Love Marriage के छह महीने बाद ही अपनी 'चाहत' के कर दिए चार टुकड़े, काली नदी में फेंकते समय पकड़ा गया, ये किस्सा चौंका देगा

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Muzaffarnagar, UP: उसे जिसकी चाहत थी, छह महीने पहले ही उसे हासिल भी कर लिया था लेकिन इन छह महीनों के दौरान इतना कुछ हुआ कि उसके बर्दाश्त की तमाम हदें खत्म हो गईं तब उसने उसी चाहत की न चाहते हुए भी हत्या कर दी और फिर चाहत को चार टुकड़ों में काट डाला। वो चारो टुकड़े एक एक करके ठिकाने लगा ही रहा था कि धर लिया गया। काली नदी में वो अपने काले कारनामों को छुपाने की फिरक में था लेकिन उसे देख लिया गया। लव मैरिज के छह महीने बाद हत्या की वारदात का एक सनसनीखेज खुलासा सामने आ गया।

घरवालों की मर्जी के बगैर की थी शादी

ये वाकया उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाते हुए कत्ल के आरोपी को धर दबोचा और वो भी रंगे हाथों। आरोपी का नाम अरबाज है। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक अरबाज ने छह महीने पहले उत्तराखंड के कोटद्वार की रहने वाली 21 साल की चाहत से शादी की थी। दोनों की ये लव मैरिज थी। पुलिस के मुताबिक अरबाज और चाहत शादी के बाद अपने घरवालों को बताए बगैर एक किराए के मकान में साथ साथ रहने लगे। इतना ही नहीं अरबाज और चाहत ने छह महीनें के दौरान करीब चार मकान बदले।

बीवी की शाह खर्ची से परेशान था

इस दौरान अरबाज और चाहत दोनों एक साथ एक नया संसार बनाने का इराद करते रहे मगर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि प्यार में एक दूसरे के लिए मर मिटने की कसम खाने वाले अचानक एक दूसरे से अलग हो गए। दोनों को अब एक दूसरे का साथ अखरने लगा था। असल में चाहत का हाथ खुला था जबकि अरबाज की कमाई इतनी नहीं थी कि वो चाहत की शाहखर्ची को बर्दाश्त कर सके। लिहाजा इसी बात को लेकर दोनों मियां बीवी में अब खटपट होने लगी। तमाम जतन के बाद भी जब चाहत की शाह खर्ची खत्म नहीं हुई तो अरबाज ने अपना दुखड़ा अपने दोस्त को सुनाया। उधर चाहत भी अब अरबाज की रोज रोज की टोका टोकी से तंग आ चुकी थी।  मजबूरी ये थी कि वो अपने घर से भागकर अरबाज के साथ रहने चली आई थी जिसकी वजह से उसके घरवालों ने पहले ही उससे अपना नाता तोड़ रखा था।

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दोस्त से लिया मशविरा

अरबाज अपने घरवालों से अलग होने के लिए बराबर चाहत को कसूरवार ठहराता रहता था। मगर एक रोज बात जब हद से ज्यादा बढ़ गई तो अरबाज ने एक खौफनाक फैसला कर लिया। उसने अपने दोस्त की मदद से एक बड़े चाकू का इंतजाम किया। और एक रोज रात के वक्त चाकू मारकर पहले चाहत को मौत के घाट उतारा। फिर लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसने लाश के चार टुकड़े किए। सबसे पहले अरबाज ने चाहत का सिर धड़ से अलग किया।

लाश वाला बोरा फंस गया जलकुंभी में

एसपी सत्यनारायण प्रजापत के मुताबि आरोपी अरबाज अपने दोस्त शाहरुख की मदद से शव को मोटरसाइकिल पर लादकर नियाजीपुर गांव में काली नदी के पास ले गया। वहां उसने शव के टुकड़े को नदी में बहा दिया। फिर चाहत का सिर व हाथ के पंजे काटकर शव को बोरे में भरा और काली नदी में फेंक आया।बुधवार की रात जब वह और और उसका दोस्त शाहरुख काली नदी पर पहुंचे तो शव वाला बोरा जलकुंभी में फंसा हुआ था। अरबाज बोरे को नदी में बहाने की कोशिश कर रहा था तभी गश्ती पुलिस ने उसे पकड़ लिया। अरबाज को जब पुलिस पकड़ रही थी तभी शाहरुख वहां से भाग निकला। 

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