RG Kar अस्पताल से मिला उस रात का CCTV, इसी वीडियो के आधार पर हुआ Kolkata Rape का आरोपी गिरफ्तार

Kolkata Accused Sanjay Roy CCTV Footage: पहली बार आरोपी संजय रॉय की तस्वीरें सामने आई है। ये उस वक्त की तस्वीरें हैं, जब आरोपी मौका-ए-वारदात यानी अस्पताल के सेमिनार हॉल के पास मौजूद है। सीबीआई ने इसे अहम सबूत माना है। इससे साफ पता चल रहा है कि आरोपी घटना वाली रात आरजी कर अस्पताल के अंदर मौजूद था। 

CrimeTak

• 07:40 PM • 23 Aug 2024

follow google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

CCTV में मिला कोलकाता कांड का सबसे बड़ा सबूत

point

कैद हुई आरोपी संजय रॉय की एक-एक हरकत

point

अस्पताल में एंट्री से एग्जिट तक, हुआ सबकुछ रिकॉर्ड

अरविंद ओझा, मुनीष पांडे के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Kolkata: पहली बार कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस में आरोपी संजय रॉय की तस्वीरें सामने आई हैं। हमारे सहयोगी चैनल आज तक के हाथ आरोपी की तस्वीरें लगी हैं। दरअसल, वीडियो में से तस्वीरें निकाली गई हैं। इससे आरोपी की मौके पर मौजूदगी साबित हो रही है। इन तस्वीरों से सीबीआई की वो दलील भी मजबूत हो रही है, जिसमें जांच एजेंसी ने दावा किया था कि उनके पास आरोपी की मौका-ए-वारदात पर मौजूदगी के सबूत हैं। 

सीसीटीवी फुटेज में दिखा आरोपी

सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि आरोपी संजय रॉय अपनी बाइक पर सुबह 3 बज कर 42 मिनट पर अपनी बाइक पर सवार होकर अस्पताल परिसर में दाखिल होता है। इसके बाद 3 बज कर 48 मिनट पर वो इमरजेंसी बिल्डिंग के रैंप से होते हुए बिल्डिंग में दाखिल होता दिखाई दे रहा है। सुबह 4 बज कर 3 मिनट पर आरोपी तीसरे फ्लोर पर बने सेमिनार हॉल यानी घटना की जगह की ओर जाता दिख रहा है। जबकि लगभग आधे घंटे बाद, कथित तौर पर वारदात को अंजाम देकर, वो 4 बज कर 37 मिनट पर अपनी उसी बाइक पर बैठकर अस्पताल से बाहर जाता दिखाई देता है।

9 अगस्त की देर रात की है फुटेज से ली गई तस्वीर 

ये सीसीटीवी फुटेज 9 अगस्त की देर रात (3 से 4 बजे के बीच) की है। फुटेज में संजय जींस और टी-शर्ट पहने नजर आ रहा है। संजय रॉय के हाथ में हेलमेट भी नजर आ रहा है। पुलिस के मुताबिक, ऐसा हेलमेट कोलकाता पुलिस के कर्मी इस्तेमाल करते हैं। मगर सबसे खास बात ये है कि तीसरे फ्लोर पर सेमिनार हॉल की तरफ जाते वक्त संजय के गले में ब्लूटूथ (Bluetooth) दिखाई देता है, पर जब वो बाहर निकलता है तो उसके गले में कोई ब्लूटूथ नजर नहीं आ रहा है। यानी जो ब्लूटूथ पुलिस को मौकाएवारदात से मिला था वो संजय का ही था, इस बात में अब शक की कोई गुंजाइश नहीं है।

संजय का कुबूलनामा

उधर, कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप करने और बाद में उसकी जान लेने के आरोपी संजय रॉय को लेकर बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मनोवैज्ञानिकों की एक टीम ने उससे घंटों तक पूछताछ की थी। डॉक्टरों के मुताबिक, आरोपी संजय रॉय के मन में कोई पछतावा नहीं है। इतना ही नहीं, न तो वो डरा हुआ है, न ही उसके चेहरे पर इतनी संगीन वारदात को अंजाम देने के बाद जरा सी भी शिकन है। डॉक्टरों ने यहां तक कहा कि उसकी प्रवृत्ति जानवरों जैसी है। 

मामले की जांच लगातार आगे बढ़ रही है। जांच अब पूर्व प्रिंसिपल और 4 ट्रेनी डॉक्टरों के इर्द-गिर्द घूम रही है। इन 4 ट्रेनी डॉक्टरों ने वारदात की रात पीड़िता के साथ डिनर किया था। सीबीआई ने भी इनका बयान लिया है, मगर मालूम पड़ता है कि सीबीआई उनके बयान से संतुष्ट नहीं है। यही वजह है कि अब सीबीआई संदीप घोष और चारों डॉक्टरों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराना चाहती है। इसे लेकर कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी, जिसे कोर्ट से मंजूरी मिल गई है।

जांच का दायरा बढ़ा 

सीबीआई कभी भी आरोपी और संदिग्धों का वैज्ञानिक टेस्ट करवा सकती है। उनसे ये सवाल भी हो सकता है कि वारदात की जानकारी उन्हें किसके जरिये मिली? कब मिली? इसके फौरन बाद क्या-क्या कार्रवाई की गई? FIR में देरी और पीड़िता के परिवार को सुसाइड की खबर देने को लेकर सवाल भी किये जा सकते हैं। मुख्य आरोपी संजय रॉय से मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से रिश्तों को लेकर भी सवाल पूछे जा सकते हैं। RG कर हॉस्पिटल के पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट अख्तर अली के दावों के मुताबिक, संजय रॉय मेडिकल कॉलेज में संदीप घोष का बाउंसर बनकर घूमता था। प्रदर्शन  करने वाले डॉक्टर्स और पीड़िता का परिवार भी संदीप घोष पर मामले की लीपापोती का आरोप लगा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कल हुई सुनवाई के दौरान उनकी भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए। 

    follow google newsfollow whatsapp