हरियाणा के महेंद्रगढ़ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक शख्स संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में 343वीं रैंक हासिल करने का नाम पर वाहवाही लूट रहा था. जबकि वो रैंक तमिलनाडु के प्रदीप कुमार ने हासिल की थी. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी युवक को मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
तमिलनाडु के प्रदीप कुमार ने UPSC में हासिल की 343वीं रैंक, वाहवाही लूट रहा था महेंद्रगढ़ का प्रदीप
तमिलनाडु के प्रदीप कुमार ने UPSC में हासिल की 343वीं रैंक, वाहवाही लूट रहा था महेंद्रगढ़ का प्रदीप
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13 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:09 PM)
मामला महेंद्रगढ़ के गांव खातोदड़ा का है. जहां रहने वाले युवक प्रदीप कुमार के खिलाफ महेंद्रगढ़ पुलिस ने आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत मामला दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक UPSC में 343वीं रैंक हासिल करने वाला असली प्रदीप कुमार कन्याकुमारी, तमिलनाडु का रहने वाला है.
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दरअसल, 25 सितंबर को यूपीएससी का परिणाम घोषित हुआ था. जिसमें जिले से 6 युवक और युवतियों ने यूपीएससी में सफलता हासिल की थी. इसी में खातोदड़ा निवासी प्रदीप कुमार का नाम भी सामने आया था. 26 सितंबर को यादव धर्मशाला में जिलेभर के चयनितों का सम्मान समारोह हुआ था. उसमें प्रदीप कुमार यादव को भी सम्मानित किया गया था.
लेकिन अब पुलिस को जानकारी मिली है कि जिस प्रदीप कुमार को संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा में 343वीं रैंक हासिल हुई है, वह तमिलनाडु के कन्याकुमारी का रहने वाला है. जबकि खातोदड़ा निवासी प्रदीप तो उसके नाम पर अपना नाम जोड़कर मीडिया और सामाज में वाहवाही लूट रहा है. प्रदीप कुमार यादव ने समाज में इज्जत और मान-सम्मान बढ़ाने के लिए तमिलनाडु निवासी प्रदीप के नाम का इस्तेमाल किया, जो एक अपराध है.
थाना प्रभारी अश्वनी कुमार ने बताया कि जब फ़र्जी रैंक वाले प्रदीप कुमार यादव की खबर तमिलनाडु निवासी प्रदीप और उनके परिजनों और साथियों ने देखी तो इस मामले की शिकायत महेंद्रगढ़ पुलिस तक पहुंची. इसके बाद छानबीन करके पुलिस ने बीती रात प्रदीप यादव निवासी खातोदड़ा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. फिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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