VIDEO: BJP सांसद ने महिला को सौंपी PM आवास की चाबी, महिला ने माइक पर बोल दिया- 30 हजार रिश्वत लिए गए

UP News: उत्तर प्रदेश के बदायूँ में एक बुजुर्ग महिला ने सांसद और विधायक के सामने सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की पोल खोली.

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20 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 20 2024 11:05 AM)

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UP News: उत्तर प्रदेश के बदायूँ में एक बुजुर्ग महिला ने सांसद और विधायक के सामने सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की पोल खोली. दरअसल ये बुजुर्ग महिला खुद लाभार्थी थी. लेकिन बुजुर्ग महिला ने सांसद और विधायक के सामने कुछ ऐसा कह दिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इसके साथ ही सांसद-विधायक समेत कई अधिकारियों के भ्रष्टाचार की कच्ची तस्वीर भी सामने आ गयी.

दरअसल, सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने खुद बदायूँ में एक बुजुर्ग महिला को प्रधानमंत्री आवास के तहत घर की चाबियाँ सौंपीं. इस दौरान सांसद ने बुजुर्ग महिला से पूछा कि क्या इस योजना के लाभ के लिए किसी ने उनसे पैसे लिए हैं? इसका जवाब देते हुए बुजुर्ग महिला ने सबके सामने कहा कि इसके लिए उनसे 30 हजार रुपये लिए गए थे. ये सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए. आपको बता दें कि अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

प्रधानमंत्री आवास योजना में हुआ खेल

दरअसल, आंवला से भारतीय जनता पार्टी के सांसद धर्मेंद्र कश्यप प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से मुलाकात कर उन्हें चाबियां सौंप रहे थे. इस दौरान सांसद लाभार्थियों से मुलाकात कर उनकी भावनाओं को जान रहे थे.

 इस दौरान भाजपा सांसद ने उसावां नगर पंचायत की शारदा देवी को चाबी भी सौंपी. शारदा देवी से पूछा गया कि आप कैसा महसूस कर रही हैं? क्या इसके लिए किसी ने आपसे पैसे तो नहीं लिये? इस दौरान बुजुर्ग महिला ने साफ कहा कि मकान दिलाने के नाम पर उससे 30 हजार रुपये लिए गए हैं.

सांसद ने दी ये प्रतिक्रिया

आपको बता दें कि जैसे ही महिला ने कहा कि वह 30 हजार रुपये लेगी. वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे. लेकिन बीजेपी सांसद इस दौरान गंभीर दिखे. उन्होंने तुरंत कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो ये मामला गंभीर है.

एसपी ने बोला हमला

आपको बता दें कि बुजुर्ग महिला का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसे लेकर समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने योगी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि महिला ने मीडिया और नेताओं के सामने माइक पर कहा कि प्रधानमंत्री आवास दिलाने के लिए उससे 30 हजार रुपये लिये गये हैं. केंद्र और राज्य की हर योजना में भ्रष्टाचार चरम पर है. उनका कहना था कि न खाएंगे और न किसी को खाने देंगे. लेकिन अब सिस्टम के लोग भी खा रहे हैं और ये लोग भी खा रहे हैं. ये सब हर योजना में हो रहा है.

बदायूँ जिलाधिकारी ने क्या बताया?

अब इस पूरे मामले में बदायूं के जिलाधिकारी का भी बयान सामने आया है. -बदायूं डीएम ने कहा, यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने इस मामले की तत्काल जांच के आदेश दे दिये हैं. इसकी जांच अपर जिलाधिकारी वीके सिंह को सौंपी गई है। निर्देश दिए गए हैं कि मामले की रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपी जाए.

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