दिल्ली में मासूम से दरिंदगी, सिगरेट से दागा, दांतों से काटा, हत्या के बाद मासूम का शव टॉयलेट में फेंका

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दिल्ली में मासूम से दरिंदगी, सिगरेट से दागा, दांतों से काटा, हत्या के बाद मासूम का शव टॉयलेट में फेंका
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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शाम को घर के बाहर से किया गया अगवा

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थाने से घरवालों को भगा दिया गया था

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घरवालों ने लगाया हाईवे पर जाम

Delhi Crime: देश की राजधानी दिल्ली के पूर्वी हिस्से का एक इलाका है आनंद पर्वत। शनिवार की शाम यहां से एक दिल दहलाने वाली ऐसी खबर सामने आई जिसने राजधानी समेत पूरे एनसीआर को ही झकझोरकर रख दिया। इलाके में शनिवार शाम घर के बाहर खेल रहे दो साल के मासूम को अगवा कर उसके चेहरे को पूरी तरह से बिगाड़ दिया। उस पर किसी भारी चीज से हमला किया और फिर शरीर को सिगरेट से दागा गया। शुरुआती तफ्तीश में ये बात भी सामने आई है कि बच्चे की बॉडी को दांत से भी काटा गया। फिर, उसकी हत्या करके शव को घर से करीब 100 मीटर दूर कपड़े में लपेट कर MCD के सार्वजनिक शौचालय में फेंक दिया। रविवार सुबह जब बच्चे का शव मिला तो लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। 

मासूम को घर के बाहर से किया अगवा

पुलिस अधिकारी के मुताबिक आनंद विहार इलाके के राजीव कैंप में बनी कठपुतली कॉलोनी में दो साल का आयुष अपने परिवार के साथ रहता था। परिवार में पिता कुणाल कुमार, मां अन्नू और तीन साल की बहन हैं। शनिवार शाम करीब 7:30 बजे आयुष घर के बाहर खेल रहा था। जबकि मां अन्नू घर में खाना बना रही थीं। काफी देर तक जब आयुष दिखाई नहीं पड़ा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। काफी तलाशने के बाद भी मासूम का पता नहीं चल सका। तब पुलिस में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दी गई।

टॉयलेट में मिला शव

रात भर तलाशने के बाद भी बच्चे का पता नहीं चल सका। रविवार सुबह करीब 9 बजे टॉयलेट में कपड़े में लिपटा बच्चे का शव मिला। पड़ोसियों ने इसकी सूचना परिवार वालों को दी। परिवार वाले वहां पर पहुंचे तो देखा कि बच्चे के साथ हैवानियत की गई है। सुबह 10 बजे के करीब पुलिस को सूचना मिली। 
नाराज घरवालों और आस पास के लोगों ने इस हत्या का जमकर विरोध किया और न्यू रोहतक रोड को जाम कर दिया। जमकर हंगामा किया। सूचना के बाद तुरंत पुलिस वाले मौके पर पहुंच गए। करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा।

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थाने से भगा दिया गया था घरवालों को

आयुष के एक रिश्तेदार ने बताया कि रविवार सुबह जब वह लोग थाने पहुंचे तो उन लोगों की मदद करने के बदले पुलिस वालों ने उन्हें थाने से बाहर भगा दिया। वहीं, बाद में बच्चे का शव मिला तो लोग भड़क गए और जाम लगा दिया। काफी समझाने-बुझाने के बाद परिवार वाले शांत हुए। फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों का पता लगाने के लिए चार टीमें बनाई हैं। डीसीपी एम हर्षवर्धन ने भी हत्या की बात की पुष्टि की है। आयुष के दादा मनोज कुमार ने बताया कि उनके चार बेटे हैं। कुणाल, तुशाल, राजीव और अंकुश। एक बेटी है। पूरा परिवार कार्यक्रमों में ढोल बजाने का काम करता है। वारदात के वक्त ज्यादातर लोग घर से बाहर गए थे। आयुष की मां खाना बनाने में लगी हुई थी। आयुष के अगवा होने का किसी को पता ही नहीं चला। आयुष की मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है।

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