Swiss Women Killed: 1000 पन्नों की चार्जशीट में स्विस लेडी की हत्या का एक एक सच, हरेक सच चौंकानें वाला

Swiss Women Killed: एक स्विस लेडी की हत्या के मामले ने सनसनी फैला दी थी। लाश मिलने के करीब 87 दिनों के बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे एक हजार पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की

पुलिस ने नीना बर्जर की हत्या के इल्जाम में गुरप्रीत को पकड़ा है

पुलिस ने नीना बर्जर की हत्या के इल्जाम में गुरप्रीत को पकड़ा है

15 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 15 2024 4:05 PM)

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DELHI POLICE CHAGESHEET: पिछले साल अक्टूबर के महीने में एक स्विस लेडी की हत्या के मामले ने सनसनी फैला दी थी। लाश मिलने के करीब 87 दिनों के बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे एक हजार पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की। इन एक हजार पन्नों में लाश मिलने से लेकर इस कत्ल के केस की एक एक बात को पुलिस ने इस चार्जशीट में शामिल किया है। ये हत्या किसकी हुई, किसने की, कैसे की, कब की और क्यों की इन तमाम सवालों के जवाब पुलिस ने इस चार्जशीट में देने की कोशिश की है। 

नीना ने दी थी आरोपी को धमकी

खुलासा यही हुआ है कि स्विस लेडी नीना बरजर ने आरोपी गुरप्रीत के टोने टोटके की पोल खोलने की धमकी दे दी थी। और इसी बात से घबराकर गुरप्रीत ने नीना को ठिकाने लगाने का इरादा कर लिया था। गुरप्रीत डर गया था कि कहीं वो उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत न दर्ज करवा दे। गुरप्रीत को डर सताने लगा था कि कहीं नीना ने उसकी शिकायत हिन्दुस्तान या स्विट्जरलैंड कहीं भी शिकायत कर दी तो उसका और उसके पिता का टोने टोटके का सारा धंधा ठप हो जाएगा। 

पॉलिथिन में बंद नीना बरजर

दिल्ली पुलिस को 20 अक्टूबर को दिल्ली के तिलक नगर में एक स्कूल के पास एक पॉलिथिन में बंद एक महिला की लाश मिली थी। महिला की पहचान स्विस नागरिक नीना बरजर के तौर पर हुई थी। शुरुआती तफ्तीश में पुलिस उस शख्स तक भी पहुँच गई थी जिसके बारे में पूरा यकीन था कि नीना का मर्डर उसी ने किया। करीब एक हफ्ते की तफ्तीश के बाद पुलिस को नीना बरजर की हत्या के सिलसिले में कई सवालों के जवाब तलाशने थे।

स्विस लेडी मर्डर केस में पुलिस की चार्जशीट

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का सनसनीखेज खुलासा

कुछ सवालों के जवाब स्विस लेडी नीना बरजर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने कर दिए। नीना की शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कहती है कि नीना की मौत दम घुटने से हुई। ये बात आरोपी गुरप्रीत सिंह के बयान से मेल भी खाती है। क्योंकि आरोपी ने पुलिस को शुरुआती तफ्तीश में बताया था कि उसने ही गला दबाकर नीना की हत्या की। लेकिन तब तक ये साफ नहीं था कि हत्या का मकसद क्या था। तफ्तीश के दौरान पुलिस को आरोपी गुरप्रीत का रवैया चौंकानें वाला लगने लगा। वजह ये कि वो लगातार अपने बयान बदल रहा था। तब पुलिस को ये महसूस हो गया कि वो जांच में पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहा। तब पुलिस ने अदालत से और समय मांगा। 

30 मिनट तक सांस के लिए तड़पी थी

पुलिस की तफ्तीश में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को शुरुआती तौर पर देखने के बाद डॉक्टरों का अंदाजा था कि स्विस लेडी 30 मिनट तक सांस के एक एक कतरे के लिए तड़पती रही। अंदाजा यही लगाया गया है कि स्विस लेडी को जिंदा ही प्लास्टिक के बैग में बंद कर दिया था और ऊपर से बैग का मुंह पूरी तरह से टेप लगाकर बंद किया गया था जिसकी वजह से 20 से तीस मिनट तक नीना बरजर सांस के लिए छटपटाती रही और आखिरकार दम घुटने से उसकी मौत हो गई। 

NOC के बाद पोस्टमॉर्टम

दो दिन पहले ही यानी 28 अक्टूबर को स्विस लेडी नीना बरजर का पोस्टमॉर्टम दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में तीन डॉक्टरों के एक पैनल वाले बोर्ड ने किया। दरअसल स्विस लेडी नीना बरजर की हत्या के 9 दिन बाद पोस्टमॉर्टम करने की वजह ये थी कि स्विस दूतावास से एनओसी नहीं मिली थी। दूतावास से NOC मिलने के बाद ही स्विस लेडी का पोस्टमॉर्टम किया जा सका। 

आरोपी के रवैये से रहस्य बढ़ा

इसी बीच कत्ल के आरोपी के बारे में कुछ ऐसी बातें सामने आईं जिसने इस मामले को और भी ज़्यादा रहस्यमय बना दिया। कत्ल के आरोपी गुरप्रीत सिंह के बारे में पुलिस कत्ल ने कुछ राज बेपर्दा कर दिए। दिल्ली पुलिस को गुरपीत के मोबाइल से भी कई अहम जानकारियां मिली हैं। 

पुलिस ने छानबीन में पाया कि आरोपी नीना की दी गई धमकी से डर गया था

ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शक 

दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसके मोबाइल में करीब 30 लड़कियों के नंबर मिले हैं। इनमें से ज़्यादातर लड़कियां विदेशी हैं। गुरपीत के घर से भी पुलिस को लगभग ढाई करोड़ रुपये कैश मिले थे। अब पुलिस इस पहलू से भी मामले की जांच कर रही है कि कहीं गुरपीत का ताल्लुक किसी ह्यूमन टैफिकिंग सिंडीकेट से तो नहीं है। पुलिस को लगता है कि कहीं इस मर्डर और मर्डर के आरोपी के तार किसी सेक्स रैकेट से तो नहीं जुड़ रहे। इसके अलावा गुरपीत या उसका परिवार अब तक ढाई करोड रुपये के बारे में कोई तसल्ली बख्श जवाब या हिसाब किताब नहीं दे पाया।

बाप बेटा मिलकर करते थे धंधा

लेकिन बाद में पुलिस की तफ्तीश में एक बात खुलकर सामने आई कि आरोपी गुरप्रीत सिंह और उसके पिता अर्जुन सिंह विदेश में ही रहकर काम धंधा करते हैं। ये दोनों बाप बेटा विदेशों में अपने तंत्र मंत्र का जाल तो फैला ही चुके थे साथ ही दोनों ने टोना टोटका भी करवाते थे। इसके अलावा लोगों की तकलीफों को दूर करने का झांसा देने के लिए रत्न वगैराह भी बेचने का धंधा करते थे। पुलिस ने गुरप्रीत के पिता अर्जुन सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया। ताकि उन्हें पकड़कर इस कत्ल के मामले में पूछताछ की जा सके। 

नीना के घरवालों को धमकाने पहुँचा था आरोपी का पिता

पुलिस की जांच में ये बात भी सामने आई है कि इस हत्या से बहुत पहले गुरप्रीत का पिता अर्जुन सिंह कई बार स्विट्जरलैंड गया था और वहां जाकर अर्जुन सिंह ने नीना बरजर और उसके घरवालों को धमकाने की भी कोशिश की थी। दरअसल गुरप्रीत का पिता उन आठ लाख रुपये का तगादा करने पहुँचा था जो तथाकथित तौर पर नीना बरजर को लौटाने थे। और रुपये न देने के एवज में वो उन्हें धमकी देने लगा था। 

टोना टोटका और तंत्र मंत्र

असल में खुलासा हुआ है कि नीना भी अपनी जिंदगी में कुछ ऐसी परेशानियों से गुजर रही थी जिसे दूर करने के लिए उसने टोने टोटके और तंत्र मंत्र का सहारा लिया था और ये सहारा किसी और ने नहीं बल्कि गुरप्रीत ने ही दिया था और उसकी पूजा पूरी करवाने के लिए उसने 6 से 7 लाख रुपये का बिल थमा दिया था। ये रकम एक तरह से नीना पर कर्ज थी। अपनी इसी रकम को हासिल करने के लिए ही गुरप्रीत छटपटा रहा था और उसी रकम की खातिर उसने स्विटजरलैंड के कई चक्कर लगा लिए थे। जब नीना ने ये रकम देने में आनाकानी की तो उसने नीना को ठिकाने लगाने का इरादा कर लिया था। 

मां और बहन फरार

गुरप्रीत के परिवार में उसकी मां और उसकी बहन अब भी पुलिस की पकड़ से दूर बनी हुई हैं। पुलिस को गुरप्रीत के मोबाइल से 30 लड़कियों के कॉन्टेक्ट नंबर और वॉट्सऐप चैट हासिल हुई हैं। जिनमें ज़्यादातर लड़कियां और महिलाएं विदेशी हैं।  इस बीच दिल्ली पुलिस ने बताया है कि नीना बरगर का कातिल गुरपीत अब तक की पूछताछ में लगातार अपने बयान बदलता रहा है। इसी को देखते हुए गुरपीत की साइक्लॉजिकल जांच भी कराई गई है। शुरुआती जांच रिपोर्ट के मुताबिक गुरपीत में डिसटर्ब बिहेवियर पाया गया है...इसी वजह से हर बार वो पुलिस के सामने अलग अलग बयान दे रहा है। 

डेटिंग ऐप पर हुई थी मुलाकात

हालांकि पिछले पांच दिनों की तफ्तीश के बाद दिल्ली पुलिस ने नीना के कत्ल से जुड़े कई सवालों के जवाब तलाश लिए हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक गुरपीत की नीना बरगर से पहली मुलाकात 2021 में डेटिंग ऐप पर हुई थी। इसके बाद ज्यूरिख में कई बार नीना से उसकी मुलाकात हुई। गुरपीत नीना से शादी करना चाहता था। इस बारे में उसने कम से कम छह से सात बार नीना से बात की। लेकिन नीना ने शादी करने से साफ इनकार कर दिया। 

पहले से की थी प्लानिंग

गुरप्रीत ने नीना को दिल्ली में ही ठिकाने लगाने की प्लानिंग पहले से ही कर रखी थी। इसी प्लानिंग के तहत उसने नीना को इंडिया बुलाया था। इसी प्लानिंग के तहत खासतौर पर सैकेंड हैंड कार भी खरीदी थी। गुरप्रीत ने अगले एक हफ्ते तक इसी कार में नीना को अलग अलग जगहों पर घुमाया। इस दौरान वो नीना को पिक एंड ड्रॉप करने के लिए रोजाना उसके होटल जाता। ऐसे ही एक रोज होटल के अंदर उसने नीना से जादू का एक खेल खेलने को कहा। इस खेल के दौरान नीना के हाथ पैर अपने साथ लाए लोहे की जंजीर से बांध दिए। 

नीना के साथ जादू टोने का खेल

नीना को आंखें बंद करने को कहा। फिर आंखें खोलने पर उसने नीना को जादुई ट्रिक दिखाई। जादू का खेल खत्म होने के बाद उसने नीना की जंजीर खोल दी। दरअसल गुरप्रीत का ये जादुई खेल भी उसकी एक साजिश का हिस्सा थी। वो दरअसल नीना के कत्ल की रिहर्सल कर रहा था। वो भी खुद नीना के साथ। 

हाथ और पांव लोहे की जंजीर से बांधे

हफ्ते भर बाद अब असली खेल की बारी थी। 18 अक्टूबर की शाम वो नीना को दिल्ली में इधर उधर घुमाने के बाद कार को विष्णु गार्डन ले गया। विष्णु गार्डन में एक सूनसान जगह पर उसने कार पार्क की। रात का अंधेरा हो चुका था। कार पार्क करने के बाद गुरप्रीत नीना से फिर से वही जादुई खेल खेलने की बात करता है। वो कहता है कि इस बार एक नया ट्रिक दिखाएंगे। चूंकि नीना पहले भी होटेल में ये खेल खेल चुकी थी। लिहाजा वो फौरन तैयार हो गई। गुरुप्रीत ने उसके हाथ और पांव लोहे की जंजीर से बांध दिए। नीना को आंख बंद करने को कहा। पर इस बार जैसे ही नीना ने आंख बंद की. गुरप्रीत ने अपने दोनों हाथों से बेबस नीना का गला घोंट दिया। मगर नीना के कत्ल के बाद गुरप्रीत घबरा गया। इसी घबराहट में वो उसी सूनसान जगह पर कार को लाश समेत छोड़कर ई रिक्शा पकड़कर घर लौट आया। 

हत्या के दो दिन बाद

कत्ल के दो दिन बाद 20 अक्टूबर की सुबह सुबह गुरप्रीत फिर से उसी जगह पहुँचता है जहां उसने कार खड़ी कर रखी थी। कार के करीब जाने पर उसे तेज बदबू आती है। गुरप्रीत घबरा जाता है।  उसे लगता है कि कार से आती बदबू की वजह से लोगों का ध्यान कारकी तरफ चला जाएगा। और कार के जरिए पुलिस उस तक। लिहाजा गुरप्रीत खुद कारके अंदर बैठता है। बदबू फैले नहीं इसके लिए वो अब लाश को एक पॉलिथिन में पैक कर देता है और पॉलिथिन के मुंह पर टेप लगा देता है। इसके बाद कार को लेकर इधर उधर भटकने के बाद तिलक नगर की इसी गली में ठीक इसी जगह सड़क किनारे लाश फेंक कर उसी कार से निकल भागता है। 

घर से मिला करोड़ों का कैश

गुरप्रीत के खुलासे के बाद पुलिस जब उसके घर की तलाशी लेती है तो उसके घर से लगभग दो करोड़ रुपये कैश मिलते हैं। तो क्या गुरुप्रीत किसी गलत धंधे में भी शामिल था। चूंकि कैश ज़्यादा था इसीलिए दिल्ली पुलिस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी इसकी जानकारी दे दी।

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