Journalist Fight: बेंगलुरु में कांग्रेस के कार्यक्रम के दौरान एक महिला पत्रकार से मारपीट का वीडियो सामने आया है. मारपीट का यह आरोप समाचार एजेंसी एएनआई के एक पत्रकार पर लगा है. वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स महिला पत्रकार को लगातार थप्पड़ मार रहा है. आसपास खड़े लोगों ने हस्तक्षेप किया तो थप्पड़ मारने वाला शख्स पीछे हट गया. समाचार एजेंसी पीटीआई ने दावा किया कि महिला पत्रकार उनकी रिपोर्टर है. पीटीआई ने यह भी बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है.
PTI की महिला रिपोर्टर से मारपीट, ANI के रिपोर्टर पर लगा आरोप, मारपीट का वीडियो आया सामने
Journalist Fight: बेंगलुरु में कांग्रेस के कार्यक्रम के दौरान एक महिला पत्रकार से मारपीट का वीडियो सामने आया है.
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Crime Tak
28 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 28 2024 7:45 PM)
यह घटना 28 मार्च की है. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकार पहुंचे थे. पीटीआई ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है. पीटीआई ने एएनआई पत्रकार का नाम बताए बिना लिखा, पीटीआई ने भी अपने बयान में कहा है कि प्रबंधन और महिला पत्रकार का सहयोगी स्टाफ इससे नाराज है और इस हिंसा की कड़ी निंदा करता है. पीटीआई अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगी. एजेंसी ने कहा कि इस घटना से उसका रिपोर्टर बुरी तरह सदमे में है. पीटीआई राष्ट्रीय महिला आयोग में भी अपनी शिकायत दर्ज कराएगी.
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वीडियो में दिख रहा है कि महिला पत्रकार और आरोपी पत्रकार के बीच बहस हो रही है. पीटीआई की पत्रकार थॉयजाक्षी शेखर ने सोशल मीडिया पर बताया कि पीड़ित महिला पत्रकार उनकी दोस्त हैं और वह केरल की रहने वाली हैं. शेखर ने दावा किया कि वह खुद उस जगह पर मौजूद थी. उन्होंने लिखा, "वह (पीड़ित पत्रकार) कन्नड़ नहीं समझ सकती, सिर्फ इसलिए क्योंकि एएनआई रिपोर्टर ने मेरे सामने कई बार उसे कन्नड़ में गालियां दीं। अब यह चरम सीमा पर पहुंच गया है."
इस बीच, एएनआई के संपादक नवीन कपूर ने लिखा, एएनआई किसी भी तरह से क्षेत्र में पत्रकारों द्वारा की गई हिंसा की निंदा या अनुमोदन नहीं करता है. यह पोस्ट चयनात्मक है और जैसा कि हमारे रिपोर्टर ने हमें बताया, यह एक पीटीआई पत्रकार द्वारा किए गए पहले हमले को दबाने का प्रयास करता है। हमारे संवाददाता भी उन पर हुए अकारण हमले के संबंध में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करा रहे हैं. हमें कानूनी प्रक्रिया पर भरोसा है कि वह अपना काम करेगी और पूरे तथ्य सामने लाएगी. हालांकि, जांच प्रक्रिया पूरी होने तक एएनआई रिपोर्टर को निलंबित कर दिया गया है.
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