Gujarat Borewell Latest News: गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में 30 फुट गहरे बोरवेल में गिरी तीन वर्षीय लड़की की एक अस्पताल में मौत हो गयी।
गुजरात में 30 फुट गहरे बोरवेल से निकाली गई तीन साल की बच्ची की मौत
Gujarat Borewell Latest News: गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में 30 फुट गहरे बोरवेल में गिरी तीन वर्षीय लड़की की एक अस्पताल में मौत हो गयी।
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02 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 2 2024 2:50 PM)
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि लड़की को बोरवेल से निकाले जाने के बाद बेहोशी की हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी।
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पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने बताया कि बच्ची रण गांव में सोमवार दोपहर करीब एक बजे खुले बोरवेल में गिर गयी थी। उसे रात में करीब नौ बजकर 50 मिनट पर बेहोशी की हालत में 30 फुट गहरे बोरवेल से बाहर निकाला गया और इलाज के लिए जामनगर के एक अस्पताल ले जाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि लड़की को नौ घंटे तक चले बचाव अभियान के बाद बोरवेल से निकाला गया। उस वक्त वह जीवित थी लेकिन बेहोशी की हालत में थी।
जाम खंभलिया में जनरल अस्पताल के रेजिडेंट चिकित्सा अधिकारी डॉ. केतन भारती ने बताया कि जब बच्ची को इस अस्पताल में लाया गया तो उसे मृत घोषित कर दिया गया था। यह अस्पताल घटनास्थल से करीब 35 किलोमीटर दूर है।
डॉ. भारती ने कहा, ‘‘जब बचाव अभियान जारी था तो घटनास्थल पर तैनात चिकित्सा दल के साथ अस्पताल का एक बाल चिकित्सक भी था। जैसे ही लड़की को बोरवेल से बाहर निकाला गया तो एक एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाते वक्त उसका इलाज शुरू कर दिया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पोस्टमार्टम किया और उसकी मौत का कारण दम घुटना (ऐसी स्थिति जिसमें शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है) पाया।’’
उप जिलाधीश एच.बी. भगोरा ने बताया था कि लड़की खेलते वक्त खुले बोरवेल में गिर गयी थी जिसके बाद सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मी उसे बचाने में जुटे।
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि बच्ची को बचाने के लिए उसके हाथ एक रस्सी से बांध दिए गए और स्थिरता प्रदान करने के लिए एल-आकार का एक हुक लगाया गया था। इसके साथ ही एक समानांतर गड्ढा खोदा गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बच्ची का पिता इलाके में एक पवनचक्की में काम करता है।
उन्होंने बताया कि बच्ची के घर के पास बोरवेल काफी समय पहले खोदा गया था लेकिन बाद में उसे खुला ही छोड़ दिया गया।
इस घटना के साथ ही खुले में बने बोरवेल से पैदा होने वाले खतरे फिर से सामने आए हैं।
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