहर भारतीय मूल की ये चार महिलाएं मौजूद थीं, तभी एस्मेराल्डा अप्टन इन महिलाओं के पास जाती है और बिना वजह उन्हें गालियां देना शुरु कर देती है. कुछ देर तक तो महिलाओं को समझ ही नहीं आया कि उनके साथ क्या और क्यों हो रहा है. इतने में आरोपी अमेरिकी महिला भारतीय मूल की महिलाओं पर हमला कर देती है. उनके साथ मारपीट की कोशिश करती है. वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि ये महिला कह रही है कि "मुझे तुम भारतीयों से नफरत है, तुम सब भारत वापस चले जाओ, हम तुम्हें यहां नहीं चाहते". इस तरह की नस्लवादी टिप्पणियां करती इस महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची तो उस वक्त भी आरोपी महिला खुलेआम नस्लभेदी टिप्पणियां कर रही थी.
ऐसे गंदे शब्दों का इस्तेमाल किया
इस महिला ने बदतमीजी करते हुए Indian-American महिलाओं से इन शब्दों का इस्तेमाल किया, उसने कहा कि " I hate you f***ing Indians, Go back to India...we don't want you here". इस तरह की बातें आखिर कोई क्यों बर्दाश्त करेगा? क्या कोई भी किसी को कुछ भी कह सकता है? क्या दूसरे देशों में इस तरह की घटनाएं अब आम हो गई हैं? इसी सिलसिले में आरोपी महिला को सजा सुनाए जाने से पहले पीड़ितों में से एक महिला अनामिका चटर्जी ने अपनी आपबीती सुनाई. उन्होंने बताया कि उनके बच्चे अमेरिका में जन्मे हैं लेकिन शक्ल से वो भारतीय ही दिखते हैं, लेकिन इस हादसे के बाद नस्लवादी नफरत और हमले की आशंका से अनामिका काफी घबरा गई थीं. उन्होेने कोर्ट ने बताया कि इस घटना के बाद अपने बच्चों को लेकर असुरक्षा की भावना उनके मन में घर कर गई थी.
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आरोपी महिला को मिली सजा
इस पूरे मामले में कोलिन काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ने कहा कि अमेरिकी संस्कृति में इस तरह की नस्लवादी हरकतों की कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है जो नस्लवाद से ज्यादा अपने आदर्शों के लिये जाना जाता है. डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ने दावा किया कि अमेरिकी कोर्ट द्वारा 59 साल की एस्मेराल्डा अप्टन को दोषी ठहराते हुए 40 दिन की जेल की सजा इसका सबसे ताजा सबूत है.
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