Pune: कार से उतरते रईसजादे का नया VIDEO आया सामने, पुलिस ने दिखाई सख्ती तो सारी हेकड़ी निकल गई

Pune Porsche Accident Video: पुलिस उस दिन के सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और अब तक अलग-अलग जगहों से 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की जा चुकी है. इस फुटेज से साफ हो गया कि एक्सिडेंट में शामिल पोर्श कार नाबालिग ही चला रहा था। ड्राइवर न उसके साथ पब जाते वक्त मौजूद था न लौटते वक्त।

CrimeTak

27 May 2024 (अपडेटेड: May 27 2024 7:58 PM)

follow google news

Pune Porsche Accident: पुणे पोर्शे हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. एक नाबालिग अमीर लड़के ने शराब के नशे में अपनी लग्जरी पोर्श कार (Porsche Car) से दो लोगों को कुचल दिया. इस मामले में लगातार नए अपडेट सामने आ रहे हैं. अब एक नया CCTV फुटेज सामने आया है जिसमें नाबालिग आरोपी घटना वाले दिन अपनी कार से बाहर निकलता दिख रहा है.

नया VIDEO आया सामने

यह वीडियो क्लब जाने से पहले का है और इसमें उसके कुछ दोस्त भी नजर आ रहे हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुलिस उस दिन के सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और अब तक अलग-अलग जगहों से 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की जा चुकी है.

आरोपी का ब्लड सैंपल बदला गया

इससे पहले पुलिस ने ससून अस्पताल के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था. इन डॉक्टरों पर नाबालिग आरोपी की ब्लड रिपोर्ट में हेरफेर करने का आरोप है. पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद दोनों डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, हादसे के बाद नाबालिग आरोपी को 19 मई को मेडिकल जांच के लिए पुणे के ससून सरकारी अस्पताल ले जाया गया था. इसी बीच आरोपी के परिवार ने डॉक्टरों को पैसे का लालच दिया. डॉ. अजय तवरे ससून अस्पताल में फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी के प्रमुख हैं और डॉ. श्रीहरि हरलोल आपातकालीन विभाग में मुख्य चिकित्सा अधिकारी हैं. श्रीहरि हरलोल ने लड़के के खून का नमूना लिया था लेकिन खून में अल्कोहल छिपाने के लिये आरोपी के पिता से बातचीत के बाद इसे बदल दिया. इतना ही नहीं इस अपराध को छुपाने के लिए छुट्टी पर चल रहे डॉ. अजय तावरे ने विशेष रूप से हस्तक्षेप किया. इसके बाद किसी और मरीज का खून का नमूना जांच के लिए भेज दिया गया। पर पुणे पुलिस ने नाबालिग के खून का नमूना डीएनए जांच के लिए दूसरी लैब में भेजने का फैसला किया और जांच के बाद ये खुलासा हो गया कि ब्लड सैंपल नाबालिग को बेगुनाह साबिक करने के लिये बदले गये थे। 

मामले में अब तक हुईं 9 गिरफ्तारियां

इस मामले में अब तक कुल 9 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें आरोपी के दादा-पिता और दो डॉक्टर भी शामिल हैं. इनके अलावा पब के मालिक, दो मैनेजर और दो स्टाफ को भी गिरफ्तार किया गया है. उनकी पहचान कोजी रेस्तरां के मालिक प्रह्लाद भुटाडा, इसके प्रबंधक सचिन काटकर, ब्लैक क्लब होटल के प्रबंधक संदीप सांगले और इसके कर्मचारी जयेश बोनकर और नितेश शेवानी के रूप में की गई है. इन सभी पर नाबालिग आरोपी को शराब परोसने का आरोप है. इसके अलावा यह भी पता चला कि नाबालिग आरोपी की मां ने भी ड्राइवर पर दबाव डाला था और उसे दोष अपने ऊपर लेने के लिए कहा था.

    यह भी पढ़ें...
    follow google newsfollow whatsapp