फर्जी IPS बनकर सगाई, उल्टा सैल्यूट किया तो पकड़ा गया, 4 बार दी UPSC की परीक्षा, नहीं हुआ पास तो फर्जी CBI अधिकारी बना

Fake IPS Officer Story: गांव और समाज में अपना दबदबा दिखाने के लिए 24 साल का एक युवक फर्जी आईपीएस बन गया.

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27 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 27 2024 12:30 PM)

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Fake IPS Officer Story: गांव और समाज में अपना दबदबा दिखाने के लिए 24 साल का एक युवक फर्जी आईपीएस बन गया. वह समाज में सम्मान हासिल करने में कामयाब रहा और इस दौरान उसकी सगाई भी हो गई. हालाँकि, चीजें तब बदल गईं जब वह अपने दोस्तों के साथ उदयपुर गए और एक सर्किट हाउस में अजीबोगरीब तरीके से सैल्यूट करने पर संदेह पैदा हुआ. मैनेजर ने पुलिस को घटना की सूचना दी, जिससे वह घबरा गया.

जैसे ही उसने उल्टे हाथ से सैल्यूट किया तो वह पकड़ा गया

घटना बुधवार को उदयपुर शहर के हाथी पोल इलाके में हुई. पुलिस ने कोटपूतली के रहने वाले सुनील सांखला को उसके साथियों इंद्राज सैनी, अमित चौहान और सत्यनारायण कानोलिया के साथ गिरफ्तार कर लिया.

फर्जी सीबीआई अधिकारी बने सुनील कुमार हिरासत में

सांखला ढाई साल से अधिक समय से अपने गांव और समाज के लोगों को धोखा दे रहा था, यहां तक कि कई यूट्यूब चैनलों को फर्जी इंटरव्यू भी दे रहा था. पुलिस पूछताछ के दौरान, उसने सीबीआई अधिकारी के रूप में चयनित होने की झूठी सूचना फैलाने की बात स्वीकार की. यहां देखें यूट्यूब चैनलों को  दिया फर्जी इंटरव्यू

 

अपनी फर्जी कहानी में, सांखला ने 263वीं रैंक हासिल करने और सीबीआई अधिकारी बनने का दावा किया. उसने राजस्थान पुलिस और आयकर विभाग में क्लर्क की नौकरी दिलाने का भी झूठ बोला. उनके गांव और परिवार ने यूपीएससी क्रैक करने के लिए सरकारी नौकरी छोड़ने की उनकी मनगढ़ंत कहानी पर विश्वास कर लिया.

अपने गांव लौटने पर उनका सम्मान के साथ स्वागत किया गया और उसकी सगाई लगभग एक साल पहले हुई थी. हालांकि, जांच के दौरान पता चला कि उसने लड़की के परिवार को गलत जानकारी देकर गुमराह किया था.

सुनील सांखला को उसके साथियों इंद्राज सैनी, अमित चौहान और सत्यनारायण कानोलिया के साथ गिरफ्तार कर लिया

आगे की जांच से सांखला की चालाक रणनीति का खुलासा हुआ, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम वाले आईपीएस अधिकारी के रूप में चुने जाने पर बधाई देने वाले फर्जी पत्र बनाना भी शामिल था. ये पत्र उनके रिश्तेदारों और परिवार के बीच विश्वसनीयता बनाने के लिए उनके फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए थे.

फर्जी पत्र

पुलिस ने 3 अन्य लोगों से पूछताछ की

पुलिस की पूछताछ और जांच में अलवर निवासी सुनील कुमार का पहचान पत्र फर्जी पाया गया. इसके साथ ही पुलिस ने सर्किट हाउस के कमरा नंबर 211 की भी जांच की. पुलिस ने कमरे में ठहरे तीन लोगों के दस्तावेज जांचे. पुलिस की पूछताछ में तीन लोगों से अलग-अलग बातें सामने आईं.

पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी ने बताया कि उसने तीन से चार बार यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिन उसका चयन नहीं हुआ. ऐसे में उन्होंने अपने आस-पास के लोगों के बीच अपना रुतबा दिखाने के लिए कुछ समय दिल्ली में बिताया. इसके बाद वह खुद को सीबीआई का फर्जी आईपीएस अधिकारी बताकर गांव लौट आया. आरोपी के पास से बानसूर गांव के एक इंस्पेक्टर का फर्जी कार्ड भी मिला है. पुलिस ने सुनील कुमार, इंद्राज सैनी, अमित कुमार चौहान और सत्यनारायण को हिरासत में ले लिया है.

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