...जब चोर हुए भावुक, 'पता नहीं था कि इतने गरीब हैं आप'

उत्तर प्रदेश के बांदा में चोरी करने आये चोर के इमोशनल होने की अजब खबर सामने आयी, चोरी करने के बाद चोरो ने माफ़ी मांगते हुए सामान किया वापस, Read more crime news in Hindi, क्राइम न्यूज़ on CrimeTak.in

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24 Dec 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:11 PM)

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सिद्धार्थ गुप्ता के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

UP CRIME NEWS : उत्तर प्रदेश के बांदा में चोर इमोशल हो गए। करने तो चोरी आए थे, लेकिन बाद में एहसास हुआ कि गलती हो गई। बांदा में पहले तो चोरों ने वेल्डिंग की एक दुकान से हजारों के सामान पर हाथ साफ कर दिया लेकिन बाद में पीड़ित की परेशानी जान चोरों का न सिर्फ दिल पसीज गया बल्कि वह काफी इमोशनल भी हो गए। चोरों ने पीड़ित का एक-एक सामान लौटा दिया और उससे लिखकर माफी मांगी। चोरों ने इसके लिए बाकायदा चुराए गए सामान को एक बोरी और डिब्बे में पैक किया और उसके ऊपर एक पेपर में माफीनामा लिखकर चिपका दिया।

चोरी का दिलचस्प मामला

जिले के बिसंडा थाना इलाके के चन्द्रायल गांव में रहने वाले दिनेश तिवारी काफी गरीब हैं। उन्होंने कुछ समय पहले ब्याज में 40 हजार रुपये का कर्ज लेकर वेल्डिंग का नया काम डाला था। रोजाना की तरह 20 दिसंबर की सुबह जब वह अपनी दुकान खोलने पहुंचे तो दुकान का ताला टूटा मिला और औजार समेत अन्य सामान चोरी हो चुका था। इसके बाद उन्होंने घटना की सूचना बिसंडा थाने में दी। 22 दिसंबर के दिन उन्हें गांव के लोगों से पता चला कि उनका सामान घर से कुछ दूरी पर एक खाली स्थान पर पड़ा है। चोर दिनेश का सामान गांव की ही एक खाली जगह पर फेंक गए थे।

चोरों का खत

लौटाए गए सामान के साथ चोरों ने एक पेपर नोट चिपका दिया, जिसमें लिखा, "यह दिनेश तिवारी का सामान है। हमें बाहरी आदमी से आपके बारे में जानकारी हुई। हम सिर्फ उसे जानते हैं जिसने लोकेशन (सूचना) दी कि वह (दिनेश तिवारी) कोई मामूली आदमी नहीं है। पर जब हमें जानकारी हुई तो हमें बहुत दुःख हुआ, इसलिए हम आपका सामान वापस देते हैं। गलत लोकेशन की वजह से हमसे गलती हुई।" माफीनामे से साफ है कि चोर बाहरी थे और इलाके के लोगों से वाकिफ नहीं थे, लेकिन चोरों की मदद करने वाला शख्स स्थानीय था और उसने जानबूझकर चोरों को गरीब के घर का पता दिया।

भगवान ने मेरी रोजी-रोटी बचा ली - पीड़ित

दुकानवाले ने बताया, ''हालांकि चोरी किसने की? यह न मुझे पहले पता था और न सामान मिलने के बाद पता है। भगवान ने मेरी रोजी-रोटी बचा ली, मैं इसी में खुश हूं। मैंने गांव के चौकीदार के माध्यम से थाने को सूचना दे दी है कि चोरी गया सामान मिल गया है।''

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