Russia-Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार जारी है। इस दौरान, यूक्रेन ने मॉस्को पर जंग शुरू होने के बाद अब तक का सबसे बड़ा हमला करने का दावा किया है। कल यानी कि रविवार को, यूक्रेन ने कम से कम 34 ड्रोन के जरिए मॉस्को पर हमला किया। 2022 में युद्ध की शुरुआत के बाद से ये रूसी राजधानी पर किया गया सबसे बड़ा ड्रोन हमला माना जा रहा है। इस हमले के कारण रूस को तीन मेन एयरपोर्ट से फ्लाइट डायवर्ट करनी पड़ीं, रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक , रविवार को तीन घंटे तक रूस के कई इलाकों में 36 ड्रोन्स को नष्ट किया गया। और वही लोगों की बात करे तो मॉस्को और इसके आसपास के इलाकों में करीब 2.1 करोड़ लोगों की आबादी रहती है। और जब यूक्रेन ने इतना बड़ा हमला किया तो रूस कैसे पीछे रहता.... यूक्रेन का कहता है कि रूस ने जवाबी हमले में रातों-रात 145 ड्रोन लॉन्च किए, जिनमें से 62 को यूक्रेन की एयर डिफेंस ने मार गिराया।
होने वाला है तीसरा विश्व युद्ध? रूस की राजधानी पर हमले से हुई शुरूआत
Russia-Ukraine: यूक्रेन ने मॉस्को पर जंग शुरू होने के बाद अब तक का सबसे बड़ा हमला करने का दावा किया है। क्या होने वाला है Third World War? NATO देशों की मिसाइल करेंगी शुरुआत?
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• 06:32 PM • 11 Nov 2024
DONALD TRUMP रुकवाएंगे जंग?
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कुछ अधिकारियों का ये भी कहना है कि जबसे जंग की शुरुवात हुई उसके बाद से अब रूस की सेना सबसे तेज गति से हमारी तरफ बढ़ रही है और हमले कर रही है। कुछ अमेरिकी रिपोर्ट्स की माने तो कुछ अधिकारी पॉजिटिव भी हैं, इनका मानना है कि US ELECTIONS में डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी जीत के बाद ये ढाई साल पुरानी जंग अपने आखिरी मोड़ में है। इन तमाम हमलों के अलावा, यूक्रेन ने शुक्रवार से शनिवार की रात रूसी शहर तुला में एक रूसी केमिकल प्लांट पर ड्रोन हमला किया। हालांकि, रूसी अधिकारियों ने इस हमले की पुष्टि नहीं की है। सिक्योरिटी सर्विस ऑफ यूक्रेन के मुताबिक, केमिकल प्लांट पर कम से कम 13 यूक्रेनी ड्रोन ने हमला किया था, जिससे विस्फोट के बाद हर तरफ़ तबाही का मंज़र था । तुरंत ही स्टाफ को प्लांट से बाहर सुरक्षित स्थान पर निकाला गया।
रूस के गोला बारुद प्लांट पर ड्रोन अटैक
केमिकल प्लांट पर हमले का सबसे अहम वजह बारूद बनाने वाले प्लांट को नष्ट करना था, यूक्रेन का कहना है कि इसी प्लांट में रुस गोला-बारूद बनाता है। जब प्लांट पर ये अटैक हुआ तो प्लांट से एसिड रिलीज हुआ जिसके बाद चारों तरफ नारंगी रंग का धुआं उठ रहा था। रूस ने यूक्रेन के इस हमले को आतंकवादी हमला घोषित किया है। और तुरंत ही जवाबी कार्रवाई करने की बात की है। रिपोर्ट की माने तो यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस में अंदर घुसकर हमले करना चाहते हैं और उसके लिए लगातार अमेरिका पर भी प्रेशर डाला गया। इस पर रूस का कहना है कि अगर NATO ने यूक्रेन को रूस के अंदर तक हमला करने की इजाजत दी तो इसका मतलब साफ होगा कि यूक्रेन जंग में NATO भी शामिल है। नाटो में 32 सदस्य देश शामिल है, ये देश नाटो के माध्यम से राजनीतिक और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा करते हैं, इसके बाद सभी की सहमती से एक साथ फैसला लेते हैं।
जिसमें USA, UK, TURKEY, SPAIN, ITALY, POLAND, FRANCE, GERMANY और CANADA जैसे 23 देश औऱ भी शामिल हैं।
अमेरिका नहीं दे सकता मिसाइल की इजाजत
इस जंग में जेलेंस्की ने कई बार अमेरिका से रूस पर लंबी दूरी वाली मिसाइल दागने की अनुमति मांगी है, लेकिन जो बाइडेन भी नाटो की लंबी दूरी वाली मिसाइलें दागने की इजाजत नहीं दे पाए हैं, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो ये युद्ध महायुद्ध में बदल जाएगा। और वो ऐसे कि अगर रूस के बड़े शहर जैसे मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग, बोल्गोग्राड या कजान पर अमेरिका या नाटो देशों की मिसाइल गिरी तो जंग बड़ा रूप ले सकती है। लेकिन सबकी निगाहे अब टिकी हैं कि क्या ट्रंप इस जंग को खत्म करवाने के लिए कोई फैसला ले सकते हैं?
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