Mumbai, Maharashtra: जिस सूटकेस में अपने सपने भरकर वो सपनों के शहर मुंबई में पहुँची थी। उसी सूटकेस में एक रोज वो खुद बंद हो गई और मुंबई के एक वीराने में लावारिस लाश की शक्ल में मिली। वो एक उभरती हुई मॉडल थी, टीवी सीरियल में काम करना उसे बहुत पसंद था। मगर उसे शायद ये नहीं पता था कि उसके अपने सपनों की भी कोई क़ीमत है जिसे शायद वो चुकाने की हैसियत में नहीं थी इसी लिए उससे जिंदा रहने का हक उस इंसान ने छीन लिया जिसे देखकर उस मॉडल ने अपनी आंखों के सपनों को और भी ज्यादा रंगीन बना लिए थे।
सूटकेस में बंद मिली 'मॉडल', खून साफ करते पकड़ा गया 'कातिल', Cab Driver के U-Turn से ऐसे सुलझी Murder Mystery
Model Murder Mystery: मुंबई पुलिस को मॉडल मानसी दीक्षित मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में महज 4 घंटे लगे। क्योंकि इस केस का सबसे अहम पहलू था टैक्सी ड्राइवर के दिमाग में शक का कीड़ा कुलबुलाना। असल में उस कैब ड्राइवर को अपनी एक सवारी की हरकतों पर जब शक हुआ तो उसने पुलिस बुला ली। और चार घंटे की कवायद के बाद पुलिस उस कातिल के सामने थी जो उस वक़्त खून के निशान साफ कर रहा था।
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11 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 11 2024 12:24 PM)
न्यूज़ हाइलाइट्स
Cab Driver के शक ने दूर कर दी पुलिस की मुश्किल
मलाड की झाड़ियों में मिला लाश वाला सूटकेस
मोबाइल और सीसीटीवी से मिल गया पुलिस को पता
एक तस्वीर हजार अफसाने
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ये कहानी राजस्थान के कोटा से मायानगरी मुंबई में सितारों की दुनिया में अपनी किस्मत आजमाने आई मानसी दीक्षित की है जो कत्ल के बाद सूटकेस में भरकर फेंक दी गई थी। उसी मानसी ने अपनी तस्वीर पर एक कैप्शन लिखा था,
मैं जब लोगों की जिंदगी से जाती हूं तो निशां छोड़ जाती हूं, यह अच्छा हो या बुरा लेकिन आप इसके जरिए मुझे हमेशा याद रखेंगे।
उसकी तस्वीर पर चस्पा ये कैप्शन उस इंसान के साथ सचमुच में चस्पा हो गया जिसने पहले सपने दिखाए और फिर अपने ही हाथों से उन सपनों के साथ साथ उस मॉडल को भी हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर दिया।
Cab Driver और एक भारी सूटकेस
इस किस्से की शुरूआत 15 अक्टूबर 2018 की दोपहर से होती है। जब मुंबई के अंधेरी इलाके से सांताक्रूज एयरपोर्ट के लिए ओला ऐप पर कैब बुकिंग की रिक्वेस्ट आई। रवि नाम का टैक्सी ड्राइवर उसी इलाके में होने की वजह से उसने बुकिंग रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली। और चंद मिनट के भीतर ही उस लोकेशन पर जा पहुँचा जहां से उसे रिक्वेस्ट भेजी गई थी। लोकेशन पर पहुँचकर सौरभ ने देखा कि एक 20 साल का लड़का एक भारी सूटकेस लेकर सड़क पर ही खड़ा हुआ था। शायद उसे जल्दी थी। कैब ड्राइवर ने झट से डिक्की खोली उसने सूटकेस रखा और कार में बैठ गया। जैसे ही कैब ड्राइवर गाड़ी को लेकर एयरपोर्ट की तरफ मुड़ा तो लड़के ने जोगेश्वरी चलने को कहा। कैब ड्राइवर को बात अटपटी लगी लेकिन कस्टमर की बात मानते हुए उसने गाड़ी जोगेश्वरी की तरफ मोड़ दी।
भटकने से पैदा हुआ शक
जोगेश्वरी पहुँचकर जब कैब ड्राइवर ने जगह पूछी तो उसने एक दो गलियों में घुमाने के बाद गोरेगांव की तरफ चलने को कहा। उसकी हरकत को देखकर ऐसा लगा कि जैसे वो किसी को ढूंढ रहा है। गोरेगांव में थोड़ी देर भटकने के बाद उस लड़के ने मलाड चलने को कहा। बार बार जगह बदलने की वजह से कैब ड्राइवर झुझलाने लगा। मगर लड़का अपनी ही बात पर अड़ा था। उसे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था कि कैब का किराया बढ़ता जा रहा है। मलाड की तरफ कार ले जाने पर उस लड़के ने मलाड में माइंडस्पेस के बाहर कार रुकवाई। कैब का किराया देते हुए उसने कहा कि वो कुछ देर यहीं माइंडस्पेस में बैठकर अपने दोस्त का इंतजार करेगा। उसके आने के बाद वो दोनों ऑटो में बैठकर एयरपोर्ट जाएंगे। उसके बाद लड़के ने सूटकेस निकालने के लिए डिक्की खोलने को कहा। सूटकेस काफी भारी था, वो लड़का अकेले उसे बाहर नहीं निकाल पाया। तब रवि ने उसकी मदद की तो उसने भी महसूस किया कि सूटकेस वाकई भी सामान्य से बहुत ज्यादा भारी था। फिर भी रवि ने गौर नहीं किया और वहां से चला गया।
Cab Driver का U-Turn
वहां से जाने के बाद कैब ड्राइवर को कुछ खटका हुआ। वो सोचने लगा कि आखिर उस भारी-भरकम सूटकेस में क्या था? आखिर वो लड़का सुनसान सड़क पर झाड़ियों के किनारे क्यों उतरा? वो सांताक्रूज एयरपोर्ट जाने की बजाय जोगेश्वरी, गोरेगांव और मलाड में क्यों घूम रहा था? इन्हीं सवालों से जूझते हुए कैब ड्राइवर ने यू टर्न लिया और वापस वहां पहुंच गया जहां उसने लड़के को कैब से उतारा था। वहां पहुँचकर उसने देखा कि वो लड़का तो वहां नहीं है अलबत्ता झाड़ियों में वही सूटकेस जरूर पड़ा हुआ था। अपने शक और हालात के बिना पर रवि ने फौरन पुलिस कंट्रोल रूम को इत्तेला दी और अपना शक भी जाहिर किया। थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुँच भी गई लेकिन तब तक वहां काफी भीड़ भी इकट्ठा हो चुकी थी।
और जब झाड़ियों से मिला सूटकेस खुला
पुलिस ने वहीं भीड़ के सामने झाड़ियों से बाहर निकाले गए सूटकेस को खोला तो भीड़ दो दो कदम पीछे खिसक गई। क्योंकि सूटकेस से एक 19-20 साल की लड़की की लाश सामने आ गई। उसके कपड़े ब्रांडेड थे और किसी अच्छे घर की मालूम पड़ रही थी। सूटकेस से पुलिस को एक रस्सी भी मिली,अंदाजे के मुताबिक लड़की का गला उसी रस्सी से घोटा गया था। पुलिस ने सूटकेस जब्त किया, लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और कैब ड्राइवर को पूछताछ के लिए रोक लिया। कैब ड्राइवर ने पुलिस को अपनी पूरी ए टू जेड सारी कहानी सुना दी। अब पुलिस के सामने यही सवाल था कि आखिर सूटकेस में बंद वो लाश किसकी है, उसकी हत्या क्यों और किसने की? और सबसे बड़ा सवाल यहां सूटकेस किसने फेंका?
खून साफ करते हुए मिला कातिल
अब यहां से पुलिस की तफ्तीश शुरू होती है। सबसे पहले पुलिस ने उस कैब ड्राइवर से वो नंबर हासिल किया जिससे बुकिंग करवाई गई थी। नंबर मिलते ही जगह का पता चला तब पुलिस ने उस इलाके के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें लड़के की पहचान हो गई। अब पुलिस के सामने लड़के की पहचान आ चुकी थी, इलाका आ चुका था और मोबाइल नंबर मिल चुका था। पुलिस ने बिना देरी किए उस इलाके की घेरा बंदी शुरू कर दी और जीरो डाउन करते हुए उस फ्लैट तक जा पहुँची जहां वो लड़का रहता था। महज चार घंटे के फासले पर अब पुलिस उस लड़के के फ्लैट में उसके सामने थी। हैरानी की बात ये है कि जब पुलिस ने घर पर दबिश दी तो वहां उस वक़्त कमरे की जमीन साफ कर रहा था। पुलिस ने जब उससे उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम मुजम्मिल इब्राहिम सईद बताया। पुलिस ने फ्लैट को सील कर दिया और मुजम्मिल को पकड़कर थाने ले आई। मुजम्मिल ने पुलिस को बताया कि वो हैदराबाद का रहने वाला है और मुंबई में फोटोग्राफी का काम करता है।
सुर्खियों में आने की चाहत सुर्खियों से मिली खबर
पुलिस की पूछताछ में मुजम्मिल ने बताया कि उसने जिसे मारा वो एक उभरती हुई मॉडल मानसी दीक्षित है जो क्राइम पेट्रोल सीरियल में भी काम करती थी। इस खुलासे के कुछ ही देर बाद मॉडल मानसी दीक्षित के कत्ल की खबर टीवी न्यूज की सुर्खियां बन चुकी थी। मुंबई से करीब 900 किलोमीटर दूर राजस्थान के कोटा तक ये खबर सोशल मीडिया और टीवी न्यूज के जरिए पहुंच गई। इस खबर के टीवी के पर्दे पर उतरते ही कोटा के स्टेशन रोड पर मंगलयान अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 602 में कोहराम मच गया था। क्योंकि ये घर कोटा के रेलवे वर्कशॉप में काम करने वाले ऋषि दीक्षित का था और मानसी उनकी बेटी थी। दो अपने सपने पूरे करने की गरज से सपनों के शहर मुंबई गई थी।
पुलिस के सामने खुला सच
मानसी के मर्डर की खबर ने उसकी मां और बहन को तोड़ कर रख दिया था। वो जैसे-तैसे मुंबई पहुंचे। दीक्षा ने पुलिस को बताया कि मानसी बचपन से ही मॉडलिंग और फिल्मों की दीवानी थी। उनकी मां भी ब्यूटीशियन हैं तो उन्होंने हमेशा अपनी दोनों बेटियों को परफेक्ट रहना सिखाया था। मां से मिले सहयोग के बाद मानसी ने छोटी उम्र से ही अपने आप को मॉडलिंग और फिल्मों के लिए तैयार करना शुरू कर दिया था। लेकिन पुलिस के सामने अब सबसे बड़ा सवाल ये था कि क्यों एक उभरती एक्ट्रेस की हत्या की गई? मुजम्मिल इब्राहिम सईद का इस हत्या से क्या ताल्लुक है। इसके बाद पुलिस ने मुजम्मिल का मुंह खुलवाया तो हैरान करने वाला सच सामने आया।
मॉडल ने Sex करने से किया इनकार
शुरुआती जांच में ये सच सामने आया है कि 20 साल की मॉडल की हत्या लकड़ी के स्टूल से सिर पर वार करके की गई थी। उसके बाद लाश को ट्रैवल बैग में पैक करके मलाड वेस्ट इलाके की झाड़ियों में फेंक दिया। अब सवाल यही था कि आखिर क्यों, बात हत्या की नौबत तक कैसे आई। तो आरोपी मुजम्मिल सैय्यद ने पुलिस को बताया है कि मॉडल ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने से मना कर दिया था, बस इसी बात पर गुस्साए मुजम्मिल ने स्टूल फेंक कर मार दिया जिसके लगते ही मानसी पूरी तरह से बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी।
सूटकेस को लगाया झाड़ियों में ठिकाने
सिर से निकले खून को देखकर मुजम्मिल घबरा गया और फिर उसने रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। लाश को सूटकेस में पैक करके उसे टैक्सी के जरिए वेस्ट मलाड की झाड़ियों में ले जाकर ठिकाने लगा दिया। असल में मुजम्मिल पेशे से एक फोटोग्राफर था जिसने मानसी को झांसा दे रखा था कि वो उसकी फोटो और वीडियो फिल्मों के बड़े बड़े डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के अलावा कास्टिंग प्रोड्यूसर को दिखाता रहता है। इसीलिए उसने मानसी को कुछ और फोटो शूट करने के लिए घर बुलाया था। लेकिन असल में उसका मकसद था कि मानसी से संबंध बना ले, जिसमें वो नाकाम रहा।
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