PAKISTAN: आतंक की फैक्ट्री चलाने वालों के घर में ही लगी आग, अब क्या करेंगे आतंकिस्तान के आक़ा इमरान ख़ान!
MADARSA HAFSA ISLAMABAD PAKISTAN TALIBAN FLAG
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20 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)
हिकारत भरी नज़रों से पाकिस्तान पुलिस को लड़ातने वाले मौलाना अब्दुल अज़ीज़.इमरान सरकार को लानत भेज रहे हैं. इस्लामाबाद के जामिया हफ्सा मदरसे पर आतंकी संगठन तालिबान का झंडा लहराने वाले मौलाना पुलिस पर ही टूट पड़े.मौलाना के धमकी भरे अल्फाज़ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कानों तक तो पहुंच ही रहे होंगे.
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और अगर नहीं पहुंचे हों तो इमरान कान खोलकर सुन लें.आतंक को एक्सपोर्ट करने वाला पाकिस्तान अब अपनी ही लगाई आग में झुलस रहा है.तालिबान को समर्थन देने वाले इमरान खान अब आतंक के इसी जाल में फंसते नजर आ रहे हैं.इस्लामाबाद के जामिया हफ्सा मदरसे में खुलेआम तालिबान के झंडे लहराए गए. जब इमरान सरकार को इसकी भनक लगी तो बदनामी के डर से तालिबान के झंड को हटवाने के लिए पुलिस भेजा.
लेकिन मदरसे के संचालक मौलाना अब्दुल अजीज ने इमरान की पुलिस का पानी उतारकर रख दिया. यही नहीं मौलाना इमरान की पुलिस को धमकी देता रहा.उनकी बेइज्जती करता रहा.लेकिन इमरान की पुलिस सिर झुकाकर मौलाना की हिकारतभरी झिड़क सुनती रही.
काबुल पर तालिबानी कब्जे के बाद इमरान की खुशी छिपाए नहीं छिप रही थी.उनकी बांछें ऐसी खिली हुई थीं जैसे अफगानिस्तान पर पाकिस्तान ने कब्जा कर लिया हो. लेकिन अब अफगानिस्तान पर तालिबान की जीत का सबसे बुरा असर पाकिस्तान पर दिखाई दे रहा है.पाकिस्तान के कट्टरपंथी मौलाना अब वहां इस्लामी शरिया कानून लागू करने की मांग कर रहे हैं.
मौलानाओं की इस मांग से इमरान सरकार की नींद उड़ी हुई है. इस्लामाबाद के कुख्यात मदरसे जामिया हफ्सा में लगे तालिबान के झंडे को जब पुलिस उतरवाने पहुंची.तो मौलाना अब्दुल अजीज अपने छात्रों को लेकर पुलिस पर ही हमलावर हो गया. पुलिस ने जब तालिबान के झंडे को उतारने के लिए कहा.
तो खुद मौलाना अब्दुल अजीज पुलिसवालों से भिड़ गया.मौलाना के तल्ख तेवर से इमरान की पुलिस का चेहरा पीला पड़ गया.और पुलिस बिना झंडा उतरवाए खाली हाथ वापस लौट गई. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में मौलाना अब्दुल अजीज पुलिसकर्मियों को लताड़ते हुए दिखाई दे रहा है.
मौलाना पुलिसवालों को धमकी देते हुए कह रहा है कि पाकिस्तान तालिबान सभी को सबक सिखाएगा. यही नहीं पुलिस को तालिबान के झंडे हटाने से रोकने के लिए बड़ी तादादा में मदरसे में बुर्का पहने छात्राएं छत पर मौजूद थीं.
पाकिस्तान में कट्टरपंथी मौलानाओं की हनक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस मदरसे के अंदर तक नहीं जा सकी.मौलाना की झिड़की सुननी वाली इमरान की पुलिस उसके सामने सिर झुकाकर खड़ी रही. और हद तो तब हो गई जब मौलाना अब्दुल अजीज अपने दफ्तर के बाहर एके-47 राइफल लेकर बैठ गया.
इस दौरान छात्राएं मदरसे की छत पर जुट गईं और तालिबान के झंडे लहराती रहीं.और इमरान की बेबस पुलिस टकटकी लगाए देखती रही. आपको बतादें की 21 अगस्त के बाद से ये तीसरी बार था, जब लाल मस्जिद से सटे मदरसा पर अफगान तालिबान के झंडे फहराए गए. इससे पहले जामिया हफ्सा की छत पर कम से कम 5 सफेद झंडे लगे मिले थे.
सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन ने पुलिस की एक टीम भेजी, जिसने मदरसे की घेराबंदी कर दी.पुलिस का मुकाबला करने के लिए मदरसे के छात्र छत पर चढ़ गए.मौलाना अब्दुल अजीज समेत मदरसा से जुड़े कुछ लोगों ने भी हथियारों का प्रदर्शन किया.
हालांकि इस्लामाबाद के डिप्टी कमिश्नर ऑफिस ने ट्वीट कर बताया कि जामिया हफ्सा से तालिबानी झडों को हटा दिया गया है.
अब आपको जामिया हफ्सा के बारे में बताते हैं
जामिया हफ्सा पहले महिलाओं का मदरसा था.
बाद में कट्टरपंथियों ने इसे बंद कर दिया.
ये मदरसा इस्लामाबाद की विवादित लाल मस्जिद के पास स्थित है.
लाल मस्जिद के मौलाना अब्दुल अजीज ने कई बार पाकिस्तानी सरकार को खुली चुनौती दी है.
इस बीच मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट यानी MQM के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने आरोप लगाया है कि.इमरान सरकार पाकिस्तानी कट्टरपंथियों से डर गई है.अल्ताफ हुसैन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी ISI तालिबान की तरह हैं. और ये इस बात का भी संकेत है कि पाकिस्तानी सेना.
देश को तालिबान के शरिया की तरह बनाना चाहती है. बता दें 15 अगस्त को काबुल पर कब्जे के साथ ही तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर हुकूमत कायम कर ली थी. तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया.लेकिन जश्न पाकिस्तान में मनाया जा रहा था.
इस्लामाबाद सहित देश के कई हिस्सों में तालिबान के झंडे फहराए जा रहे थे.और रैलियां निकाली जा रही थीं. लेकिन अब इमरान सरकार के लिए यही जश्न आफत बनता जा रहा है. और खुलेआम लहरा रहे तालिबान के झंडे उनके गले की फांस.
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