एक हाथ में हथियार, दूसरे हाथ में पत्नी का कटा हुआ सिर, साहब मैने बीवी को मार डाला, अब कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा 

किन्नर को शक था कि पत्नी के किसी के साथ नाजायज रिश्ते हैं। शक के चलते ही आरोपी पति ने पत्नी की फरसे से गला काटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद किन्नर ने पत्नी के प्रेमी पर भी जानलेवा हमला किया।

CrimeTak

• 10:48 AM • 01 Aug 2024

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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कटा सिर लेकर पैदल थाने पहुंच गया था हैवान पति

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बोला- साहब, मैंने इसे मार डाला

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कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा

बांदा से सिद्धार्थ गुप्ता की रिपोर्ट

Banda: यूपी के बांदा जिले में अदालत ने कत्ल के एक सनसनीखेज मामले में आरोपी पति को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। दरअसल पति अपनी पत्नी पर लगातार शक करता था। जिससे परेशान होकर उसने सारी हदें पार कर दी और उसने धारदार हथियार से उसका गला काट डाला। आरोपी ने हत्या के बाद पत्नी के सिर को बालों से पकड़ा और बीच चौराहों से पैदल चल थाना पहुँच गया, जिसने भी देखा दंग रह गया। इस मामले में कोर्ट ने आरोपी पति को दोषी करार दिया और फांसी की सजा सुनाई है। कत्ल से इस मामले में ट्रायल के दौरान अभियोजन ने 11 गवाह पेश किए थे। सुनवाई के दौरान 5 जज बदले गए और 60 से ज्यादा तारीखे पड़ीं। तब जाकर ये मुकदमा इंसाफ की मंजिल पर पहुंचा। 

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क्या था पूरा मामला

ये मामला बांदा बबेरू कोतवाली इलाके के नेता नगर का है। 9 अक्टूबर 2020 को 39 साल के किन्नर यादव ने अपनी पत्नी विमला देवी की हत्या कर दी। किन्नर को शक था कि पत्नी के किसी के साथ नाजायज सम्बन्ध हैं। शक के चलते ही आरोपी पति ने पत्नी की फरसे से गला काटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद किन्नर ने पत्नी के प्रेमी पर भी जानलेवा हमला किया। इसके बाद आरोपी ने बीवी का कटा हुआ सिर बालों से पकड़े हुए सड़क से पैदल चलकर थाने पहुँच गया और मौजूद पुलिस अधिकारियों से कहा कि साहब मैंने इसको मार डाला है। हाथ में कटा हुआ सिर देखकर पुलिस वाले भी दंग रह गए। पुलिस ने महिला के क्षत विक्षत शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और इधर प्रेमी को अस्पताल भेजा और 302 सहित अन्य धाराओ में केस दर्ज कर आरोपी पति को जेल भेज दिया था।

पति को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा

अब इस मामले में कोर्ट ने आरोपी पति को दोषी करार दिया और फांसी की सजा सुनाई है। साथ ही 10 हजार का जुर्माना भी लगाया है। पौने चार साल में फैसला आया है, क्योंकि इसमें एक गवाह जो घायल था, उसने गांव छोड़ दिया था। उसको ट्रेस करने में ढाई साल लग गए। तब अदालत फैसले तक पहुची। अदालत के इस फैसले पर एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि हम कोर्ट के प्रत्येक मामलों में जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी कर सजा दिलवाने के लिए काम कर रहे हैं। मैं खुद इसकी मॉनिटरिंग करता हूँ, आज एक हत्या के मामले में निष्पक्ष विवेचना के तहत फांसी की सजा हुई है।

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