बर्खास्त IAS पूजा खेडकर पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, पुलिस ने कोर्ट में कहा पूजा ने दिया जाली हलफनामा

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ी

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पुलिस ने माना हलफनामे जाली है

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क्या होगी पूजा की गिरफ्तारी?

संजय शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

IAS Pooja Khedkar News: बर्खास्त होने के बाद प्रोबेशनर आईएएस पूजा खेडकर पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। दरअसल, दिल्ली पुलिस के कोर्ट में दिये एक हलफनामे में साफ-साफ कहा गया है कि जॉइनिंग के वक्त जमा किया गया पूजा का एक दस्तावेज जाली हो सकता है। इस मामले में दिल्ली पुलिस एक जवाबी हलफनामा दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल कर चुकी है। पुलिस ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया है कि पूर्व आईएएस प्रोबेशनर पूजा खेड़कर ने कई विकलांगताएं दिखाने के लिए दो विकलांगता प्रमाण पत्र पेश किए थे। उनकी जांच से पता चला है कि इनमें से एक दस्तावेज "जाली" और "गढ़ा हुआ" हो सकता है।

दिल्ली पुलिस की दलील

दिल्ली पुलिस ने खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका के जवाब में यह दलील कोर्ट के सामने पेश की । पुलिस ने कहा कि खेडकर ने सिविल सेवा परीक्षा-2022 और सिविल सेवा परीक्षा-2023 के लिए क्रमशः दो अलग-अलग विकलांगता प्रमाण पत्र जमा किए हैं। अपनी रिपोर्ट में पुलिस ने साफ तौर पर कहा है कि उसे शक है कि पूजा का विकलांगता प्रमाण पत्र फर्जीवाड़ा कर जाली तरीके से बनवाया गया हो सकता है। मामले की सुनवाई 5 सितंबर को होनी है। पूजा पर धोखाधड़ी करने और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और विकलांगता कोटा का गलत तरीके से फायदा उठाने का आरोप है। इससे पहले UPSC यानी संघ लोक सेवा आयोग ने ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की सदस्यता रद्द कर दी थी। यूपीएससी ने तमाम दस्तावेजों की जांच के बाद खेडकर को CSE- 2002 Rules के उल्लंघन का दोषी पाया था। आपको बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग ने इस संबंध में FIR दर्ज करवाई थी। UPSC ने पूजा के पिछले 15 साल के दस्तावेजों की भी समीक्षा की। यूपीएससी ने साफ किया कि उम्मीदवारों की ओर से जमा किए गए हजारों प्रमाणपत्रों की सत्यता की जांच करने का न तो उसके पास अधिकार है और न ही साधन। 

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यूपीएससी ने की थी शिकायत, पुलिस ने दर्ज किया था मुकदमा

इससे पहले यूपीएससी ने उसके खिलाफ दिल्ली पुलिस को शिकायत की थी, जिस पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूजा खेडकर के खिलाफ जालसाजी, फोर्जरी, डिसएबिलिटी एक्ट और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। यूपीएससी ने अपनी शिकायत में कहा था-  पूजा खेडकर के खिलाफ विस्तृत जांच कराई गई। इसमें पता चला कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में नियमों का उल्लघंन किया। उनकी परीक्षा में बैठने की मियाद पूरी हो चुकी थी। इसके बावजूद उन्होंने फर्जी तरीके से अपनी पहचान बदलकर यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दी। उन्होंने अपना नाम, पिता का नाम, मां का नाम, फोटो और साइन तक बदल डाले। इसके अलावा मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और पता भी बदला। गलत तरीके से नई पहचान बनाने की वजह से उन्हें परीक्षा में बैठने के ज्यादा मौके मिले। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से बीमार होने का प्रमाण पत्र जमा करके यूपीएससी परीक्षा में हिस्सा लिया था। उसके आधार पर विशेष रियायतें पाकर वो आईएएस बनीं। यदि उन्हें यह रियायत नहीं मिलती तो उनके लिए मिले अंकों के आधार पर आईएएस पद मिल पाना मुमकिन नहीं होता।

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