अग्निवीर भर्ती के मेडिकल में पास कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, मेरिट में नाम बढवाने का लालच देकर ठगी करने वाले गैंग से बचना

आर्मी भर्ती के मेडिकल में पास कराने व मेरिट में नाम बढवाने का लालच देकर ठगी करने वाले गैंग के दो शातिर अपराधियों को आगरा से गिरफ्तार किया गया है।

CrimeTak

• 07:55 PM • 01 Aug 2024

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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3 लाख में पास कराने का दावा

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STF ने किया अरेस्ट

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अग्निवीरों की भर्ती पर दलालों का साया

Agra: यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने अग्निवीर आर्मी भर्ती में पास करवाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है। एसटीएफ ने आगरा के ओमकार सिंह और हाथरस के रहने वाले दुष्यंत को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से हाई स्कूल-इंटर की मार्कशीट के अलावा कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। दरअसल यूपी एसटीएफ को पिछले कई दिनों से अग्निवीर आर्मी भर्ती के मेडिकल में पास कराने व मेरिट में नाम बढवाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के एक्टिव होने की खबरें मिल रही थीं।

ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश

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ये गैंग पश्चिम उत्तर प्रदेश में सक्रिय था। लिहाजा स्पेशल टास्क फोर्स की आगरा यूनिट को इस ऑपरेशन में लगाया गया था। इसी दौरान टीम को टिप ऑफ मिला की आगरा में अग्नीवीर भर्ती परीक्षा होने वाली है जिसमें दलाल व ठगी करने वाले गैंग सक्रिय हैं। ये गैंग के लोग जो अग्निवीर भर्ती में आने वाले युवको जो मेडीकल, मेरिट व अन्य कमियां होने पर जो अनफिट हो जाते हैं उनको अपना निशाना बनाते हैं। युवकों से मेरिट में नाम बढवाने मेडिकल में पास कराने का झांसा दिया जाता था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान दो आरोपियों को भगवान टॉकीज के पास से गिरफ्तार किया है। 

दलाली व ठगी करने वाले गैंग

पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये गैंग अग्निवीर भर्ती में भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों से कांटेक्ट करके उनसे मेडिकल व मेरिट में नाम बढ़ाने के नाम पर 7-8 लाख रूपये वसूलता था। गैंग के लोग पहले अभ्यर्थियो से मूल प्रमाण पत्र ले लेते है काम होने के बाद पैसे लेते हैं। इन दोनों के साथी कपिल गूजर की मेरठ में मेरठ कपिल हार्डवेयर के नाम से दुकान है। हाल ही में सेना की मिलिट्री इंटेलीजेंस ने अग्निवीर की सेना भर्ती रैली में फेल युवकों से सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी के इनपुट मिले थे। जिसके बाद वाराणसी में असफल हुए अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए 03-03 लाख रुपए वसूलने वाले गैंग का पता चला था।

तीन लाख रुपये में सौदा

इस जालसाजी की सूचना मिलिट्री इंटेलिंजेंस ने वाराणसी पुलिस से साझा की थी। जिसके बाद पुलिस ने जालसाज वेल नारायण मनेंधर नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। वेल नारायण की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि ये गैंग 06 महीने से सक्रिय था। वेल नारायण कैंट इलाके के एक रेस्टोरेण्ट में खाना बनाता था। वहीं उसकी मुलाकात नेपाल के रहने वाले दिवस विश्वकर्मा से हुई थी जो कि 39 जी0टी0सी0 में डी कम्पनी में सिपाही के पद पर तैनात था। 

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