NEET Paper Leak के सरगना संजीव मुखिया की है 'पेपर लीक फर्म', 30 से ज्यादा लड़के करते हैं काम!

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NEET Paper Leak Latest Update: NEET पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड कहे जा रहे संजीव मुखिया को लेकर देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के पास कोई सुराग नहीं है। वो देश में है या फिर विदेश में, फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता। मगर सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि सीबीआई को अभी तक की जांच में पता चला है कि संजीव मुखिया किसी फर्म की तरह पेपर लीक का अपना नेटवर्क चलाता था।

सैलरी पर रखे थे लड़के!

संजीव मुखिया ने अपने नेटवर्क में लड़कों को सैलरी पर रखा हुआ था। कई करीबी लड़कों को उसने बाइक भी दे रखी थी। नालंदा और पटना जिले में संजीव मुखिया के तकरीबन 30 पेड एंप्लॉइ (Paid Employees) होने की जानकारी मिली है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य कई राज्यों में संजीव मुखिया के संपर्क हैं। संजीव नालंदा के होर्टिकल्चर कॉलेज में काम करता था। पेपर लीक के बाद वो लापता हो गया। 

कहां है संजीव मुखिया?

संजीव को लेकर सीबीआई की कई टीमें काम कर रही हैं। ऐसी आशंका है कि वो नेपाल भाग गया है, लेकिन पुख्ता तौर पर अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। उसे पेपर प्रिंसिपल से मिला था और आगे उसने ये पेपर फॉरवर्ड किया था, लेकिन पता चला है कि उसका नेटवर्क बहुत बड़ा है। आरोप है कि उसके गैंग ने यूपी सिपाही भर्ती पेपर का पर्चा भी लीक किया था। ऐसे में उसकी गिरफ्तारी अहम मानी जा रही है।

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संजीव को पेपर लीक का आइडिया रंजीत डॉन से मिला। वो उसके साथ काम करता था। बाद में संजीव ने अपना गैंग बना लिया। संजीव गैंग पर तीन पेपर लीक करने के आरोप हैं। ये हैं, नीट यूजी, बिहार टीचर भर्ती और बिहार सिपाही भर्ती पेपर। 2016 में पहली बार संजीव मुखिया को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अब एक बार फिर वो सीबीआई की रडार पर है।

6 राज्यों तक पहुंची जांच

CBI की टीमें फिलहाल 6 राज्यों में जांच कर रही हैं। जांच एजेंसी पटना में लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। एक दिन पहले भी सीबीआई ने सवाल जवाब किए। खबर है कि कुछ आरोपियों को सीबीआई पटना से दिल्ली भी ला सकती है। उधर, हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के गिरफ्तार प्रिंसिपल और अन्य दो आरोपियों पर भी शिकंजा कसा है। सीबीआई ने एहसानुल हक के बैंक डिटेल्स भी खंगाले हैं। हजारीबाग से पकड़े गए प्रिंसिपल और अन्य दो आरोपियों के कॉल डीटेल्स भी सीबीआई ने खंगाले हैं। गोधरा में एक निजी स्कूल के ट्रस्टी को सीबीआई ने पकड़ा है। लातूर से जुड़े केस को सीबीआई ने हैंडओवर लेकर जांच तेज कर दी है। इस सिलसिले में मनीष प्रकाश और आशुतोष को CBI ने गिरफ्तार किया था। मनीष पटना के Learn Boys School में लड़के लेकर गया था। मनीष के सामने पेपर रटवाया गया था। आशुतोष ने Learn Boys School का कमरा किराए पर लिया था। ये मकान प्रभात रंजन का था। आशुतोष का दोस्त मनीष प्रकाश प्रॉपर्टी ब्रोकर का काम करता है। पेपर लीक केस में पहले एक प्रोफेसर का नाम सामने आया था। दूसरा नाम है फरार संजीव मुखिया का, जिसे सबसे पहले पेपर मिला था। तीसरा नाम है सिकंदर यादवेंदु का जो गिरफ्तार है, ये भी जांच के घेरे में है। 

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