बिहार को डराने वाला 'डॉक्टर डॉन' ऐसे जकड़ा गया उत्तर प्रदेश पुलिस की हथकड़ियों में
UP Crime: बिहार (Bihar) का एक बाहुबलि नेता इस वक़्त मिर्जापुर पुलिस की गिरफ्तर में है। एक हत्या के सिलसिले में पुलिस (Police) ने उस डॉन (Don) को गिरफ्तार किया तो यूपी से लेकर बिहार तक हंगामा मच गया।
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UP Crime: कुछ रोज पहले टीवी पर एक विज्ञापन (Advertisement) बड़ा ही मशहूर हुआ था, एमपी अजब है...लेकिन उसी विज्ञापन की तर्ज पर एक बात और कही जा सकती है कि बिहार गज़ब है। और बिहार (Bihar) के बाहुबलि (Bahubali) तो उससे भी कहीं ज़्यादा ग़जब हैं। क्योंकि इसी बिहार का एक डॉक्टर (Doctor) है जिसने अहिंसा के सबक याद किए लेकिन हिंसा की दुनिया में अपना नाम कमाया।
मगर अब ये डॉक्टर साहब उत्तर प्रदेश पुलिस की गिरफ्त में हैं। इल्ज़ाम है कि डॉक्टर साहब ने न सिर्फ मुल्जिमों को पनाह दी बल्कि खुद भी हत्या की साज़िश रची। उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर पुलिस इन दिनों इस डॉक्टर डॉन को अपने यहां सरकारी मेहमान बनाए हुए है।
चलिए आप इन डॉक्टर डॉन से भी आपका तार्रुफ करवा देते हैं। नाम है सुनील पांडे उर्फ नरेंद्र। बिहार के रोहतास ज़िले में पैदा हुए सुनील पांडे को मिर्जापुर पुलिस ने एक लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है।
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दरअसल बीती 15 अगस्त को बिहार के बक्सर के रहने वाले धनजी पासवान ने पुलिस को इत्तेला दी कि कुछ अनजान लोगों ने मामूली कहासुनी के बाद खाना बनाने वाले कन्हैया प्रसाद को गोली मार दी और गोली मारने के बाद बदमाश तीन चार गाड़ियों से ही फरार हो गए। इस इत्तेला के बाद पुलिस हरकत में आई और चारो तरफ घेराबंदी के बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया और गिरफ्तार किए गए लोगों से जब पूछताछ हुई तो सामने नाम आया सुनील पांडे का। तब पुलिस ने गुरुवार को सुनील पांडे को पकड़ा, उनसे पूछताछ शुरू की और फिर सुनील पांडे को गिरफ्तार भी कर लिया।
UP Crime: सुनील पांडे उर्फ नरेंद्र के बारे में पुलिस को जो जानकारी मिली उसके मुताबिक पढ़ने लिखने में तेज़ रहने वाला सुनील इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने बैंगलुरू गया था, लेकिन वहां एक झगड़े में उसने अपने ही दोस्त पर चाकू से हमला कर दिया और पढ़ाई बीच में ही छोड़कर रोहतास वापस लौट आया था। अपने घर लौटने के बाद सुनील पांडे की मुलाकात शहाबुद्दीन के नज़दीकी सिल्लू मियां से हो गई।
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और कुछ रोज की मुलाकात के बाद सुनील सिल्लू मियां का खासमखास बन गया। शहाबुद्दीन के गैंग से जुड़ने के बाद सुनील पांडे बालू के सरकारी ठेके उठाने लगा और धीरे धीरे उसकी दबंगई की दायरा बढ़ने लगा। सुनील पांडे के बढ़ते कद और इलाक़े में बढ़ते दबदबे की वजह से सिल्लू मियां को दिक्कत होने लगी और दोनों के बीच टकराव बढ़ने लगा। लिहाजा यहां से दोनों के रास्ते जुदा हो गए।
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सुनील के अलग होने के कुछ वक्त बात ही सिल्लू मियां की हत्या हो गई। और बात उठी कि सिल्लू मियां की हत्या के पीछे सुनील पांडे का ही हाथ है। हालांकि सबूत न होने की वजह से उसे क़ानूनन पकड़ा नहीं जा सका। लेकिन शहाबुद्दीन के गैंग में ये बात सभी को पता चल गई कि सुनील पांडे ने सिल्लू मियां को रास्ते से पूरी तरह से हटा दिया। इस घटना ने इलाक़े में सुनील पांडे का रुतबा और बढ़ा दिया।
UP Crime: इसी बीच सुनील पांडे ने साल 2000 में सियासत में कदम रखा। और समता पार्टी के टिकट पर तरारी से पहली बार MLA चुन लिए गए। इसके बाद तो वो तीन बार और विधायकी का चुनाव जीते। लेकिन मीडिया की रिपोर्ट पर यकीन किया जाए तो सुनील पांडे पर हत्या, हत्या की साज़िश, रंगदारी, अपहरण और लूट जैसी धाराओं में 40 से अधिक मामले दर्ज हुए थे। हालांकि ज़्यादातर मामलों में सुनील पांडे को बरी किया जा चुका है।
सुनील पांडे के बारे में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अकेले रोहतास ज़िले में ही सुनील के खिलाफ आधा दर्जन से ज़्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इतना ही नहीं बिहार की रणबीर सेना से भी सुनील पांडे के नज़दीकी संबंध बताए जा रहे हैं। लेकिन सुनील पांडे ने सपना चौधरी के स्टेज कार्यक्रम के दौरान गोली चलाकर हंगामा खड़ा कर दिया था और ये बात सुर्खियों में छा गई थी।
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