Haldwani News: उत्तराखंड के हलद्वानी में अवैध मदरसे को ढहाए जाने के बाद दंगा भड़क गया था. इसके बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए. इसकी जिम्मेदारी उत्तराखंड के मशहूर आईएएस अधिकारी दीपक रावत को सौंपी गई, जो वर्तमान में कुमाऊं कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं. उम्मीद है कि वह 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देंगे. इस बीच मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद विवादित जगह पर निगरानी पुलिस चौकी स्थापित कर दी गयी है.
Haldwani: हल्द्वानी में अवैध मदरसे वाली जगह पर चौकी की स्थापना की गई, विवादित स्थान पर देखरेख पुलिस चौकी
Haldwani News: उत्तराखंड के हलद्वानी में अवैध मदरसे को ढहाए जाने के बाद दंगा भड़क गया था.
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Crime Tak
14 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 16 2024 2:25 PM)
अवैध मदरसे की जगह पुलिस चौकी शुरू
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दंगे के बाद पुलिस की कार्रवाई की जानकारी हल्द्वानी एसएसपी प्रह्लाद मीना ने दी. उन्होंने बताया कि आज पुलिस ने छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पहले दंगाइयों द्वारा कब्जा की गई भूमि को पुनः प्राप्त कर लिया गया है, और वहां एक पुलिस चौकी स्थापित की गई है। पुलिस ने अब तक उपद्रव में शामिल 36 लोगों को गिरफ्तार किया है.
एसएसपी ने बताया कि आज 41 लाइसेंसी हथियार भी जब्त किये गये हैं. पुलिस टीमें और भी संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए सक्रियता से लगी हुई हैं. प्रशासन ने पहले पांच मौतों की पुष्टि की थी, जिसके बाद दंगों में मरने वालों की संख्या छह हो गई है। एक और घायल व्यक्ति की मौत के बाद कुल मौतों की संख्या छह हो गई है.
हलद्वानी पुलिस ने कहा कि वे अन्य संदिग्धों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप की जांच कर रहे हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। एसएसपी ने कहा कि हलद्वानी में हिंसा, तोड़फोड़ और पुलिस कर्मियों पर हमले एक साजिश का हिस्सा थे.
मुख्य आरोपी को 2.45 करोड़ रुपये चुकाने का नोटिस
नगर निगम ने नुकसान की भरपाई के लिए मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को रिकवरी नोटिस जारी किया है. आरोपी को 15 फरवरी तक 2.45 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है. समय सीमा का पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
लोग डर के मारे इलाके से भाग रहे हैं
इस बीच, हल्द्वानी जिले के बनभूलपुरा में हिंसा के चार दिन बाद, मुस्लिम परिवारों ने जिले के बाहर सुरक्षित क्षेत्रों में पलायन करना शुरू कर दिया है. 500 से अधिक परिवार पहले ही शहर छोड़ चुके हैं. कई परिवार अपने सामान के साथ सड़कों पर दिखे.
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