नहीं दर्ज होगा मुख्तार अंसारी केस में हत्या का मुकदमा, एफआईआर दर्ज करने की अर्जी खारिज, कोर्ट ने माना हार्ट अटैक से हुई मौत
Mukhtar: बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में बाराबंकी की अदालत ने हत्या की एफआईआर दर्ज करने की अर्जी को खारिज कर दिया है।
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बाराबंकी से सैयद रेहान मुस्तफ़ा की रिपोर्ट
Mukhtar Ansari Death: बांदा जेल में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के मामले में बाराबंकी की अदालत ने कत्ल का केस दर्ज करने की अर्जी को खारिज कर दिया है। मुख्तार के वकील ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि मुख्तार की मौत एक हत्या है लिहाजा इस केस में कत्ल का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस अर्जी पर सुनवाई करते हुए बाराबंकी की कोर्ट एमपीएमएलए गैंगेस्टर कोर्ट के जज कमलकांत श्रीवास्तव ने अर्जी को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने बांदा जेल अधिकारियों की तरफ से कोर्ट में प्रस्तुत किए गए प्रपत्रों देख कर अदालत ने माना कि बंदी मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हुई थी। ये जानकारी सरकारी अभियोजन पक्ष के वकील मथुरा प्रसाद वर्मा ने दी है।
नहीं दर्ज होगा मुख्तार अंसारी की हत्या का केस
गौरतलब है कि मौत से पहले मुख्तार ने कोर्ट में 21 मार्च खाने में स्लो पॉयजन देने की बात कही थी। मुख्तार की ये बातचीत बेटे उमर के मोबाइल में कैद हो गई थी। इसी के बाद मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ी और न्यायिक अभिरक्षा में उसकी मौत हो गई। मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने कोर्ट में कहा कि उनके मुवक्किल मुख्तार अंसारी ने मौत से पहले भी कोर्ट में अर्जी दी थी कि उनको खाने में स्लो पॉयजन दिया गया है। पार्ती ने कोर्ट से कहा था कि स्लो पॉयजन से उसका दम निकल जायेगा। इसके एक हफ्ते बाद ही पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की जेल में मौत हो गई। इसलिए Dying Declaration मानकर दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई थी। जिसको बृहस्पतिवार को बहस के बाद जज कमलकांत श्रीवास्तव ने खारिज कर दिया।
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एफआईआर दर्ज करने की अर्जी खारिज
सरकारी वकील मथुरा प्रसाद ने बताया कि बांदा जेल अधीक्षक द्वारा उपलब्ध करवाए गए अस्पताल के दस्तावेजों को देखते हुए साफ है कि मुख्तार अंसारी की मौत ह्रदय गति रुकने की वजह से हुई। इसलिए मुख्तार अंसारी की अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया है और ये माना कि मौत हार्ट अटैक से हुई है। आपको बता दे कि बाराबंकी में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर फर्जी एंबुलेंस मामले में दो मुकदमे चल रहे थे। जो अब मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनका नाम हटा दिया जाएगा। बाकी अभियुक्ततो पर मुकदमे का ट्रायल चलता रहेगा।
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