अधिवक्ता का पता लगाने के लिए झारखंड उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर
Jharkhand crime news अधिवक्ता का पता लगाने के लिए कोर्ट ने बंदी प्रत्यक्षीकरण का दिया आदेश Read more crime news on crime tak website
ADVERTISEMENT
रांची, आठ नवंबर (भाषा) पटना पुलिस द्वारा झारखंड के एक वकील एवं अतिरिक्त लोक अभियोजक को उनके आवास से कथित तौर पर ले जाए जाने के एक दिन बाद, सोमवार को राज्य उच्च न्यायालय में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई जिसमें संबंधित अधिकारियों को अधिवक्ता की मौजूदा स्थिति के बारे में खुलासा करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया।
झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ के सचिव नवीन कुमार ने बताया कि अधिवक्ता की पत्नी ने अदालत के समक्ष याचिका दायर की है, जिस पर मंगलवार को सुनवाई होने की उम्मीद है।
याचिका में कहा गया है कि झारखंड राज्य की राजधानी के सुखदेवनगर निवासी वकील रजनीश वर्धन को सात नवंबर की रात करीब 10.30 बजे पुलिस टीम उनके परिवार को कोई जानकारी दिए बिना उनके आवास से कथित तौर पर अपने साथ ले गई थी।
ADVERTISEMENT
वर्धन की पत्नी श्वेता प्रियदर्शिनी ने झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संघ को सूचित किया और झारखंड के पुलिस महानिदेशक तथा रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालयों को भी ईमेल भेजकर अपने पति के बारे में जानकारी मांगी।
ADVERTISEMENT