गंदी वीडियो देखती हो तुम्हारे मम्मी-पापा को बताउंगा, ब्लैकमेलर का वो लिंक जिससे लुट गईं 70 लड़कियां

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गंदी वीडियो देखती हो तुम्हारे मम्मी-पापा को बताउंगा, ब्लैकमेलर का वो लिंक जिससे लुट गईं 70 लड़कियां
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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कॉलेज की लड़कियों के पास आए पोर्न वीडियो

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पुलिसवाला बन ब्लैकमेलर कर रहा उगाही

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साइबर सेल कर रही है मामले की जांच

Jabalpur: जबलपुर के एक सरकारी गर्ल्स कॉलेज (Girls College) में छात्राओं के मोबाइल पर एक के बाद एक कई अश्लील वीडियो भेजे जाने से हड़कंप मच गया है। हैरानी की बात ये है कि ये पोर्न वीडियो एक-दो नहीं दर्जनों छात्राओं के मोबाइल फोन पर एक साथ भेजे गए। खास बात ये कि सबसे पहले छात्राओं के मोबाइल पर ऐसा लिंक भेजा जाता। जब छात्राएं उसे क्लिक करतीं तो अचानक उनके मोबाइल पर पोर्न वीडियो खुल जाता और लिंक के जरिये वीडियो भेजने वाला उनके मोबाइल का स्क्रीन शॉट भी ले लेता। बस इसी के बाद इन लड़कियों को ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू हो जाता। लिंक भेजने वाला इन लड़कियों को फोन कर इन्हें वही स्क्रीन शॉट भेजता फिर उसे वायरल कर उनके परिवार वालों के पास भेज उन्हें बेइज्जत करने की धमकी देता। 

पोर्न वीडियो भेज कर लेता था स्क्रीन शॉट

पुलिस के मुताबिक, ये सिलसिला पिछले एक हफ्ते से चल रहा है। और अब तक इस कॉलेज में पढ़ने वाली तकरीबन 70 छात्राओं को इसी तरह से पोर्न वीडियो और फोटो भेज कर ब्लैकमेल किया गया। इतना बड़ा मामला सामने आने के बाद कॉलेज के प्रशासन ने इसकी शिकायत मध्य प्रदेश पुलिस के  Cyber Cell में की। जांच शुरू हुई तो एक-एक कर मामले की पर्तें खुलने लगीं। ये बात भी सामने आई कि अब तक ब्लैकमेलिंग की शिकार कई छात्राएं ब्लैकमेलर को पैसे भी दे चुकी हैं। पुलिस का कहना है कि कम से कम दो छात्राओं ने ब्लैकमेलर को पैसे देना उसके सामने कबूल कर लिया है। पुलिस का अंदाजा है कि ब्लैकमेल का शिकार हुई ज्यादातर छात्राएं बीए First Year से लेकर Final Year की छात्राएं हैं। तफ्तीश के दौरान फोन नंबरों की जांच से इस ब्लैकमेलर की एक तस्वीर भी सामने आई है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल इसकी सत्यता की पुष्टी नहीं की है। 

पुलिस जांच में छात्राओं ने बताया कि लिंक भेज उनके मोबाइल के स्क्रीन शॉट लेने के बाद ब्लैकमेलर फोन कर छात्राओं से कहता था- "ऐसी चीजें देखती हो, तुम्हारे मम्मी-पापा से शिकायत करूंगा। बचना चाहती हो तो पैसे देने होंगे।" जबलपुर के थाना मदन महल के जांच अधिकारी केसरीनंदन राय ने बताया कि पुलिस के अलावा साइबर सेल भी इस पूरे मामले की गहराई से पड़ताल करने में जुट गई है।

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ABVP ने जताया विरोध

इस बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी छात्राओं ने इस घटना को लेकर शासकीय मानकुंवर बाई गर्ल्स कॉलेज पहुंचकर प्रदर्शन किया और कॉलेज प्रशासन पर इस मामले में कड़े कदम उठाए जाने की मांग की।

लेकिन इस घटना से कई सवाल खड़े हो गए हैं - मसलन, 

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छात्राओं के नंबर ब्लैकमेलर तक कैसे पहुंचे? 

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एक साथ इतनी बड़ी संख्या में छात्राओं के नंबर उसे कैसे मिले?

क्या ब्लैकमेलर अकेला है या फिर उसके गिरोह में और भी लोग शामिल हैं?

क्या ये नंबर टेलीग्राम एप के जरिए लीक हुए?

क्या कहा छात्राओं ने?

छात्राओं के मुताबिक टेलीग्राम पर भेजे गए लिंक को खोलते ही उन सबको एक ही नंबर से कॉल आया। ब्लैकमेलर ने अपना नाम विक्रम गोस्वामी बताया। उसने कहा कि वो गोरखपुर के एक थाने में सब इंस्पेक्टर के तौर पर काम करता है। इसके बाद वो उन्हें उनके अभिभावकों का नाम लेकर धमकाने लगा और कहा कि वीडियो के बारे में उसे पता चल चुका है। अगर उसकी डिमांड के मुताबिक पैसे ट्रांसफर नहीं किए तो पुलिस उनके घर पहुंच जाएगी। और उन्हें घर परिवार और पड़ोसियों के सामने बेइज्जत होना पड़ेगा। एक और छात्रा ने बताया कि उसे पिछले तीन-चार दिनों से इसी तरह के कॉल आ रहे हैं। College की प्रिंसिपल का कहना है कि वो कॉलेज में समय-समय पर दी जाने वाली सूचनाओं और सर्कुलर छात्राओं तक पहुंचाने के लिए टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल करते थे। उनका अंदाजा है कि शायद इसी टेलीग्राम ऐप के जरिए छात्राओं के नंबर लीक हो गए। और ब्लैकमेल करने वाला उन्हें पैसे उगाही के लिये इस्तेमाल करने लगा। 

पुलिस अफसर बन ब्लैकमेलर कर रहा छात्राओं को फोन

पुलिस के मुताबिक, कई छात्राओं ने ब्लैकमेलर के झांसे में आकर हजारों की रकम उसे ट्रांसफर कर दी है। कुछ छात्राओं ने ये भी बताया कि ब्लैकमेलर पुलिस अफ़सर बनकर छात्राओं को अब भी फोन कर रहा है। जाहिर है इस शातिर ब्लैकमेलर को कानून का जरा भी खौफ नहीं है।

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