Karnataka Hubli Murder Case: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने हुबली में हुई छात्रा की हत्या के मामले को अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंपने का फैसला किया है। साथ ही मामले का जल्द निपटारा करने के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया जाएगा।
हुबली हत्याकांड की जांच अब सीआईडी के हवाले!
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने हुबली में हुई छात्रा की हत्या के मामले को अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंपने का फैसला किया है।
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Hubli Murder Case
22 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 22 2024 3:11 PM)
हुबली-धारवाड़ नगर निगम के पार्षद और कांग्रेस नेता निरंजन हिरेमथ की बेटी नेहा हिरेमथ (23) की 18 अप्रैल को धारवाड़ के बीवीबी कॉलेज परिसर में कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।
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नेहा की हत्या करने के बाद आरोपी फयाज खोंडुनाइक मौके से भाग गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
नेहा ‘मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन’ (एमसीए) के प्रथम वर्ष की छात्रा थी और फैयाज पहले उसका सहपाठी रह चुका था।
सिद्धरमैया ने कहा, ''हमने यह मामला सीआईडी को देने का फैसला किया है। हम इसके लिए एक विशेष अदालत का गठन करेंगे, जिससे समयबद्ध तरीके से आरोपपत्र दाखिल कर मामले का निपटारा हो सके।''
एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'मैं उनके (माता-पिता के) आवास पर नहीं जा सका। हमारे जिले के प्रभारी मंत्री और पार्टी कार्यकर्ता गए थे। एच के पाटिल (कानून मंत्री) भी जा रहे हैं। मैं जब हुबली जाऊंगा तो उनके घर जाउंगा।''
केस को लेकर हो रही है राजनीति
पीटीआई के मुताबिक, हुबली में हुए इस हत्याकांड से लोगों में बहुत आक्रोश है और ये सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक विवाद बन गया है। सत्तारूढ़ दल ने इसे निजी विवाद पर हुई घटना के तौर पर पेश किया वहीं भगवा पार्टी ने इसे 'लव जिहाद' मामला बताया है और कहा है कि ये राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का प्रमाण है।
भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और हिंदुत्व संगठनों से जुड़े अन्य संगठनों ने न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है और आरोपियों के लिए कड़ी सजा की मांग की। कई अलग-अलग स्थानों पर भी इसी तरह का विरोध-प्रदर्शन किया गया।
CM का दावा - कम हुआ अपराध
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस के शासन के दौरान अपराध के मामलों में कमी आई है। साल 2023 में अपराध के 1,295 मामले सामने आए थे। वहीं, भाजपा के चार वर्षों के शासन के दौरान 2019-2022 तक क्रमशः 1,300, 1,318, 1,342 और 1,370 अपराध के मामले सामने आए थे।
उन्होंने कहा, ''हम अपने कार्यकाल में सभी को सुरक्षा देंगे। मैं नेहा की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। हम एक विशेष अदालत का गठन कर रहे हैं और जांच के लिए ये मामला सीआईडी को सौंप दिया गया है। नेहा के पिता ने चार और संदिग्धों के शामिल होने की बात कही है, मैंने इसकी भी जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
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