देहरादून से सागर शर्मा की रिपोर्ट
Dehradun Triple Murder: एक प्रेमी इसलिए बन गया 'खूनी', मासूम बेटी का गला दबाने में भी हाथ नहीं कांपे
28 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 28 2024 12:42 PM)
Blind Murder Case Solve: देहरादून पुलिस को एक सूखे नाले से तीन लाशें मिलती हैं। एक महिला और दो बच्चों की। पुलिस के सामने वो तीन लाशें और एक Blind Murder की रहस्यमयी पहेली थी। तभी पुलिस को मिलता है एक बस का टिकट, बस उसी टिकट से रास्ता पूछते पूछते पुलिस आखिरकार कातिल तक जा पहुँची।
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Dehradoon, UK: एक बस का टिकट और तिहरे हत्याकांड का पर्दाफाश। देहरादून में हुई तीन हत्या की मिस्ट्री पुलिस ने जब सुलझाई तो उसके सामने सबसे अहम और पहला सुराग वो बस का टिकट ही था जिसकी वजह से बिखरी हुई कड़ियां जुड़ती चली गईं और पुलिस को मर्डर मिस्ट्री सुलझाने का रास्ता दिख गया और महज चंद घंटों की मेहनत के बाद पुलिस उस कातिल के सामने थी जिसने इस खौफनाक मर्डर की पूरी स्क्रिप्ट तैयार करके पुलिस को अंधेरे में धकेल दिया था।
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सूखे नाले से आई बदबू मिली तीन लाशें
दरअसल, पुलिस को बीती 25 जून यानी मंगलवार की शाम पटेलनगर के पेट्रोल पंप से आगे सूखे नाले से बदबू आने की इत्तेला मिली तो पुलिस को वहां पहुँचने में ज्यादा वक़्त नहीं लगा। नाले से एक महिला और दो बच्चों के शव बरामद हुए। पुलिस को सामने तीन लाशें थीं और एक ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी। कूड़े के ढेर के नीचे एक महिला का सड़ा गला शव बरामद हुआ। जबकि पास ही दो बच्चे भी मरे पड़े थे। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। ये तो साफ हो गया कि ये हत्या की वारदात है और किसी ने अपना पाप यहां नाले में छुपाया है।
शिनाख्त के लिए Search Operation
अब इस तिहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने की पहली कड़ी के तौर पर पुलिस ने सबसे पहले तो अगले दिन 26 जून यानी बुधवार को ही शवों की शिनाख्त के लिए मौका-ए-वारदात पर एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया। शाम तक पुलिस के सामने ये बात भी साफ हो गई कि तीनों शव एक ही परिवार से हैं और तीनों का आपस में मां और बच्चों का रिश्ता है। पुलिस की अलग अलग टीमों ने जिले के आस पास के सभी थानों और आस पास के जिलों खासतौर पर मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर में महिला और उसके बच्चों की गुमशुदगी के बारे में कोई खबर और कोई इत्तेला लेने की कोशिश की मगर ये कोशिश नाकाम रही।
एक बस के टिकट से मिला सुराग
मौका-ए-वारदात के आसपास सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को एक कूरियर कंपनी का नीले रंग का बैग मिला था। उस बैग में महिला और बच्चों के कपड़े के साथ साथ कुछ और सामान भी था। आस पास की जगह खंगालने के दौरान पास की एक फैक्ट्री के नजदीक से रोडवेज बस का एक टिकट मिला था। जो नहटौर यानी जिला बिजनौर से देहरादून का था। ये टिकट एक बालिग और एक नाबालिग का था। तब पुलिस ने फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों के संबंध में भी कुछ जानकारी इकट्ठा की और जो लाशें मिलीं थीं उनकी तस्वीर भी कुछ लोगों को दिखाई। इसी पूछताछ के दौरान पुलिस को उसी फैक्ट्री में काम करने वाला एक कर्मचारी मिला जो नहटौर का ही रहने वाला था। उसका नाम हसीन था। पुलिस को हसीन की बातचीत पर कुछ शक हुआ। इसी बीच पुलिस को फैक्ट्री के ही लोगों ने ये जानकारी भी दे दी कि जिस महिला की लाश पुलिस को नाले से मिली उसे शायद हसीन के ही साथ देखा था। लिहाजा शक होने की सूरत पर पुलिस हसीन को चौकी ले आई और उससे पूछताछ शुरू की। लगातार बदलते बयानों की वजह से हसीन अब पुलिस के हत्थे पूरी तरह से चढ़ गया था। जरा सी सख्ती दिखाते ही वो टूट गया। हसीन ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वो उस महिला से छुटकारा पाना चाहता था इसलिए उसने महिला के साथ उसके दोनों बच्चों को भी मार डाला।
ऐसे सामने आई प्रेम प्रसंग की कहानी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी हसीन ने बताया कि मरने वाली महिला का नाम रेशमा था। वो खुद भी बिजनौर का रहने वाला है और बडोवाला में एक फैक्ट्री में काम करता है। तलाकशुदा हसीन पिछले 2 सालों से मृतक महिला रेशमा से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। रेशमा उस पर लगातार शादी करने और साथ रहने का दबाव बना रही थी. रेशमा समय-समय पर आरोपी हसीन से खर्चों के लिए पैसों की मांग भी करती रहती थी. इसके साथ ही वो लगातार उसे फोन और मैसेज के जरिए अपने साथ रखने की जिद कर रही थी। इससे परेशान होकर हसीन उससे पीछा छुड़ाना चाहता था। हसीन भी रेशमा को देहरादून में कमरा ढूंढने और उसके बाद बुलाने की बात कहकर लगातार टाल रहा था। हसीन ने पुलिस को बताया कि 23 जून की शाम रेशमा अपनी 15 साल की बेटी आयत और 8 महीने की बेटी आयशा के साथ ISBT देहरादून पहुंची। देहरादून आने के बाद रेशमा ने फोन पर देहरादून पहुँचने की बात हसीन को बताई। तभी हसीन ने इरादा कर लिया कि अब इससे छुटकारा पा लेना है। वो अपनी बाइक से रेशमा और बच्चों को लेने ISBT पहुंचा। रेशमा और उसके दोनों बच्चों को लेकर हसीन सीधा टीम्बर ली फैक्ट्री गया। रात जब सब सो गए तो हसीन ने सबसे पहले रेशमा की गला दबाकर हत्या की और उसके बाद दोनों बच्चों का भी मुंह और नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
अब पुलिस कराएगी DNA
उसके बाद हसीन ने तीनों के शवों को फैक्ट्री के पीछे सूखे नाले में कूड़े के ढेर के नीचे दबा दिया। हसीन ने तीनों के कपड़े कूरियर कंपनी के नीले बैग में डालकर शवों के साथ ही फेंक दिया था। लेकिन महिला का मोबाइल और उसके घर की चाबी अपने पास रख ली। इसी बीच SSP अजय सिंह के मुताबिक रेशमा का उसके पति से 2018 में तलाक हो चुका था। वो बिजनौर के नहटौर की ही रहने वाली थी। हसीन भी नहटौर का है। यहीं दोनों के बीच जान पहचान के बाद मेल मुलाकात का सिलसिला शुरू हो गया और पिछले 2 साल से दोनों का प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी बीच 8 महीने पहले दोनों का एक बच्चा भी हुआ। हालांकि, हसीन ने पूछताछ में उसने बताया कि उसका कोई बच्चा नहीं है, जबकि जब रेशमा के घरवालों से पूछताछ हुई तो उन्होंने वो बच्चा हसीन का ही बताया। फिलहाल पुलिस अब डीएनए टेस्ट कराने की बात कह रही है। पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले महिला के प्रेमी को गिरफ्तार किया है।
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