झारखंड के धनबाद में जज की हुई संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच करने यहां पहुंची सीबीआई की टीम ने आरोपी ऑटो चालक समेत दो आरोपियों से पूछताछ और दोनों को मौका ए वारदात पर लेकर गई। इसके बाद पूरी घटना उनसे पूछी और रीक्रिएट किया। लगभग चार घंटे तक दुर्घटनास्थल रणधीर वर्मा चौक पर पूरी घटना को रीक्रिएट किया।
धनबाद : जज मर्डर केस सीबीआई आरोपियों को मौका ए वारदात पर लेकर गई
JUDGE UTTAM ANAND DEATH CASE : CBI REACHED AT SPOT, DID RECREATION .
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09 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)
आरोपी पहुंचे मौका ए वारदात पर
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सीबीआई के 20 सदस्यीय जांच दल ने स्थानीय अदालत द्वारा जेल भेजे गये दो आरोपियों ऑटो चालक लखन वर्मा एवं उसके सहयोगी राहुल वर्मा की पांच दिनों की रिमांड ली, इसके बाद उन्हें लेकर घटना में उपयोग किये गये ऑटो के साथ धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पहुंचे, जहां 28 जुलाई को जज उत्तम आनंद की ऑटो की टक्कर से मौत हो गयी थी।
घटना को किया रिक्रिएट
घटनास्थल पर 28 जुलाई को तड़के हुई घटना को रिक्रिएट किया गया, जिससे पूरे घटनाक्रम को बारीकी से समझा जा सके। इस दौरान ऑटो को वैसे ही मोड़ा गया जिस कोण पर मुड़कर उसने न्यायाधीश को टक्कर मारी थी। सीबीआई के अधिकारियों के साथ इस दौरान सीएफएसएल की टीम भी मौजूद थी, जिन्होंने ऑटो चालक से उतनी ही गति से ऑटो चलवाया जिस गति से 28 जुलाई को वह ऑटो चला रहा था। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई दल ने आरोपी चालक को न्यायाधीश को टक्कर मारते समय ऑटो की गति के अनुसार, पहले ऑटो चलाने को कहा और फिर टक्कर मारने के बाद उसी गति पर उन्हें भागने को कहा जिस गति से वह घटना के दिन ऑटो चलाकर भागे थे।
दूसरे सबूत भी इकट्ठा किए
सीबीआई ने मौके से खून से सनी हुई मिट्टी भी एकत्रित की, जिससे मामले की पुष्ट तरह से जांच की जा सके। सीबीआई के अपर पुलिस अधीक्षक विजय कुमार शुक्ला के नेतृत्व में आये जांच दल ने चार अगस्त को मामले की जांच स्थानीय पुलिस और राज्य पुलिस के विशेष जांच दल से अपने हाथ में ले ली थी और फिर अपनी FIR दर्ज की थी।
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