फिल्म का ट्रेलर दिखा कर ठग लिए साढ़े तीन करोड़ रुपए, ऐसे ठगों से सावधान!
Delhi Crime News: ये लोगो से कहते की फिल्म मेगा हिट होगी। और बड़ी कमाई करेगी, इसलिए जो भी फिल्म पैसा लगाएगा उसकी रकम 11 महीने में दुगनी हो जाएगी।
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Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो फिल्म का ट्रेलर दिखा कर लोगों को ठगा करता था। पुलिस ने इस मामले में प्रमोद नागर नाम के एक आरोपी को नोएडा से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक प्रमोद अपनी कंपनी के नाम पर इवेंट करता, वहां पर उन्हे फिल्मों के ट्रेलर दिखाता और 11 महीने में रकम दुगनी करने की लालच देता। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने 47 लोगों से 3 कारोड़ 50 लाख रुपए ठग लिए।
पुलिस के मुताबिक ये लोगो से कहते की फिल्म मेगा हिट होगी। और बड़ी कमाई करेगी, इसलिए जो भी फिल्म पैसा लगाएगा उसकी रकम 11 महीने में दुगनी हो जाएगी। साथ में ये कहते की बीच जो फिल्म के राइट्स बेचने से जो कमाई होगी उसका पैसा हर महीने मिलेगा। खुद को प्रमोद और उसका साथी फिल्म का डायरेक्टर बताते थे।
47 लोगों से 3 कारोड़ 50 लाख रुपए ठग लिए
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को M/s Swag Production Pvt. Limited के खिलाफ कई लोगो ने शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में 420/406/120B/201 IPC, Section 4, 5 & 6 of The Prize Chits and Money Circulation Schemes (Banning) Act 1978 & Section 58 (B) (4A) of Reserve Bank of India Act, 1934, के तहत केस दर्ज जांच शुरू कर दी।
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जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि swag प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को उदित ओबेरॉय, प्रमोद नागर जूनियर और प्रमोद नागर सीनियर ने सिर्फ और सिर्फ लोगों को ठगने के लिए बनाया था। इनमें से कुछ लोग खुद को फेक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी का डायरेक्टर बताते थे। जांच के दौरान पता लगा कि कंपनी ने आरबीआई और एनबीएफसी के तहत रजिस्टर नहीं कराया गया था और लोगों से रकम जुटाने का भी इनके पास लाइसेंस नहीं था। इसके बावजूद कंपनी ने पोंजी स्कीम के तहत लोगों को ठगा।
11 महीने में रकम दुगनी होने का झांसा
लोगों को ठगने के लिए यह लोग बकायदा इवेंट ऑर्गेनाइज करते। वहां पर फिल्म का ट्रेलर चलाते और फिर कहते कि 11 महीने में रकम दुगनी हो जाएगी उनके झांसे में आकर करीब 47 लोगों ने 3 करोड़ 50 लाख रुपए की रकम जमा करा दी। शुरुआत में कुछ दिन तक तो उनको रिटर्न मिला और उसके बाद जब उनके पैसे मिलने बंद हो गए तो लोगों को शक हुआ। लोग पुलिस के पास गए और फिर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। पुलिस ने प्रमोद नागर को ग्रेटर नोएडा के इलाके से गिरफ्तार किया और फिलहाल प्रमोद नागर आर्थिक अपराध शाखा के रिमांड पर है।
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