बिशाम्बर बिट्टू बटाला, कमलजीत संधू के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
पानी के बंटवारे पर विवाद, 60 राउंड गोलियां चलीं, पंजाब में ऐसा गोलीकांड देखा नहीं होगा
Punjab Gurdaspur Firing Case: पंजाब में दो गुटों की पुरानी रंजिश के चलते 60 राउंड से ज्यादा गोलियां चलीं।
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• 08:00 PM • 08 Jul 2024
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Punjab Gurdaspur Firing Case: पंजाब में दो गुटों की पुरानी रंजिश के चलते 60 राउंड से ज्यादा गोलियां चलीं। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस वारदात में इतनी गोलियां चलीं कि कार भी पूरी तरह से छलनी हो गई। इस घटना ने पंजाब की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शूटआउट की न जाने कितनी ही तस्वीरें आपने देखी होंगी। शूटआउट के न जाने कितने ही किस्से आपने सुने होंगे, मगर हमारा दावा है किसी शूटआउट की ऐसी तस्वीर, इससे पहले आपने कभी नहीं देखी होगी। इस कार पर ये जो छोटे-छोटे गोल-गोल निशान आप देख रहे हैं, वो कुछ और नहीं बल्कि कार पर चली गोलियों के निशान हैं। कायदे से इस कार पर इतनी गोलियां चली है कि खुद गिनने वाला कन्फ्यूज हो जाए। जिस-जिस तरफ से कार निशाने पर आई, उस-उस तरफ इसे गोलियों से छलनी कर दिया गया।
पानी को लेकर धायं-धायं
तस्वीर और कहानी पंजाब के गुरदासपुर की है। गुरदासपुर में बटाला नाम की एक जगह है। और उसी बटाला में हरगोविंद पुर। यहां रहने वाले ज्यादातर लोग किसान है। उनकी किसानी खेती पर है और खेती के लिए पानी की जरूरत होती है। गांव के किसान पिछले कई सालों से दो अलग-अलग गुटों में बंटे हुए हैं। एक गुट का लीडर है मेजर सिंह, जबकि दूसरे गुट का कप्तान अंग्रेज सिंह है। लड़ाई सिंचाई के पानी को लेकर है। जब भी पानी का रुख एक गुट से दूसरे गुट की तरफ मुड़ता है, हथियार निकल आते हैं।
सिंचाई के इसी पानी के बंटवारे को लेकर रविवार की शाम दोनों गुट के कुल 13 लोग आमने-सामने आ गए। पहले झगड़ा जुबानी चलता रहा, फिर अचानक गोलियां चल पड़ी। और उन्हीं गोलियों के बीच ये कार आ गई। इस गोलीबारी में दोनों ही गुट के 2-2 लोगों की मौत हो गई। जब कि 8 लोग गोली लगने से घायल हो गए, जिनका इलाज अमृतसर के एक अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
दोनों ही गुट के पास कई हथियार है। हालांकि दावा है कि तमाम हथियार लाइसेंसी है। इस शूटआउट के बाद भी अभी तक पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। वजह ये है कि जिन्हें गिरफ्तार करना है वो सब के सब गोली खा कर घायल हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। जब पुलिस पहुंची तब भी गोलियां चल रही थी, यहां तक कि पुलिस की गाड़ी पर भी गोली लगी। इसको लेकर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया है। खासकर, पंजाब में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा हो गया है।
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