जिन हाथों को पकड़कर बचपन में चलना सिखाया, पिता ने बेटे के उन्ही हाथों को थामा और ट्रेन की पटरी पर लेट गया, रुला देगी मुंबई की ये कहानी

ADVERTISEMENT

जिन हाथों को पकड़कर बचपन में चलना सिखाया, पिता ने बेटे के उन्ही हाथों को थामा और ट्रेन की पटरी पर लेट गया, रुला देगी मुंबई की ये कहानी
social share
google news

Mumbai: जिंदगी। यानी ऊपरवाले की वो नियामत जिसे इंसान ताउम्र सहेज कर रखता है। उसे बचा कर रखने के हर मुमकिन इंतजाम करता है और जिंदगी लंबी हो इसका पूरा पूरा ख्याल रखता है। बल्कि इंसान का बस चले तो वो जिंदगी का साथ कभी न छोड़े। मगर भगवान ने हर जीती जागती चीज के लिये मौत का वक्त भी मुकर्रर किया है। जिससे इंसान चाह कर भी बच नहीं सकता। मौत दबे पांव आती है और जिस्म से जान जुदा कर जिंदगी छीन ले जाती है। यही जिंदगी का सच भी है।

मुंबई में रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना

पर इसी दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो जिंदगी से बेजार होकर ऊपरवाले के इस खूबसूरत तोहफे से तौबा कर लेते हैं और खुदकुशी कर अपने ही हाथों अपनी जिंदगी छीन लेते हैं। इनके लिये जिंदगी से ऊब जाने की अलग अलग वजहें होती हैं। पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं दों इंसान के जिंदगी से बेजार कर देने वाली एक ऐसी कहानी जिसे सुनकर किसी की भी रुह कांप जाए। मुंबई से 32 किलोमीटर दूर भायंदर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर दो लोग एक दूसरे से बातें करते चले जा रहे थे।

ट्रेन के आगे लेट गए पिता-पुत्र

यूं लग रहा था कि वो किसी ट्रेन से उतर कर घर की तरफ जा रहे हैं। आपको बता दें कि ये बाप बेटे हैं। पिता की उम्र 60 साल है जबकि बेटा 32 साल का। प्लेटफॉर्म खत्म होने वाला था कि दोनों बाप बेटे प्लेटफार्म से नीचे उतर जाते हैं। बाप ने बेटे का हाथ थाम रखा है। ठीक उसी तरह जैसे बचपन में बाप अपने बेटे के हाथ पकड़कर चलना सिखाता है। सामने से एक ट्रेन आती दिखती है और एक दूसरे का हाथ थामें बाप बेटे औंधे मुंह ट्रेन की पटरी पर लेट जाते हैं। ट्रेन बाप बेटे के ऊपर से गुजर जाती है। ट्रेन से कटकर बाप बेटे की मौत हो जाती है। 

ADVERTISEMENT

बाप बेटे औंधे मुंह ट्रेन की पटरी पर लेटे

मुंबई से 32 किलोमीटर दूर भायंदर में पिता-पुत्र ने एक दूसरे का हाथ थामकर जान दे दी। घटना का खौफनाक वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि बाप बेटे प्लेटफॉर्म पर चलते हुए एक-दूसरे से बात कर रहे हैं। यह घटना सोमवार को सुबह करीब 10.30 बजे पालघर जिले के भयंदर स्टेशन पर देखने को मिली। ये ट्रेन विरार से चर्चगेट जा रही थी। मरने वालों की पहचान 35 साल के जय मेहता और उनके 60 साल के पिता हरीश मेहता के रूप में हुई है। पिता पुत्र नालासोपारा के रहने वाले थे।

शेयर बाजार में हुआ नुकसान

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि हरीश मेहता की पत्नी की मौत कोरोना के चलते हो गई थी। जबकि जय मेहता की शादी हाल ही में छह महीने पहले ही हुई थी। जय ने लव मैरिज की थी। मौके से पुलिस को हरीश मेहता की पैंट की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा था कि वो अपनी स्वेच्छा से सुसाईड कर रहे हैं। इसके लिए कोई भी दोषी नहीं है। जांच में ये भी पता चला है कि पिता पुत्र को शेयर बाजार में लाखों का नुकसान हुआ था। दोनों ही बड़े कर्ज में डूबे हुए थे। पुलिस की टीम जय की पत्नी और रिश्तेदारों से पूछताछ कर बयान दर्ज कर रही है ताकि सुसाइड की कारणों का सटीक पता लगाया जा सके। 

ADVERTISEMENT

    और पढ़ें...

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    यह भी पढ़ें...

    ऐप खोलें ➜