Udaipur Murder : दर्जी का सिर काटे जाने पर इस्लामिक विद्वान तारेक फतेह ने ये क्या कह डाला?

Tarek Fateh on Udaipur murder- इंडिया टुडे टीवी के शो में तारेक फ़तेह ने कही बड़ी बात, हिंदुस्तान के मुस्लिम रहनुमाओं और मदरसा संचालकों को लिया आड़े हाथ

CrimeTak

28 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:21 PM)

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Udaipur kanhaiya Lal Murder Case : उदयपुर (Udaipur) में एक दर्जी (talior) का सिर क़लम (beheaded) करने की वारदात को लेकर मुस्लिम विद्वान (Islamic scholar) तारेक फ़तेह (Tarek Fatah) ने बड़ी बात कह दी. कनाडा के रहनेवाले तारेक फतेह मुस्लिम धर्म की कुरीतियों को लेकर तीखी टिप्पणी करने के लिए जाने जाते हैं. इसी वजह से उनकी जान पर भी ख़तरा बना रहता है.

लेकिन वो अपनी बात रखने से पीछे नहीं हटते. मंगलवार को भी उदयपुर की वारदात को लेकर उन्होंने ऐसी बात कह दी, जो बहुत से कट्टरपंथियों को चुभेगी. वो मुस्लिम नुमाइंदों और रहनुमाओं पर जम कर बरसे. उन्होंने कहा कि भारत के मदरसों में जो तालीम दी जा रही है, ये उनकी ज़िम्मेदारी है कि वो ऐसी वारदातों को रोकें. मुस्लिम बच्चों को सही तालीम दें. चाहे वो बरेलवी हों या फिर देवबंदी.

मरदसों में हिंदुओं और हिंदुस्तान से प्यार करने की सीख दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये वो लोग हैं, जो दुनिया में शरिया क़ानून लाना चाहते हैं और शरिया क़ानून ऐसे क़त्ल-ओ-गारत की इजाज़त देता है. तारेक फ़तेह इंडिया टुडे के एक टीवी शो में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि ये वो सोच है, जिसके तहत लोग हिंदुस्तान में गजवा-ए-हिंद का ख़्वाब देखते हैं और जिन्हें लगता है कि मौत के बाद जन्नत में उनके लिए 72 हूरें इंतज़ार कर रही होंगी. उन्होंने ऐसे लोगों पर लानत बरसाते हुए कहा कि ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ आवाज़ मुस्लिम समाज के बीच से ही उठनी चाहिए. लेकिन दुखद ये है कि बहुत से लोग ऐसी सोच पर ख़ामोश रहते हैं. वो ग़लत नैरेटिव को बढ़ावा देते हैं.

उन्होंने कहा कि भारत में जो प्रगतिशील मुस्लिम हैं, उन्हें अपना संगठन बनाना चाहिए. तारेक फ़हेत ने कहा कि मुस्लिम किताबों में वो बातें दर्ज हैं, जिसका ज़िक्र नुपूर शर्मा ने किया था. इसका विरोध करनेवाले लोगों में इतनी हिम्मत नहीं है कि या तो वो इस सच को स्वीकार कर लें या फिर मज़हबी किताबों से उन पंक्तियों की हटाने की हिम्मत जुटा लें.

तारेक फतेह ने कहा कि ऐसी वारदातों को अंजाम देनेवाले लोग भूल जाते हैं कि इंसानों ख़ून का रंग एक ही है. उन्होंने पूछा कि ऐसी घटिया सोच रखनेवाले लोग ये क्यों भूल जाते हैं कि यमन में पांच लाख लोग क्यों आपस में लड़ते हुए मर गए? वहां तो कोई हिंदू नहीं था.

Udaipur KanhaiyaLal Murder case को इस VIDEO से समझ लीजिए

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