फरार हुआ IAS Pooja Khedkar का परिवार, FIR दर्ज कर पुलिस ने जारी किया नोटिस

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फरार हुआ IAS Pooja Khedkar का परिवार, FIR दर्ज कर पुलिस ने जारी किया नोटिस
IAS Pooja Khedkar & Mother Manorama
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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पुणे पुलिस को IAS पूजा खेडकर के माता-पिता की तलाश

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घर पर ताला बंद, मोबाइल फोन से भी नहीं हो रहा सम्पर्क

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पुलिस ने नोटिस चस्पा कर तलाश के लिये 3 टीमें बनाईं

Pune: हफ्ते भर से सुर्खियों बटोर रहीं ट्रेनी IAS पूजा खेडकर (IAS Pooja Khedkar) और उनके परिवार को लेकर मामला अब और संगीन हो गया है। पुणे पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूजा की मां के खिलाफ दर्ज एफआईआर के बाद अब पूरा परिवार फरार हो गया है। पुणे पुलिस (Pune Police) की एक टीम रविवार और फिर सोमवार सुबह पूछताछ के लिये प्रोबेशनरी IAS पूजा खेडकर के घर पहुंची तो पूरा परिवार नदारद मिला। उनकी मां के खिलाफ किसानों को पिस्तौल से धमकाने को लेकर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि परिवार फरार है और अब उनका पता लगाने के लिए पुलिस की तीन जांच टीमें बनाई गई हैं। पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर का एक वीडियो पिछले हफ्ते सामने आया था, जिसमें वह पुणे में किसानों के एक समूह को धमका रही थीं। एक किसान की शिकायत के आधार पर उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) और भारतीय शस्त्र अधिनियम (Arms Act) की अलग-अलग धाराओं के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज की गई थी। सूत्रों के मुताबिक पुलिस आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा (Manorma Khedkar) और पिता दिलीप खेडकर (Dilip Khedkar)की तलाश कर रही है, लेकिन वे पुणे में बानेर में बने अपने घर पर नहीं हैं। दोनों के फोन भी स्विच ऑफ हैं।

पुलिस ने जारी किया नोटिस, तलाश के लिये बनाईं तीन टीमें

पुणे पुलिस सूत्रों ने बताया कि "आरोपी फरार हैं। हम उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हैं, क्योंकि उनके फोन बंद हैं। हमने उनके घर पर भी पहुंचने की कोशिश की, लेकिन वो वहां भी नहीं मिले, घर पर ताला लगा हुआ है। हम आज फिर उनसे संपर्क करने की कोशिश करेंगे।" अधिकारियों ने बताया कि परिवार जांच में सहयोग नहीं कर रहा है और कहा कि परिवार का पता लगाने के लिए पुलिस की तीन टीमों को लगा दिया गया है। पुलिस सूत्रों ने ये भी बताया कि "पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस स्टेशन के अधिकारियों समेत कई टीमें पुणे और आस-पास के इलाकों में उनकी तलाश कर रही हैं, जहां उनके फार्महाउस और अन्य आवास हैं। अगर वे मिल जाते हैं, तो हम उनसे पूछताछ करेंगे और उनके जवाबों के आधार पर उचित कार्रवाई करेंगे।" इस बीच, पुलिस ने रविवार को मनोरमा को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा कि क्यों न उनका बंदूक लाइसेंस (Gun License) रद्द कर दिया जाए। इससे पहले, पिछले हफ्ते ट्रेनी IAS पूजा खेडकर की माँ मनोरमा खेडकर के खिलाफ किसानों को धमकाने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई। इसमें धारा 323, 504, 506, 143, 144, 147, 148 और 149 के साथ-साथ आर्म्स एक्ट भी शामिल है। दरअसल, मनोरमा का साल भर पुराना एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह पिस्तौल लहराती हुई नजर आ रही हैं।

बंदूक लहराकर किसानों को धमकाने का मामला

इस वीडियो में, जो 2023 का है, मनोरमा खेडकर कुछ लोगों को बंदूक दिखाकर धमकाते हुए देखी जा सकती हैं। यह मामला किसानों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने की कोशिश से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि मनोरमा ने जमीन पर कब्जे को लेकर किसानों को धमकाया। इसके अलावा, एक और वीडियो में वह मीडिया को भी धमकाती नजर आ रही हैं। उन्होंने घर के बाहर वीडियो बना रहे मीडियाकर्मियों पर हमला किया और उन्हें धमकी दी कि अगर उनकी बेटी ने सुसाइड कर लिया तो वह सभी को जेल में डाल देंगी।

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IAS पूजा खेड़कर सोशल मीडिया पर वायरल है ,फर्जी पिछड़ा दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर IAS बनी ये उसी IAS की मां की पुरानी वीडियो है।

हाथ में पिस्तौल लेकर जमीन हड़पने के लिए किसानों को धमका रही है, अब समझ सकते है कैसे फर्जी दिव्यांग पत्र बनवाया होगा।#PoojaKhedkar #UPSC pic.twitter.com/YI1rplTYIb
— Surbhi Sharma (@SurbhiSharma799) July 13, 2024

ट्रेनी IAS पूजा खेडकर की दबंग मां के खिलाफ FIR

पिछले ही हफ्ते IAS पूजा खेडकर का भी पुणे से वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया। महाराष्ट्र सरकार ने सत्ता के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद यह ट्रांसफर किया है। पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर पूजा खेडकर की शिकायत की थी। अब पूजा खेडकर वाशिम जिले की एडिशनल असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में नियुक्त हैं। मगर मां के खिलाफ दर्ज मामले के बाद से पुलिस का पूजा से भी सम्पर्क नहीं हो पा रहा है।

पिस्तौल से किसानों को धमकाने का वीडियो वायरल

पुणे में अपने प्रोबेशन के दौरान पूजा खेडकर ने कई सुविधाओं की मांग की थी, जो प्रोबेशनरी अधिकारियों को आमतौर पर नहीं मिलतीं। उन्होंने लाल-नीली बत्ती और VIP नंबर प्लेट वाली अपनी निजी ऑडी कार का इस्तेमाल किया, अपनी गाड़ी पर 'महाराष्ट्र सरकार' का बोर्ड लगाया और एक सरकारी कार, आवास, एक ऑफिस रूम और अतिरिक्त कर्मचारियों की मांग की। इसके अलावा, एडिशनल कलेक्टर के दफ्तर से बाहर रहने पर उनके चेंबर पर कब्जा भी कर लिया। पूजा के पिता, जो खुद एक रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी हैं, ने भी जिला कलेक्टर के दफ्तर पर दबाव डाला कि उनकी बेटी की अतिरिक्त सुविधाओं को लेकर मांग पूरी की जाएं। बताया जाता है कि उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को धमकी भी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे।

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