शराब Smuggler के साथ नशे में धुत मिली पुलिसवाली, पुलिस डिपार्टमेंट शर्मसार

गुजरात में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। पूर्वी कच्छ में सीआईडी ​​शाखा में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी नीता चौधरी को पुलिस ने एक शराब तस्कर के साथ शराब की तस्करी करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है और वो भी शराब के नशे में धुत।

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01 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 1 2024 7:48 PM)

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कच्छ से कौशिक कंठेचा की रिपोर्ट

Gujarat CID Lady Police Arrest: यूं तो वर्दीवालों को कानून के साथ दगाबाजी करते हुए कई बार देखा गया। उनके अनगिनत किस्से सुने और सुनाए जाते हैं। लेकिन आज जो किस्सा सामने आया है, उसे सुनकर और उस किस्से के असली किरदार को देखकर किसी के भी दिल से आह निकल पड़ेगी। हैरानी से माथे की सिलवटें और भी गहरी हो जाएंगी। ये हैरतअंगेज किस्सा सामने आया है गुजरात से। यहां एक पुलिस की खूबसूरत लेडी कांस्टेबल को फर्ज से गद्दारी करने के इल्जाम में कानून की हथकड़ियों में जकड़ा गया है। इससे पहले बात आगे बढ़ाई जाए जरा एक झलक लेडी कांस्टेबल की तस्वीर पर डालें क्योंकि तब जाकर उसकी फर्ज से गद्दारी और उसके गुनाह की तासीर का एहसास हो सकेगा। 

खूबसूरत कॉंस्टेबल के नाज उठाता महकमा

इनके गुनाह पर नज़र डालने से पहले जरा इस लेडी पुलिस वाली से तार्रुफ करावाए देते हैं। नाम है नीता चौधरी। नीता चौधरी अभी तक गुजरात के पुलिस महकमे की शान कही जाती थी। अपनी खूबसूरती और अपनी लाइफ स्टाइल की वजह नीता चौधरी के नाम के चर्चे दूर दूर तक सुने जाते थे। आलम ये हो गया था कि वर्दी के साथ वफादारी करने के मामले में भी अक्सर महकमे के आला अफसर नीता चौधरी की तारीफों के पुल बांधने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ते थे। नीता चौधरी बतौर कांस्टेबल गांधीधाम में सीआईडी ​​क्राइम पुलिस स्टेशन में तैनात थी। जाहिर है वर्दी के साथ साथ बिना वर्दी के भी नीता चौधरी को अपना फर्ज निभाने का मौका मिलता था। सादे कपड़ों में खूबसूरत दिखने की शौकीन नीता चौधरी को लेकर अक्सर उनका महकमा उन पर नाज करता था और उनके नाज उठाता भी था। 

खूबसूरती की आड़ में छुपा गुनाह बेनकाब

लेकिन एक रोज इस नीता चौधरी का वो राज खुल गया जिसे सुनकर समूचा सीआईडी विभाग ही सिर पकड़कर बैठ गया। हुआ ये कि नीता चौधरी का नाम बूटलेगिंग (Bootlegging) यानी शराब की तस्करी के सिलसिले में उजागर हुआ। शुरू शुरू में तो इस खबर पर महकमे के आला अफसर चौंके जरूर लेकिन उन्हें यकीन नहीं हुआ। मगर बात वर्दी पर बट्टा लगने की थी लिहाजा डिपार्टमेंट के अफसरों ने रंगें हाथों पकड़े जाने का इंतजार करना ही मुनासिब समझा। आखिरकार वो दिन भी आ गया जब नीता चौधरी को महकमे के लोगों ने शराब की तस्करी के सिलसिले में रंगे हाथों पकड़ लिया। 

नशे के तस्कर के साथ नशे में मिली महिला कांस्टेबल

बीती रात पूर्वी कच्छ पुलिस को सूचना मिली कि कच्छ के भचाऊ के पास कुछ लोग सफेद थार कार में शराब की तस्करी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर भचाऊ पुलिस ने हाईवे पर जांच शुरू कर दी। इसी दौरान भचाऊ में चोपड़ावा के पास एक सफेद थार देखी गई। जैसे ही पुलिस कर्मी थार कार के पास पहुंचे तो थार कार चालक ने भागने की कोशिश की और थार कार से पुलिस कर्मियों को ही रौंदने की कोशिश की। पुलिसवालों ने जैसे तैसे अपना बचाव किया। उधर थार का ड्राइवर कार को तेजी से वहां से लेकर भागा। पुलिसवालों ने घेराबंदी कायदे से कर रखी थी लिहाजा थार कार के सवार ज्यादा दूर तक नहीं भाग सके। पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। लेकिन जब पुलिसवालों ने कार में झांककर देखा तो खुद उनके होश फाख्ता हो गए क्योंकि कार के भीतर इलाके का नामी शराब तस्कर युवराज सिंह तो मौजूद था ही, साथ में मौजूद थी वो जिसके कसीदे पुलिसवाले रोज सुना करते थे। और वो कोई और नहीं बल्कि नीता चौधरी ही थी। नीता चौधरी और उसकी हालत को देखकर पुलिस वालों के होश गुम हो गए क्योंकि वो न सिर्फ शराब तस्कर के साथ उसकी गाड़ी में ही मौजूद थी, बल्कि खुद भी शराब के नशे में पूरी तरह से धुत थी।

थार कार और शराब 

पुलिस के सिपाहियों ने जब थार की तलाशी ली तो वहां उसको तस्करी के लिये ले जाई जातीं शराब की बोतलें भी मिलीं। जिस शराब तस्कर के साथ नीता चौधरी को पकड़ा गया था उसके खिलाफ सिर्फ शराब तस्करी के ही नहीं बल्कि 16 से ज्यादा दूसरे संगीन मामले दर्ज हैं। इसके अलावा हिस्ट्रीशीटर युवराज सिंह के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला भी दर्ज हो गया है। 

संगीन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा

भचाऊ डिवीजन के डिप्टी SP सागर सांबदा ने बताया कि मामला बेहद संगीन है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई तो तेज कर ही दी है साथ ही थार कार और उसमें रखी शराब दोनों को जब्त करने के साथ-साथ उसमें मौजूद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। इसमें से एक इत्तेफाक से खुद पुलिसकर्मी है। इन दोनों के खिलाफ संगीन मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

जब खुद पुलिसवाले फर्ज को ठेंगा दिखाएं!

ये सब कुछ उस गुजरात से सामने आया है जहां देश की सबसे पुरानी शराबबंदी है। हर तरफ यही सवाल उठ रहे हैं कि शराबबंदी को लागू करने की जिम्मेदारी जिस पुलिस के कंधों पर है, अगर वो कंधे ही इतने कमजोर हो जाएंगे और खुद पुलिस के सिपाही नशे में धुत हो जाएंगे तो कानून की रखवाली कौन करेगा?  

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