विदिशा: विदिशा के किले अंदर स्थित बालाजी मंदिर के पुजारी ने अपनी बहू पर तलवार से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. दरअसल बहू सीमा चतुर्वेदी अपने घर में पूजा अर्चना कर रही थी, तभी पीछे से आए 80 वर्षीय कैलाश नारायण चतुर्वेदी(ससुर )ने पीछे से उनके सर पर वार किया. फिर दूसरे वार को सीमा ने हाथों से तलवार रोकने का प्रयास किया तो दोनों कलाई पूरी तरह कट गई. गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल लाया गया. जहां उनकी हालत को देखकर सीमा के पति अजय की भी तबीयत खराब हो गई. उन्हें भी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं सीमा को गंभीर हालत के चलते भोपाल रेफर किया गया, पुलिस ने आरोपी कैलाश नारायण चतुर्वेदी को गिरफ्तार कर लिया है.
पढ़ाई और नौकरी की बात पर इस कदर नाराज हुआ ससुर, तलवार से काटे बहू के हाथ
पढ़ाई और नौकरी की बात पर इस कदर नाराज हुआ ससुर, तलवार से काटे बहू के हाथ
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17 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:09 PM)
नौ घंटे की सर्जरी के बाद जोड़े हाथ
दरअसल ससुर ने अपनी बहू पर 11 नवंबर को तलवार से हमला कर दिया था. हमले में बहू के दोनों हाथ कटकर कलाइयों से लटक गए थे. बुरी तरह से जख्मी बहू को परिजनों ने अरेरा कॉलोनी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती किया था. यहां 5 डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी कर महिला के हाथ जोड़ने में सफलता पाई है. ये सर्जरी करीब नौ घंटे तक चली थी. परिजनों ने वापस हाथ जोड़ने की सारी उम्मीद खो दी थी लेकिन अब महिला की हालत खतरे से बाहर है.
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मोहल्ले के लोगो के अनुसार बेहद सनकी मिजाज का है ससुर
वहीं मोहल्ले के लोगों ने कहा कि कैलाश बेहद सनकी मिजाज का है. वह बहू पर हमला करने के बाद मौके पर ही मौजूद रहा. हमले की सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची. इस दौरान कैलाश बार-बार यही दोहरा रहा था कि वह पुलिस से नहीं डरता. जब पुलिस आई तो वह बिना किसी विरोध के पुलिस की गाड़ी में बैठ गया. बताया गया है कि कैलाश और सुनीता का चबूतरा बनाने की बात को लेकर विवाद चल रहा था.
घर पर अकेली थी तब हमला किया
घायल मां के बेटे वेंकटेश चतुर्वेदी ने बताया कि दादा से हमें ये उम्मीद नहीं थी कि वो मां पर जानलेवा हमला करेंगे लेकिन उन्होंने मां को अकेला पाकर धारधार तलवार से हमला कर दिया. दादा को सिर्फ इस बात कि दिक्कत थी कि मां शादी के बाद भी पढ़ाई जारी रख रही थी. तब दादा ने कहा कि तुम कुछ भी कर लो तुम्हारे बच्चे भीख ही मांगेंगे तो मां ने इन शब्दों को चैलेंज के तौर पर लिया और शादी के बाद मां शिक्षक बनी और उनकी नौकरी लग गई.
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